संगीतमय श्रीमद् भागवत कथा सप्ताह ज्ञानयज्ञ का हुआ समापन ,पूर्वजों के आशीष से ही धार्मिक अनुष्ठान के अवसर मिलते है-बृजेंद्र सिंह,,संवाददाता / श्रवण उपाध्याय

संगीतमय श्रीमद् भागवत कथा सप्ताह ज्ञानयज्ञ का हुआ समापन ,पूर्वजों के आशीष से ही धार्मिक अनुष्ठान के अवसर मिलते है-बृजेंद्र सिंह,,संवाददाता / श्रवण उपाध्याय
अमरकंटक / मां नर्मदा जी की उद्गम स्थली , पवित्र नगरी अमरकंटक थाना में लंबे समय तक अपनी सेवाएं दे चुके सहा.उप निरी..सेवा नि म प्र पु बृजेंद्र सिंह बघेल अपने निज निवास आदर्श कालोनी गोपालपुर रोड बुढ़ार में ब्रह्मलीन श्री श्री 1008 श्री स्वामी हरिवंशाचार्य जी महाराज (राजगुरु) रीवा की छत्र छाया से मई 14 से 21 तक रोजाना दोपहर 4 से 7 बजे तक कथा वाचक आचार्य श्री डॉ कृष्णेन्द्र जी महाराज वृंदावन के श्रीमुख से यजमान श्रीमती उर्मिला - बृजेंद्र सिंह बघेल सपरिवार सम्मिलित होकर परमपिता परमेश्वर अखिल लोक ब्रह्माण्ड नायक देवकीनंदन ब्रज बल्लभ श्रीकृष्ण जी की असीम कृपा और पूर्वजों के आशीर्वाद से इस पुनीत धार्मिक अनुष्ठान में ईष्ट मित्रो सहित श्रीकृष्णचंद्र जी के अलौकिक कथा का श्रवण कर रसास्वादन पान कर पुण्य के भागी बने । सप्ताह तक चले कथा में कलश यात्रा से प्रारंभ हो देवपूजन ,बैठकी , कथा महात्म,ध्रुव चरित्र,जड़ भरत,प्रहलाद चरित्र,वामन अवतार,कृष्णजन्म , गोवर्धन पूजन,रुक्मणि विवाह,सुदामा चरित्र,परीक्षित मोक्ष,व्यास पूजन और हवन कर विशाल नगर भंडारा आयोजित कर प्रसाद वितरण बाद श्रीमद् भागवत कथा की पूर्णहुती की गई ।
कथा के यजमान बृजेंद्र सिंह बताए कि भगवान की कृपा और पूर्वजों की असीम आशीष प्राप्त होने पर ही गृह में धार्मिक अनुष्ठान करने के अवसर प्राप्त होते है । हमे बड़ी प्रसन्नता है कि यह धार्मिक आयोजन करने का अवसर हमे भी प्राप्त हुआ और परिवार के सभी सदस्यों का पूर्ण सहयोग रहा ।
पूरे सप्ताह भर चले कथा में पूरा पंडाल खचाखच भरा रहता था जिसमें महिलाओं की संख्या भारी तादात में बनी रहती थी । पूरे सप्ताह भर मोहल्ले व आसपास क्षेत्र तक में धार्मिक वातावरण का माहौल बना रहा । नगर के अलावा दूर दराज से आए ईष्ट मित्रो सहित परिवार के सदस्यों ने श्रीकृष्णचंद्र जी की कथा में पधार कर पुण्य लाभ अर्जित किए ।
श्रीमती संजू-विपिन सिंह बघेल , श्रीमती स्मिता-विकास सिंह , श्रीमती रेनू सिंह , श्रीमती विमला-महेंद्र प्रताप सिंह , श्रीमती चंदा - गजेंद्र प्रताप सिंह , श्रीमती करुणा - विष्णु प्रताप सिंह (मुन्ना) , श्रीमती संध्या - योगेंद्र प्रताप सिंह , श्रीमती प्रीति - ज्ञानेंद्र प्रताप सिंह , श्रीमती नीतू - धर्मेंद्र प्रताप सिंह , श्रीमती सीमा - दानेंद्र प्रताप सिंह , श्रीमती राशि - हर्ष प्रताप सिंह , श्रीमती शिल्पी - अजीत प्रताप सिंह , सुजीत सिंह , अखंड प्रताप सिंह , गरिमा , आस्था ,नमन , नंदन ,अर्पित , धरा , जीत , ट्विंकल आदि शामिल होकर श्रीमद् भागवत कथा के आयोजन में सम्मिलित होकर सफलता पूर्वक पूर्ण हुआ ।