अभय सिंह ओहरिया पूरी टीम के साथ लग जाएं तब भी तालाब में नही भर पाएंगे चुल्लू भर पानी ? साहब ये तालाब है या खेत? जागृत सिंह के सामने पंचायती राज घुटनो के बल ? विजय उरमलिया की कलम से

अभय सिंह ओहरिया पूरी टीम के साथ लग जाएं तब भी तालाब में नही भर पाएंगे चुल्लू भर पानी,साहब ये तालाब है या खेत,जागृत सिंह के सामने पंचायती राज घुटनो के बल ?
अनूपपुर - जनपद पुष्पराजगढ़ के ग्राम पंचायत गोंदा में पहाड़ के ऊपर पंद्रहवें वित्त से तालाब निर्माण हुआ और।ये तालाब भी जनपद के पंचायत समन्नवयक जाग्रत सिंह की देन है इन साहब ने जब देखा कि पंचायत चुनाव सर पर है और।गोंदा पंचायत में पैसा पड़ा हुआ है तो आनन फानन में पांच लाख का तालाब स्वीकृत कर अपने परिवार के कृतिका कंस्ट्रक्शन को इसको बनाने को सौंप दिया भला फिर क्या था सब कुछ तो पहले तय किया जा चुका था कि इस तालाब निर्माण के नाम पर बस सरकारी ख़ज़ाने में सेंधमारी करनी है और सेंधमारी हो भी गई कृतिका कंस्ट्रक्शन ने 84 घंटे जेसीबी चला कर तालाब की जगह खेत निर्माण कर सरकारी पैसे का आहरण कर लिया और आज दिनांक तक जनपद के किसी जिम्मेदार ने इस तालाब को देखना लाजमी भी नही समझा और जायेगा भी कोई कैसे काम जो जाग्रत सिंह का है,और अब जिला पंचायत से लेकर जनपद के सभी जिम्मेदारों को rkexpose की चुनौती है कि अपनी गाड़ी से इस तालाब तक पहुंच कर दिखाये दरसल जाग्रत सिंह को पता था करना क्या है साहब ने पहाड़ के ऊपर जहां दूर दूर तक आबादी नही,खेती नही,कुछ भी नही जो इस तालाब का उपयोग कर सके ऐसी जगह बनाया जहां हमे खुद चार किलोमीटर पैदल पहाड़ में जा कर इस तालाब को देखना पड़ा और जब देखा तो तालाब की जगह खेत निर्माण दिखा, साथ ही इस पूरे तालाब में पानी भरने का कोई सोर्स नही है पूरी रणनीति की तहत इस तालाब का निर्माण किया गया पता था कोई कभी देखने आयेगा नही जो मर्जी में आया बना दिया,
अभय सिंह ओहरिया साहब आप को अमृतसरोव तालाब को पुष्कर धरोहर बता रहे थे अब ये जरूर बताइयेगा की ये खेत है या तालाब और इसकी उपयोगिता क्या है क्या आप की पूरी जिला पंचायत से लेकर जनपद और ग्राम पंचायत की टीम इस मे चुल्लू भर पानी भर पायेंगे देख कर बताइयेगा साहब पता है आप का अनुभव बहुत है पर जिस तरह से आपने पुराने तालाबों में अमृतसरोव तालाब बनाने वालों को क्लीनचिट जैसे दे दी उससे तो उम्मीद कम ही है कि आप अपने पंचायत समन्नवयक जाग्रत सिंह के रिस्तेदार कृतिका कंस्ट्रक्शन पर हाँथ डालेंगे फिर भी अब देखना लाजमी होगा कि क्या वाकई में आप सरकारी खजाने को लूटने वालों से बचा पाएंगे या फिर इस खेत को भी तालाब बता क्लीनचिट दे देंगे,
खेत बना तालाब के नाम पर पांच लाख का भुगतान
इस पूरे घोटाले में जनपद से गोंदा पंचायत के पकरी पानी मे नये तालाब निर्माण के नाम पर पांच लाख की राशि स्वीकृत हुई थी और तालाब की जगह खेत निर्माण कर पहले चार लाख पचास हजार का भुगतान,दूसरा भुगतान पचास हजार रुपये का कृतिका कंस्ट्रक्शन को किया गया अब देखना होगा कि कार्यवाही के नाम पर ढींगे पीटने वाले जिम्मेदार क्या कृतिका कंस्ट्रक्शन से ये राशि वसूल कर ब्लैक लिस्टेड करेंगे या फिर अभय दान दे कर अपना उल्लू सीधा करेंगे ये तो आने वाला समय ही बतायेगा