विधानसभा सभा चुनाव : अभिमान और न्याय की अनूपपुर में लड़ाई

*विधानसभा सभा चुनाव : अभिमान और न्याय की अनूपपुर में लड़ाई*
अनूपपुर / विधानसभा अनूपपुर से भारतीय जनता पार्टी ने 5 दशक के राजनैतिक अनुभव रखने वाले एवं कई मर्तबा के विधायक व बिसाहू लाल सिंह को प्रत्याशी बनाया है तो कांग्रेस ने बीते तीन साल पहले प्रशासनिक सेवा से त्यागपत्र देकर राजनीति के साथ समाज सेवा का भाव लेकर पार्टी में शामिल हुये रमेश सिंह पर विश्वास जताया है,इसके बाबजूद बिसाहू लाल सिंह को जीत का भरोसा नही है,इसीलिये वह अपनी अंतिम पारी की नैया पुराने कांग्रेस के साथियों को खोज कर पार लगाना चाहते हैं। भाजपा विकास का ढिंढोरा पीटते नही थक रही और बिसाहू लाल सिंह विकास पुरुष फिर चुनाव प्रचार के पहले ही रमेश सिंह से घबराहट क्यों?
अनूपपुर।
यह बात बिल्कुल सत्य है कि चुनावी मैदान में कभी भी सामने वाले प्रत्याशी को कमजोर नहीं समझना चाहिए क्योंकि कब कौन सा गांव कहां सटीक बैठ जाए और सालों साल के राजनैतिक महारथी मात खा जाएं, शायद इसीलिए विशाल लाल सिंह भारतीय जनता पार्टी के एक बड़े खेमे के साथ रहने के बाद भी अपनी पैरलर टीम के साथ विधानसभा 2023 का चुनाव लड़ रहे हैं। क्योंकि कांग्रेस ने जिस रमेश सिंह पर भरोसा जताया है उन पर आरोप लगाने के लिए भारतीय जनता पार्टी के पास कुछ नहीं है। बीते अपने 3 साल के अपने राजनैतिक सफर में रमेश सिंह ने हर वर्ग के साथ खड़े रहकर न्याय की पैरोकारी की है। और इसीलिए इतने कम समय में उनके साथ लोग कदम से कदम मिलाकर चलने को तैयार है, चुनावी प्रचार जोर पकड़ने के दौरान तस्वीर साफ होती जाएगी की किसका पलड़ा कितना भारी है। बहरहाल भाजपा के बिसाहू लाल सिंह का भाजपाइयों पर भरोसा न करना राजनीतिक गलियारों में चर्चा का विषय बना हुआ है।
अभिमान और न्याय की अनूपपुर में लड़ाई
विधानसभा 2023 का चुनाव अनूपपुर में भाजपा व कांग्रेस दोनों के लिये दम दिखाने का है, भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी बिसाहू लाल सिंह जहां खुद के द्वारा किए गए कार्यों की सूची लेकर निकल पड़े हैं तो वहीं कांग्रेस प्रत्याशी रमेश सिंह नीतिगत और न्याय की बात को लेकर युवा फौजी व बड़े बुजुर्गों और माता बहनों का आशीर्वाद अपने साथ लेकर चल रहे हैं, इसके बाद यहां यह कहा जाने लगा है कि आ देखें जरा किसमे कितना है दम शायद यह इसलिए भी कहा जा रहा है कि जहां बिसाहू लाल सिंह ने कह दिया है कि यह उनकी अंतिम पारी है ऐसे में पहली पारी के लिए मैदान में उतरे रमेश सिंह बड़ी सूझबूझ के साथ मतदाताओं से अपनी बात रख कांग्रेस का हांथ मजबूत करने की अपील कर रहे हैं, कौन कितना सफल होगा यह गुजरता वक्त बताएगा।
भाजपा के गढ़ में रमेश सिंह की सेंध
विधानसभा अनूपपुर में भारतीय जनता पार्टी का गढ़ सोन नदी के इस पार आने वाले क्षेत्र में चचाई,कैल्होरी,बरगवां,बकहीअमलाई,देवहरा,
पटना,धिरौल,चकेठी,चिल्हारी,खम्हरिया,बड़हर,जमड़ी,सकरा,पिपरिया,कांसा,दुल्हरा,अनुपपुर,खांडा,सीतापुर,बरबसपुर,मानपुर,बकेली आदि गांव में माना जाता रहा है,और भाजपा प्रत्याशी को यहां से हमेशा बढ़त मिलती रही है,लेकिन भाजपाईयों पर बिसाहू लाल सिंह को भरोसा न होने के कारण वहां रमेश सिंह की सेंध लग चुकी है जो भाजपा को भारी पड़ सकता है। बहरहाल बिसाहू लाल सिंह अब अपना समीकरण ख़ुद बैठाने में लग गये हैं।
पार्टी कार्यालय के बाहर भाजपा में बगावत
शुक्रवार 20 अक्टूबर को भारतीय जनता पार्टी के एक बड़े खमे ने पार्टी कार्यालय पहुंचकर बगावती तेवर दिखा दिये,भाजपा सूत्रों की माने तो जिलाध्यक्ष रामदास पूरी को ज्ञापन भी सौंपा गया है,अभी चुनाव प्रचार कार्यालय खोले भाजपा को 24 घण्टे भी नही बीते और बगावत के स्वर बुलंद हो गये ऐसे में देखने योग्य होगा कि आगे क्या-क्या होता है,इसका सीधा फायदा यहां कांग्रेस को मिलेगा क्योंकि यहां कांग्रेस की एक जुटता के बाद कांग्रेस के रमेश सिंह के नाम की आवाज गूंजने लगी। जिसके बाद भाजपा जिलाध्यक्ष डैमेज कंट्रोल करने में जुट गये।