शासकीय महाविद्यालय में खेल मैदान के साथ ही लाइब्रेरी में पुस्तकों का अभाव
 (विकास पाण्डेय)

बिजुरी। शासकीय महाविद्यालय बिजुरी में अध्यनरत छात्र-छात्राओं को परेशानियों के बीच पढ़ाई करने की मजबूरी बनी हुई है। करोड़ों रुपए की लागत से यहां महाविद्यालय भवन का निर्माण तो कर दिया गया लेकिन आज भी महाविद्यालय में मूलभूत व्यवस्थाओं की कमी होने के कारण अध्यनरत छात्रों को परेशानी उठानी पड़ रही है।

यह व्यवस्थाएं अभी तक नहीं हो पाई उपलब्ध

शासकीय महाविद्यालय बिजुरी में CCTV कैमरा नही है, जबकि महाविद्यालय मे छात्राओ कि संख्या ज्यादा है जिससे उनकी सुरक्षा को लेकर अंदेशा बना रहता है। इसके साथी ना तो यहां सिक्योरिटी गार्ड और सफाई कर्मी की पदस्थापना अभी तक हो पाई है। इसके साथ ही भृत्य न होने से शैक्षणिक स्टाफ को भी परेशानी होती है।

खेल मैदान और लाइब्रेरी में किताबो की कमी

शासकीय महाविद्यालय बिजुरी में पर्याप्त मात्रा में भूमि उपलब्ध होने के बावजूद आज तक खेल मैदान का निर्माण यहां नहीं हो पाया जिसके कारण छात्र-छात्राओं को खेल गतिविधि का लाभ नहीं मिल पाता है इसके साथ ही यहां जो लाइब्रेरी बनाई गई है वहां पर्याप्त मात्रा में किताबें उपलब्ध नहीं है जिसके कारण यहां के छात्र-छात्राओं को परेशानी का सामना करना पड़ता है। कई बार छात्रों के द्वारा लाइब्रेरी में पुस्तक उपलब्ध कराए जाने को लेकर के मांग भी की गई लेकिन आज तक यह उपलब्ध नहीं हो पाया। स्मरणीय है कि वर्तमान मुख्यमंत्री उस वक्त के उच्च शिक्षा मंत्री माननीय डाक्टर मोहन यादव द्वारा बीते लगभग २ वर्ष पूर्व बिजुरी महाविद्यालय का शुभारंभ किया गया था! मंत्री  स्वतंत्र प्रभार दिलीप जायसवाल और सूबे मुख्यमंत्री से जन अपेक्षा है कि बिजुरी महाविद्यालय सर्वसुविधायुक्त बनाने की पहल करे जिससे बिजुरी कोयलांचल क्षेत्र के क्षात्रों के शिक्षा के लिए उक्त कालेज की सार्थकता सिद्ध हो सके!