शराब तश्करी करते बोलेरो वाहन पलटा 4 कर्मचारी हुए घायल ? रातोरात शराब और घायल कर्मचारियों सहित वाहन हुआ गायब, पुलिस को नहीं कोई सूचना ?,,रिपोर्ट @ रमाकांत शुक्ला

शराब तश्करी करते बोलेरो वाहन पलटा 4 कर्मचारी हुए घायल ? रातोरात शराब और घायल कर्मचारियों सहित वाहन हुआ गायब, पुलिस को नहीं कोई सूचना ?
अनूपपुर - जिले में शराब ठेकेदार और कानून व्यवस्था का जो गठजोड़ है उससे यह सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है कि बीते 7 मई की दरम्यानी रात तश्करी की शराब ले जाते बोलेरो वाहन बदरा पेट्रोल पंप के पास पलटता है जिसमें 4 लोग घायल होते है जिन्हें रातों रात अनूपपुर से आई बिना नंबर की 2 थार गाड़ी में घायलों को कोतमा अस्पताल पहुंचाया जाता है व बोलेरो में लोड शराब पलटी कर रातों रात गायब हो जाती है। यह हम नहीं कह रहे प्रत्यक्षदर्शी खुद घटना की जानकारी अपने मित्र को दे रहे है। जिसपर रात में ही भालूमाड़ा पुलिस को कुछ लोगो ने फोन लगाकर घटना के संबंध में जानकारी देने का प्रयास करते है मगर पुलिस फोन उठाना मुनासिब नहीं समझती। वहीं सुबह सुबह बिना पुलिस को सूचना दिए बॉलेरों वाहन को घटना स्थल से गायब कर दिया जाता है और भालूमाड़ा पुलिस का यह बयान हमें इस घटना की कोई जानकारी नहीं है किसी घायल की कोई शिकायत आएगी तो कार्यवाही की जाएगी। घटना में अपने आप में संदेह पैदा करता है।
क्या है मामला ।
सूत्रों की माने तो घटना दिनांक 7 मई 2025 की दरम्यानी रात लगभग पौने 2 बजे की है। जहां कोतमा से अनूपपुर की ओर जाते समय एक बोलेरो वाहन क्रमांक mp 35 ca 3806 तेज रफ्तार होने के कारण मोड़ में अनियंत्रित होने के कारण सड़क किनारे बने फुटपाथ पर चढ़कर ईंट के ढेर में टकराकर पलट गई। तेज आवाज के साथ वाहन पलटने पर आसपास के कुछ ग्रामीण घटना स्थल पर पहुंचे व वाहन में 4 लोग घायल अवस्था में दिखे जो बहुत ज्यादा घायल हो गए थे। प्रत्यक्षदर्शी ग्रामीण युवक ने घटना की सूचना अपने मित्र को दी व घायलों की जानकारी दिया इसी दौरान युवक की नजर वाहन में लोड शराब पर पड़ी। जिसके बारे में उसने युवक को बताया और युवक ने दुर्घटनाग्रस्त वाहन, घायल सवार व वाहन में लोड शराब का चारों तरफ से वीडियो बनाने को बोला और भालूमाड़ा थाना प्रभारी संजय खलको,आरक्षक भानु प्रताप सिंह और चक्रधर तिवारी को रात में ही फोन लगाकर घटना की सूचना देने का प्रयास किए मगर पुलिसकर्मियों का फोन रिसीव नहीं हुआ। उसी दौरान वीडियो बना रहे ग्रामीण युवक का एक व्यक्ति ने मोबाइल लूटकर वीडियो डिलीट कर दिया और यह बात कही कि जिसे तुम मदद के लिए बुला रहे हो उससे बोलना हमसे बात कर लेगा।
दुर्घटना स्थल पर पहुंची 2 थार घायलों को पहुंचाया अस्पताल, मौके से शराब हुई गायब ?
सूत्रों की माने तो दुर्घटना के ठीक बाद घटना स्थल पर बिना नंबर की 2 थार गाड़ी पहुंची जिसमें थार गाड़ी में घायलों को बैठाकर कोतमा अस्पताल पहुंचाया गया। बोलेरो में लोड अवैध शराब को पलटी कर रातों रात ठिकाने लगा दिया गया। उक्त वारदात के बाद अनूपपुर से आए एक थार चालक ने वाहन को बाहर निकलवाने के लिए एक युवक को फोन लगाकर मदद मांगी व रस्सी की मांग किए जिसपर युवक ने यह बात कही कि थाने में सूचना दे दो वाहन सुबह निकल जायेगा। मगर युवक ने यह बात कही कि पुलिस को सूचना नहीं दे सकते वाहन निकलवाना ज्यादा जरूरी है और फोन काट दिया।
घटना स्थल से बॉलेरों वाहन हुआ गायब, पुलिस बनी अनजान ?
