विश्व मृदा दिवस पर राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वयंसेवकों ने महाविद्यालय परिसर में पौधारोपण कर मिट्टी की जैव विविधता की रक्षा करने ली शपथ

विश्व मृदा दिवस पर राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वयंसेवकों ने महाविद्यालय परिसर में पौधारोपण कर मिट्टी की जैव विविधता की रक्षा करने ली शपथ
उमरिया-विश्व मृदा दिवस पर शासकीय रणविजय प्रताप सिंह स्नातकोत्तर महाविद्यालय उमरिया के राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई उमरिया के द्वारा महाविद्यालय प्रभारी प्राचार्य डॉ. एम.एन स्वामी, राष्ट्रीय सेवा योजना कार्यक्रम अधिकारी डॉ. अरविंद शाह बरकड़े,डॉ. देवेश अहिरवार, दुर्वेन्द्र मरावी की उपस्थिति में महाविद्यालय परिसर के महात्मा गांधी वाटिका में पौधा लगाकर पौधारोपण किया गया। महाविद्यालय प्रभारी प्रचार्य डॉ.एम.एन स्वामी व डॉ. अरविंद शाह बरकड़े ने कहा किमृदा जिसे हम आम बोलचाल की भाषा मे मिट्टी कहते हैं, हमारे जीवन में बहुत महत्वपूर्ण होती है। मिट्टी के महत्व को याद रखने और उसके संरक्षण के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए 5 दिसंबर को विश्व मृदा दिवस मनाया जाता है। राष्ट्रीय सेवा योजना के वॉइस प्रेसिडेंट हिमांशू तिवारी ने जानकारी देते हुए कहा कि विश्व मृदा दिवस का उद्देश्य खाद्य सुरक्षा, कृषि के साथ-साथ जलवायु परिवर्तन के शमन, गरीबी उन्मूलन और सतत विकास के लिए मिट्टी के महत्व के बारे में दुनिया भर में जागरूकता बढ़ाना है।प्रत्येक वर्ष 5 दिसम्बर को विश्व मृदा दिवस के रूप में मनाया जाता है और उसकी एक थीम होती है। इस वर्ष की थीम "मिट्टी और पानी, जीवन का एक स्रोत" है।इस थीम के अनुसार हमें उन उपायों को अपनाना चाहिये जिससे कि मिट्टी को जीवित रखा जा सके और उनकी उपजाऊ शक्ति बनी रहे।इस दौरान राष्ट्रीय सेवा योजना वालंटियर हिमांशू तिवारी, खुशी सेन,शिखा बर्मन,शिवांश सिंह सेंगर,शैलेन्द्र झरिया,शैलेंद्र कुमार बसोर व महाविद्यालय के सभी छात्र-छात्र उपस्थित रहे।