नगर की यातायात व्यवस्था पूरी तरह चौपट,वीरेंद्र कुमरे नही सम्भाल पा रहे जिम्मेदारी तो नगरपालिका सड़क पर खड़े पान ठेले को हटाने से क्यों कतरा रहा- विजय उरमलिया की कलम से

नगर की यातायात व्यवस्था पूरी तरह चौपट,वीरेंद्र कुमरे नही सम्भाल पा रहे जिम्मेदारी
अनूपपुर - इन दिनों अनूपपुर नगर की यातायात व्यवस्था पूरी तरह चरमराई हुई है और यातायात विभाग के जिम्मेदार वीरेंद्र कुमरे कुम्भकर्णीय निद्रा में है सबसे बुरा हाल शंकर मंदिर से स्टेशन रोड का है इन दिनों यह रोड स्टेशन का मुख्य मार्ग है पर हालात इतने बदतर है कि एक तरफ रोड में पान ठेला के साथ सालों से कार खड़ी है और किसी बड़ी घटना को आमंत्रण दे रही है तो शंकर मंदिर से स्टेशन रोड में मोटरसाइकलों के जमावड़े से यहां से निकलना मुश्किल हो जाता है और जिसके चलते आये दिन विवाद की स्थिति निर्मित होती है तो दूसरी तरफ सब्जी वाले सड़क पर सब्जी लगा रहे है किसी दिन अगर ये किसी गाड़ी की चपेट में आ जाते है और कोई बड़ा हादसा हो जाता है तो क्या यातयात प्रभारी वीरेंद्र कुमरे घटना की जिम्मेदारी लेंगे,रोड में खड़ी गाड़ी के मालिक का कहना है की जब नगर पालिका के रिस्तेदार का ठेला रोड में खड़ा है तो मेरी गाड़ी भी खड़ी है,
अब आप सोचिये इसमे उस जनता का क्या कसूर जो शंकर मंदिर से स्टेशन रोड जाने के लिए जद्दो जहद करती रहती है,
आज जब ट्रैफिक की हालत बिगड़ी तो यातयात प्रभारी को जानकारी दी गई पर आधे घण्टे लग गए यातयात कर्मियों को आने में पर इन पर भी पता नही किसका दबाव था कि कार्यवाही करने से कतराते रहे,
शंकर मंदिर व्यस्ततम चौक नही दिखते यातयात कर्मी
शहर का सबसे व्यस्ततम चौक शंकर मंदिर है पर आप को यहाँ एक भी बल यातयात का दिखाई नही देगा और अब देखना यह होगा कि क्या यातयात प्रभारी कुम्भकर्णीय निद्रा से जागते हुए शंकर मंदिर से स्टेशन रोड को पूर्ण रूप से बहाल करा पाते है या फिर महज हाइवे में चालानी कार्यवाही में व्यस्त रहते है,दुर्भायपूर्ण तो यह है कि यह हाल जब जिला मुख्यालय का है तो आप बांकी जगह इनसे उम्मीद ही क्या कर सकते है
कसूरवार कौन
इस पूरी समस्या का कसूरवार कौन है नगर पालिका हैं या यातायात विभाग चूंकि नगरपालिका उपाध्यक्ष के रिस्तेदार का ठेला रोड में है इसलिए नही हटाया जा रहा या फिर सड़क पर कार्यवाही करने की जिम्मेदारी यातयात की है कल को कोई घटना स्टेशन में हो जाये तो इमरजेन्सी में किस सड़क का इस्तेमाल प्रशासन करेगा ये बताये चूंकि शंकर मंदिर से स्टेशन रोड में तो मोटर साइकलों की पार्किंग बना दी गई है एक गाड़ी से दूसरी गाड़ी निकलना मुश्किल है उस सड़क में जो शहर की सबसे चौड़ी सड़को में गिनी जाती है,इस पूरे मामले को एक तरफ जहां जिला प्रशासन को गंभीरता से लेना चाहिए तो दूसरी तरफ पुलिस अधीक्षक यातयात विभाग से यातायात व्यवस्था जो पूरी तरह चरमरा गई है उसको शहर के अंदर बहाल कराने खुद बीड़ा उठाये चूंकि यातायात प्रभारी कुमारे इस व्यबस्था को दुरुस्त करने में नाकामयाब साबित हो रहे है