कृषि, उद्यानिकी, पशुपालन, सहकारिता, मत्स्य पालन विभागों की कलेक्टर ने की विस्तृत समीक्षा
विभागीय योजनाओं के लक्ष्य पूर्ति तथा विभागीय कार्यों में सघन प्रयासों के संबंध में दिए निर्देश 

अनूपपुर। कलेक्टर आशीष वशिष्ठ ने कृषि, उद्यानिकी, पषुपालन, सहकारिता, मत्स्य पालन विभागों की विस्तृत समीक्षा करते हुए विभागीय अधिकारियों को कृषकों को शासकीय योजनाओं के पात्रतानुसार हितलाभ प्रदान कर आवश्यक विभागीय मार्गदर्शन प्रदान कर आर्थिक रूप से सशक्त बनाए जाने के निर्देश दिए। बैठक में जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी तन्मय वशिष्ठ शर्मा तथा विभागीय जिला एवं खण्ड स्तरीय अधिकारी उपस्थित थे। बैठक में कलेक्टर आशीष वशिष्ठ ने विभागीय कार्यों की विस्तार से समीक्षा की। उन्होंने कृषि विभाग के कार्यों की समीक्षा करते हुए योजनाओं के क्रियान्वयन तथा लक्ष्यों की पूर्ति के लिए गंभीरता से कार्य करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि हितग्राहियों के बेहतर चयन के साथ-साथ खरीफ एवं रबी फसलों के संबंध में उन्हेें आवश्यक मार्गदर्शन कर प्रोत्साहित किया जाए। उन्होंने नवाचार गतिविधि के अंतर्गत सुगंधित धान, लेमनग्रास, पामारोजा, मेंथा की खेती के संबंध में मैदानी अधिकारियों से जानकारी ली। बैठक में कलेक्टर ने जिला कृषि विकास प्लान 2023-24 की जानकारी लेते हुए मैदानी स्तर पर इसका बेहतर क्रियान्वयन सुनिश्चित करने के निर्देश अधिकारियों को दिए। उन्होंने योजनाओं के क्रियान्वयन के रिव्यू व मानीटरिंग के सिस्टम को मजबूत बनाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि लक्ष्यों की प्राप्ति के लिए मैदानी स्तर तक सघन प्रयास की आवश्यकता है। बैठक में स्वदेशी खाद जीवामृत को बढ़ावा देने के लिए स्वसहायता समूहों को मजबूत करने के निर्देश दिए गए तथा जिले में गठित एफपीओ के क्रियान्वयन की जानकारी लेते हुए विभागीय अधिकारियों को आवश्यक दिशानिर्देश दिए। बैठक में आत्मा गवर्निंग बोर्ड के माध्यम से बेस्ट प्रेक्टिस का अध्ययन भ्रमण कृषकों को कराए जाने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने कहा कि कस्टम हायरिंग सिस्टम से प्रदाय की जाने वाली सुविधाओं का प्रचार-प्रसार कृषकों के बीच किया जाए, जिससे वह शासन द्वारा प्रदाय अनुदान की जानकारी से प्रेरित हो उसका लाभ उठा सकें। उद्यानिकी विभाग की समीक्षा के दौरान उद्यानिकी फसलों के क्षेत्र विस्तार, विभागीय व वाटर शेड विकास घटक 2.0 के अंतर्गत ड्रिप माइक्रो स्प्रिंकलर के वितरण प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य उद्यम योजना तथा विभागीय रोपणी में पौध उत्पादन विक्रय व पीएमएफएमई योजना के प्रकरणों की समीक्षा की गई। कलेक्टर ने अधिकारियों को विभागीय योजनाओं के क्रियान्वयन के संबंध में समीक्षा करते हुए निर्देश दिए कि किसानों का चिन्हांकन कर शासन की योजनाओं के अंतर्गत लाभान्वित किया जाए। उन्होंने फल क्षेत्र विस्तार, सब्जी, मसाला, पुष्प व औषधि तथा सुगंधित फसलों के विस्तार के संबंध में निर्देश दिए। बैठक में कलेक्टर आशीष वशिष्ठ ने पशुपालन विभाग द्वारा किसान क्रेडिट कार्ड के लक्ष्य की प्रगति तथा आचार्य विद्यासागर योजना के अंतर्गत प्रकरण की स्थिति तथा विभागीय कार्यों की समीक्षा की। समीक्षा के दौरान कलेक्टर ने निर्देशित किया कि विभागीय योजनाओं के अंतर्गत तैयार हितग्राही प्रकरणों में बैंकर्स से समन्वय कर व सतत् बैठक कर प्रगति लाएं, अन्यथा जिम्मेदारों के विरूद्ध कार्यवाही की जाएगी। उन्होंने केसीसी प्रकरणों के निराकरण में विभागीय अमले के प्रयासों पर नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि 15 दिवस में केसीसी के लक्ष्य के विरूद्ध प्रगति लाने के कार्य को प्राथमिकता में सुनिश्चित किया जाए, अन्यथा जवाबदेही तय करते हुए कार्यवाही की जाएगी। उन्होंने बैठक में गौशालाओं के निर्माण तथा संचालन की जानकारी लेते हुए अपूर्ण गौशाला निर्माण के कार्य को पूर्ण कराए जाने के संबंध में निर्देश दिए। बैठक में मोबाइल वेटेनरी यूनिट के संचालन की समीक्षा करते हुए कलेक्टर ने पशुपालकों को सुविधाएं उपलब्ध कराए जाने के संबंध में निर्देश दिए। बैठक में सहकारिता एवं मत्स्य पालन विभागों के लक्षित कार्यों की समीक्षा करते हुए कलेक्टर ने सहकारिता विभाग के अधिकारियों को सहकारी समितियों के लंबित वसूली के निर्देश दिए गए तथा किसान क्रेडिट कार्ड बनाए जाने के कार्य में प्रगति लाने के साथ ही उर्वरक की उपलब्धता की समीक्षा की गई। मत्स्य पालन विभाग की समीक्षा के दौरान कलेक्टर ने जिले में उपलब्ध जल संरचनाओं के अनुरूप मत्स्य पालन समितियां गठित कर मत्स्य पालन की गतिविधि को बढ़ावा देने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि मत्स्य पालकों के किसान क्रेडिट कार्ड बनाए जाने के लक्ष्य पूर्ति की दिशा में परिणाममूलक कार्य किए जांए।