काश की कलेक्टर साहब एक बार इन तालाबों की तरफ रुख कर पाते,जनपद कर रहा गुमराह,कारगुजारियों को छुपाने में जुटे भृष्टाचारी - विजय उरमलिया की कलम से

लेढरा तालाब में जाग्रत हुआ भृष्टाचार,गढ्ढे में मेढ़ बांध आहरित हुई पांच लाख की राशि,कलेक्टर को नही दिखा रहे अपनी कारगुजारी
अनूपपुर - जनपद पंचायत पुष्परजगढ़ के पंचायतों में भृष्टाचार दीमक बन खा रहा है और जनपद का विकास घुन की तरह पीस रहा है,पर जिम्मेदार न तो कार्य की गुणवत्ता देखना लाजमी समझते है और न ही कार्य पूर्ण हुआ कि नही इसकी जानकारी भी नही लेते और भुगतान अपने चेहतों को कर दिया जाता है,अब सवाल यह उठता है कि एक तरफ कलेक्टर आशीष वशिष्ट अमृतसरोव तालाबों का निरीक्षण कर रहे है दूसरी तरफ जिम्मेदार ऐसे तालाब साहब को दिखा रहे है जो गिनती के पूर्ण तालाब है,जरा जाग्रत सिंह के परिवार के द्वारा जनपद पुष्परजगढ़ के अंतर्गत पंचायतों में किये गये कार्य भी कलेक्टर महोदय को दिखा देते तो बात समझ मे आती,कलेक्टर आशीष वशिष्ठ लगे है विकास को अमली जामा पहनाया जाये पर जाग्रत सिंह जैसे पंचायत इंस्पेक्टर के रिश्तेदारों ने जो लूट मचा रखी है उसको दिखाने को कोई तैयार नही है या फिर जनपद के जिम्मेदार इसलिए कुंडली मार कर बैठ गये है कि दादा का काम है,अब देखना यह लाजमी होगा कि क्या कलेक्टर महोदय को ये तालाब दिखाये जायेंगे जिन पर खुली लूट को अंजाम दिया गया है,
तालाब निर्माण में हुआ घोटाला
सूत्रों से मिली खबर के मुताबिक इस पूरे घोटाले को पंचायत इंस्पेक्टर जाग्रत सिंह की सह पर अंजाम दिया गया और जिस ठेकेदार को भुगतान हुआ वो इन पंचायत इंस्पेक्टर महोदय के खासम खास ठेकेदारों में गिना जाता है या यूं मान लीजिये जो हमारे सूत्र बताते है कि नाम महज रितिक कंस्ट्रक्शन है बांकी सब साहब का ही कारोबार है और इसको करने वाले इनके अपने रिश्तेदार ही है |
लेढरा ग्राम पंचायत के कसंगी टोला में तालाब निर्माण के नाम पर पांच लाख का भुगतान रितिक कंस्ट्रक्शन को 19-8-21 को दो लाख बावन हजार का भुगतान किया गया तो दूसरी तरफ 13-4-22 को दो लाख अडतालिश हजार का भुगतान फिर रितिक कंस्ट्रक्शन को किया गया |
गड्ढे में तालाब के नाम पर भुगतान
दरसल जिस जगह तालाब निर्माण के नाम पर भुगतान किया गया वहां पर पहले से ही गड्ढा बना हुआ था और उस गड्ढे में इतना पानी ही रहता था जितना तालाब बनने के बाद है,पर दुर्भाग्य देखिए कि शायद इसको न तो इंजीनियर और न ही पंचायत इंस्पेक्टर ने देखना लाजमी समझा और अपने चाहते वेंडर को भुगतान कर दिया
ग्रामीणों ने लगाये गंभीर आरोप
तालाब निर्माण के दौरान एक हफ्ते जेसीबी यहां थी और अक्सर खराब ही रही महज एक साइड थोड़ी सी मेढ़ डाली गई और तालाब निर्माण की खानापूर्ति कर लाखों रुपये डकार लिए |
क्या जिम्मेदार जा कर देखेंगे
हम जब खुद इस तालाब को देखने पहुंचे तो भृष्टाचार साफ दिखाई दिया चूंकि जिस तरफ तालाब की मेढ़ डालने के नाम पर भुगतान किया गया उस तरफ पहले से ही ऊंचा टीला है और तालाब के चारो तरफ ऐसा ही है और एक तरफ पहले से मेढ़ बंधी हुई थी पर कहते है न अंधेर नगरी चौपट राजा फिर आप उम्मीद भी क्या कर सकते है ,इन साहबनो के कई और ऐसे भृष्टाचार है जिनका खुलासा हम जल्द करेंगे
इनका कहना है
पंचायत चुनाव होने वाले थे और आनन फानन में बिना काम किये महज एक मेढ़ बांध कर पैसे निकाले गए है और ठेकेदार पंचायत इंस्पेक्टर जाग्रत सिंह का आदमी है जो काम के नाम पर खाना पूर्ति कर पंचायत के पैसे का आहरण कर लिया गया
सरपंच रामपाल सिंह लेढरा