शासकीय महाविद्यालय पुष्‍पराजगढ में आयोजित हुई राष्‍ट्रीय शोध संगोष्‍ठी

@रिपोर्ट - मो अनीश  तिगाला 

 पुष्पराजगढ़ /  शासकीय महाविद्यालय पुष्पराजगढ़ में हिंदी विभाग द्वारा  जनजातीय जीवन में लोक अभिव्यक्ति एवं विविध स्वरूप विषय पर   आयोजित दो दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन गत 11 व 12 जनवरी 2023  को किया गया   जिसमें बतौर मुख्य अतिथि  कमिश्‍नर  शहडोल संभाग  राजीव शर्मा ने कहा है कि भारत का भविष्‍य विद्यार्थियों के हाथ में सुरक्षित है। विद्यार्थी सतत प्रयास और कठोर परिश्रम कर किसी भी लक्ष्‍य को हासिल कर सकते है। उन्‍होंने कहा कि अगर विद्यार्थी लगन, कठोर परिश्रम करता है तो वह कलेक्‍टर, कमिश्‍नर, डॉक्‍टर्स, इंजीनियर, उद्योगपति आदि बन सकते हे। उन्‍होंने कहा कि देश अधिकारियों और नेताओं के चलाने से नही चलता, देश को  उन्‍नति एवं प्रगति की राह पर ले जाने के लिये अच्‍छे किसान, अच्‍छे इंजीनियर, डॉक्‍टर्स और बिजनेस मैन चाहिए। उन्‍होंने कहा कि विद्यार्थियों को ऊचा आत्‍मविश्‍वास रखकर अपने लक्ष्‍य की ओर बढना चाहिए।  कमिश्‍नर शहडोल संभाग श्री राजीव शर्मा बुधवार को शासकीय स्‍नातक पुष्‍परागढ में आयेाजित राष्‍ट्रीय शोध संगोष्‍ठी को सम्‍बोधित कर रहे थें।  
 कमिश्‍नर ने कहा कि  भारत की सभी संताने महान योद्धाओं के वंशज है, जनजातिय होने का अर्थ पिछड़ा होना नही है, किसी से कम होना नही है, दुनिया के इतिहास को अगर ध्‍यान से पढे़ तो जानेंगे की पूरी दुनिया के इतिहास में सबसे लंबे समय तक चलने वाले साम्राज्‍य में हमारा गोंडवाना साम्राज्‍य प्रमुख था। उन्‍होंने कहा कि महाराजा शंकरशाह और रघुनाथ शाह का बलिदान सभी भारतीय का सिर ऊंचा करने की गाथा है।  उन्‍होंने कहा कि आपको गर्व होना चाहिए कि आप उन महान योद्धाओं के वंशज है।
        कमिश्नर शहडोल संभाग श्री राजीव शर्मा ने कहा है कि पुष्पराजगढ़ पर ईश्वर की अनूठी कृपा है। पुष्पराजगढ़ पिछड़ा इलाका नहीं है, क्योंकि पुष्पराजगढ़ को ईश्वर की ऐसी अनूठी कृपा मिली है नर्मदा, सोन और दर्जन भर नदियां जहां से निकलती है। आधा हिंदुस्तान पुष्पराजगढ़ के दिए हुए पानी से जीवित है। पाटलिपुत्र जैसे महानतम साम्राज्य अगर पुष्पराजगढ़ से बहने वाली सोन नदी नहीं होती तो पाटलिपुत्र का साम्राज्य भी नहीं होता।  कमिश्नर ने कहा कि जब आप महान योद्धाओं के वंशज हैं, तो आप किसी से प्रतिभा और साहस में कम नहीं हो सकते हैं।
कमिश्नर ने कहा कि यहां जो अनोखी जैव विविधता है और जो पारंपरिक ज्ञान हैं इसको संयोजने  एवं संवारने की जरूरत है, जनजातियों के पारंपरिक ज्ञान का लाभ उठाने की जरूरत है, इसको समझने की जरूरत है, इसका सम्मान करने की जरूरत है।
    संगोष्ठी को संबोधित करते हुए अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक शहडोल जोन श्री दिनेश चंद्र सागर ने कहा कि युवाओं को नशे की लत से दूर रहना चाहिए। सोशल मीडिया से दूरी बनाकर रहना चाहिए उन्होंने कहा कि युवा वाहन जाते समय यातायात नियमों का पालन करें। कम उम्र के बच्चे को वाहन चलाने के लिए हतोत्साहित करें। बच्चों को वाहन किसी भी स्थिति में नहीं दें। उन्होंने कहा कि वाहन चलाते समय हेल्मेट का उपयोग भी करें।
       इस अवसर पर विधायक श्री फुंदेलाल मार्को, एसडीएम श्री विवेक केव्ही, शासकीय तुलसी महाविद्यालय  अनूपपुर के   प्राचार्य डॉ जे के  संत,प्राचार्य डीपी सारमे, वरिष्ठ प्राध्यापक श्री अमृतलाल झारिया प्राध्यापक श्रीमती आर.के. मरावी सहित बड़ी संख्या में विद्यार्थी उपस्थित रहे। कार्यक्रम का सफल संचालन प्रोफेसर देवेंद्र तिवारी द्वारा किया गया