उक्त मामले में सबसे हास्यास्पद बात यह है कि पुलिस अधीक्षक मोती उर रहमान द्वारा नेशनल हाईवे 43 में दुर्घटनाग्रस्त घायलों की मदद के लिए बनाई गई यातायात चौकी फुनगा के समाजसेवी पुलिसकर्मियों को घटना के संबंध में कोई सूचना नहीं मिली और न भालूमाड़ा पुलिस को घटना के संबंध में कोई जानकारी मिली और न आज दिनांक तक कोई शिकायत दर्ज हुई और न ही पुलिस ने यह जानने का प्रयास किया कि घटना हुई भी थी या नहीं। वहीं दुर्घटना के बाद दुर्घटना ग्रस्त बोलेरो वाहन शराब ठेकेदार के कर्मचारियों के ठीहे के पीछे ज्योति पेट्रोल पंप से बुढ़नपुर मार्ग पर खड़ी नजर आई जो अब वहां से गायब हो चुकी होगी। सबसे बड़ा सवाल यह खड़ा होता है कि क्या ऐसा कारण था कि पुलिस को उक्त घटना की कोई जानकारी नहीं दी गई। दूसरा जब भालूमाड़ा पुलिस को फोन लगाकर घटना की जानकारी दी गई तो पुलिस ने वाहन का तलाश करना क्यों उचित नहीं समझे ? दुर्घटना के बाद वाहन लेकर मौके से फरार हो जाना और पुलिस को कोई सूचना न देना भी कानूनन अपराध की श्रेणी में आता है।
कार दुर्घटना के बाद क्या नहीं करना चाहिए?
कानून के अनुसार, जो कोई भी कार दुर्घटना में शामिल होता है, उसे तुरंत वाहन रोकना चाहिए। चाहे दुर्घटना के कारण कोई घायल हुआ हो, मृत्यु हुई हो या संपत्ति को नुकसान पहुंचा हो, यह ज़रूरी नहीं है। अगर आप ऐसा नहीं करते हैं और दुर्घटना स्थल से चले जाते हैं, तो आपको भारी जुर्माना लगाया जा सकता है। इसलिए, जब आप दुर्घटना में शामिल हों, तो दुर्घटना स्थल पर ही रहें और पुलिस को इसकी सूचना दें। अगर संभव हो, तो घायलों को चिकित्सा सहायता दिलाने का प्रयास करें। कुछ लोगों की राय है कि पुलिस को तभी सूचित किया जाना चाहिए जब दुर्घटना के कारण कोई मौत हो। यह बिलकुल गलत है। दुर्घटना की सूचना पुलिस को देना महत्वपूर्ण है, चाहे इसमें कितना भी नुकसान क्यों न हो। जितनी जल्दी हो सके एफआईआर दर्ज करानी चाहिए।
रात के अंधेरे में होती है शराब की तस्करी ?
अनूपपुर जिले के शराब ठेकेदार ने जिले की समस्त 21 दुकानों का आबकारी का ठेका लेने के बाद प्रिंट रेट से मंहगी शराब बेच रहा है वहीं आबकारी दुकान की आड़ में रात के अंधेरे में पूरे जिले के गांव गांव मोहल्ला, पान ठेला, किराना दुकान, होटल ढाबों में अवैध शराब तस्करी भी कर रहा है। जिसका उदाहरण बीते दिन करन पठार क्षेत्र में प्रभारी मंगला दुबे ने 293 लीटर अवैध शराब जप्त किए वही जैतहरी थानांतर्गत 4 पेटी अवैध शराब जप्त हुई। जिसपर पुलिस अधीक्षक मोती उर रहमान ने यह बात कही थी कि जांच के दौरान यदि जप्त शराब ठेकेदार की निकली तो उसपर भी मुकदमा दर्ज होगा। मगर आज एक सप्ताह बीतने के बाद भी कोई कार्यवाही ठेकेदार के ऊपर नहीं हुई है। वहीं बदरा पेट्रोल पंप के पास हुई घटना के बाद पुलिस का यह जवाब कि हमारे पास ऐसी किसी भी घटना की जानकारी नहीं है, न किसी घायल ने कोई शिकायत की है। कोई शिकायत आने पर ही कोई कार्यवाही की जायेगी। पूरे घटनाक्रम पर पुलिस की जागरूकता पर ही प्रश्नचिन्ह खड़ा करती है।
इनका कहना है।
रात में फोन आया था जो रिसीव नहीं हो सका था। सुबह घटना की जानकारी मिली पर दुर्घटना स्थल में वाहन नहीं मिला यदि कोई शिकायत आएगी तो कार्यवाही की जायेगी।
संजय खलको
थाना प्रभारी भालूमाड़ा