जन्मदिन पर बृजेश गौतम ने विधानसभा कोतमा क्षेत्र में किया शक्ति प्रदर्षन विधानसभा 2023 के लिये भरी हुंकार दावेदारों की लंबी है कतार कौन होगा प्रत्याशी कैसे लगेगी नैय्या पार

जन्मदिन पर बृजेश गौतम ने विधानसभा कोतमा क्षेत्र में किया शक्ति प्रदर्षन विधानसभा 2023 के लिये भरी हुंकार
दावेदारों की लंबी है कतार कौन होगा प्रत्याशी कैसे लगेगी नैय्या पार
इन्ट्रो-भारतीय जनता पार्टी ने मध्यप्रदेश विधानसभा 2023 के चुनाव को लेकर चुनाव प्रबंधन समिति का संयोजक नियुक्त करने के साथ जहां प्रदेश स्तर पर तैयारी शुरू कर दी वहीं अब दावेदारों के द्वारा विधानसभा स्तर पर जन-मत की शक्ति का प्रदर्शन कर हुंकार भरी जाने लगी है। कुछ ऐसा ही भारतीय जनता पार्टी के पूर्व जिलाध्यक्ष व प्रदेश कार्य समिति सदस्य बृजेश गौतम ने 26 जुलाई बुधवार को अपने जन्मदिवस पर विधानसभा कोतमा क्षेत्र का दौरा करते हुये शक्ति प्रदर्शन कर दावेदारी जताई है। हलांकि यहां से दावेदारों की कतार लंबी है ऐसे में भाजपा किसे प्रत्याशी बनायेगी और कौन नैय्या पार लगायेगा यह तो चुनाव की तारीखो की घोषणा होने के बाद ही तस्वीर सामने आ सकेगी।
अनूपपुर। विधानसभा कोतमा, शहडोल संभाग की इकलौती सामान्य विधानसभा सीट है जहां से सामान्य वर्ग का हर एक नेता विधानसभा चुनाव लडने के लिये विभिन्न राजनैतिक दलो से अपनी दावेदारी जता रहा है। खास तौर से भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस पार्टी में दावेदारों की कतार लंबी है हो भी क्यों न क्योंकि मध्यप्रदेश में भाजपा और कांग्रेस के अलावा अन्य कोेई दल इस स्थिति में वर्तमान में तो दिखाई नही दे रहा कि वह सरकार बना पायेगा। विधानसभा कोतमा सामान्य सीट घोषित होने के बाद से अब तक भारतीय जनता पार्टी हो या कांग्रेस दोनों ने सामान्य वर्ग के नेताओं को प्रत्याशी बनाने से परहेज रखा है क्या 2023 के विधानसभा चुनाव में दोनों ही दल सामान्य वर्ग के नेता को बतौर प्रत्याशी मैदान में उतारेंगे या फिर इन नेताओं की लालसा दावेदारी तक ही पूरी रहेगी। जबकि यहां पर किसी भी दल में हार-जीत तय करने में सामान्य वर्ग की अपनी एक बडी भूमिका रही है जिसका निर्वहन सामान्य वर्ग के नेताओं के द्वारा अपनी पार्टी के प्रति करते आ रहे है। बहरहाल संगठन का अंतिम निर्णय मानकर सामान्य वर्ग के नेता उसके साथ चलने को विवश रहते है।
इसलिये हो रही क्षेत्र में चर्चा
बुधवार 26 जुलाई को भारतीय जनता पार्टी के पूर्व जिलाध्यक्ष एवं प्रदेश कार्य समिति सदस्य बृजेश गौतम का जन्मदिन था इस दिन विभिन्न धार्मिक स्थलो में पूजा-पाठ करते हुये उन्होंने विधानसभा क्षेत्र के प्रमुख स्थानो का दौरा करते हुये पार्टी के पदाधिकारियो व आम जनसामान्य से मुलाकात की। जहां कई स्थानों में उनका भव्य स्वागत करते हुये रैली भी निकाली गयी। जिसके बाद क्षेत्र में इसकी चर्चा जोरो पर रही कि बृजेश गौतम ने जन्मदिन के बहाने विधानसभा क्षेत्र में 2023 के विधानसभा चुनाव में प्रत्याशी बनाये जाने हेतु शक्ति का प्रदर्शन कर शीर्ष नेतृत्व को संदेश देना चाहा है कि अब की बार पार्टी उन्हें यहां से प्रत्याशी घोषित करे।
कतार में इन नेताओं के नाम शामिल
विधानसभा कोतमा से दावेदारी की कतार में भारतीय जनता पार्टी के पूर्व जिला महामंत्री रहे संघ के करीबी अजय शुक्ला उसके बाद जिला उपाध्यक्ष रहे वर्तमान में जनभागीदारी बिजुरी महाविद्यालय के अध्यक्ष लवकुश शुक्ला जो कि विधानसभा क्षेत्र में ट्रांसफार्मर बाबा के नाम से पहचाने जाते है। इसके बाद तीन पंचवर्षीय से लगातार दावेदारी कर प्रत्याशी बनने के प्रयास में लगे वरिष्ठ पत्रकार एवं पार्टी के विभिन्न दायित्वो का निर्वहन कर चुके मनोज दुवेदी जिला भारतीय जनता पार्टी के उपाध्यक्ष कोतमा महाविद्यालय जनभागीदारी समिति के अध्यक्ष हनुमान गर्ग, पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष श्रीमति उमा सोनी, पूर्व विधायक दिलीप जायसवाल, कांग्रेस पार्टी से भाजपा में शामिल हुये वरिष्ठ नेता राम नरेश गर्ग, नगरपालिका पसान के अध्यक्ष एवं भारतीय जनता पार्टी के जिला उपाध्यक्ष राम अवध सिंह के साथ नगर परिषद डूमर कछार के अध्यक्ष सुनील चौरसिया के नाम प्रमुख है।
चुनाव की तारीख आते तस्वीर होगी साफ
विधानसभा 2023 के चुनाव की निर्वाचन आयोग के द्वारा तारीख घोषित किये जाने के बाद विधानसभा कोतमा से भारतीय जनता पार्टी व कांग्रेस पार्टी में प्रत्याशी को लेकर तस्वीर साफ होने लगेगी। क्योंकि दावेदारी की कतार में लगे कई नेता इसके बाद इस लाइन से बहुत दूर हो जायेगे ऐसे में कौन कब पाला बदलेगा और कहां होगा यह भी एक बडा विषय है। इसलिये शायद खुली गुटबाजी दिखने के बाद भी भारतीय जनता पार्टी हो या कांग्रेस का शीर्ष नेतृत्व यहां पर ऐसा कोई निर्णय लेने से पहले सौ बार सोचेगा। क्योंकि जहां भारतीय जनता पार्टी सत्ता में आने के लिये वह सब कुछ कर गुजरने को तैयार है जो राजनीति में होता है। वहीं कांग्रेस एंटी इंकबेंसी का फायदा उठाने के साथ ही भाजपा पर खरीद फरोख्त का आरोप लगाकर लुभावनी नीति सामने कर सत्ता में आना चाहती है।