शराबियों ने पॉलिटेक्निक कॉलेज के पास पड़ी रिक्त भूमि को बनाया मयखाना, शाम ढलते ही शराबियों का लगता जमावड़ा
पुलिस व आबकारी विभाग कागजी कोरम पूरा करने दर्ज करती छह पाव विक्रय की कार्यवाही

 


इन्ट्रो- मध्य प्रदेश सरकार द्वारा शराबबंदी तो नहीं की गई लेकिन नशे बाजी को रोकने के लिए देशी-विदेषी शराब दुकान के समीप चलने वाले वैध आहातों सहित अवैध आहातों पर पूर्णत प्रतिबंध लगाने के साथ ही खुले स्थान पर बैठकर शराब पीने पर पाबंदी लगा रखी है, लेकिन उसका पालन कोतवाली अनूपपुर अंतर्गत नहीं हो रहा है यहां पर शाम ढ़लने के बाद पॉलिटेक्निक कॉलेज के पास रिक्त पड़ी भूमि को शराबियों ने मयखाना बना रखा है, जहां पर प्रतिदिन शाम ढलने के बाद उनका जमावड़ा लग जाता है, जिससे क्षेत्र का वातावरण दूषित हो रहा है वही शराब की फूटी बोतलें जहां आवा गमन के दौरान वाहनों को पंचर कर रही है, वहीं असमय लोगों की दुर्घटना का कारण बन रही है जिसको लेकर क्षेत्र वासियों ने कार्यवाही की मांग की है।
अनूपपुर। शराब पीना स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है, यह हर एक शराब की बोतल में लिखा होने के साथ ही शराब दुकान के पास लगे बैनर में साफ शब्दों में लिखा रहता है इसके बावजूद भी लोग अपने स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ करने में परहेज नहीं करते शराबी अपने स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ करने के साथ ही खुले स्थान में बैठकर आसपास के वातावरण को दूषित करने में भी कोई कोर कसर नहीं छोड़ता यह बात इन दोनों अनूपपुर जिला मुख्यालय स्थित पॉलिटेक्निक कॉलेज के समीप रिक्त पड़े स्थान में फैली शराब की बोतलों के साथ शाम ढलने के बाद शराबियों के लगते मजमें से साफ दिख रहा है, इस मामले की जानकारी होने के बाद भी न तो पुलिस विभाग को कोई मतलब है और न ही आबकारी विभाग को, वह तो अपने रोज नामचे का कोरम पूरा करने के लिये कभी 6 लीटर देशी महुआ लाहन शराब की जप्ती तो कभी 10 पाव देषी व अंग्रेजी शराब की कार्यवाही कर पूरा कर रहे हैं, क्षेत्र में क्या कुछ अवैध हो रहा है इससे शायद उन्हें परहेज है ।
शाम के बाद निकलने से भय खाते रहवासी
पॉलिटेक्निक कॉलेज के समीप सैकड़ो की संख्या में लोग मकान बनाकर रहने लगे हैं जिससे यह क्षेत्र पूर्णतः रहवासी क्षेत्र हो गया है, जहां पूरे समय लोगों का आना-जाना अपने कार्यों से लगा रहता है लेकिन वर्तमान समय में आलम यह है कि पास पड़ी रिक्त भूमि को शाम ढलने के बाद शराबियों ने अपना खुला मयखाना बना रखा है जिसकी वजह से उनकी छींटाकशी व असमय दुर्घटना से बचने के लिए लोग यहां शाम के बाद निकलने में भय खाने लगे हैं, समय रहते पुलिस वह आबकारी विभाग के द्वारा यहां बैठने वाले शराबियों पर कार्यवाही नहीं की गई तो बड़ी अनहोनी से इनकार नहीं किया जा सकता है।
गाली गलौज के कारण वातावरण हो रहा दूषित
शराबियों द्वारा यहां बैठकर शराब का सेवन करने के बाद चिल्लाहट भरी आवाज में गाली गलौज की जाती है जिसके कारण लोगों को ऐसा लगता है कि लड़ाई झगड़े का माहौल बना है और वह फिर अपने घरों से बेवजह पचड़े में पढ़ने के कारण नहीं निकलते हैं, शराबियों के कारण इस रहवासी क्षेत्र का वातावरण पूरी तरह दूषित हो रहा है, जबकि यही समय छात्रों के ट्यूशन पढ़ाने जाने व वहां से उनके आने का होता है। क्षेत्रवासियों ने न्याय प्रिय कलेक्टर एवं पुलिस कप्तान से पॉलिटेक्निक क्षेत्र में शाम के बाद पुलिस की गस्त करते हुए खुले में बैठकर शराब पीने वालों के विरुद्ध कड़ी कार्यवाही की मांग की है।