खबर पर नोटिस,rkexpose का जवाब,पहले तो थाना प्रभारी को हटा कर शुरू करें जांच 
अनूपपुर - भालूमाड़ा थाना सुर्खियों का दूसरा नाम है और 15 दिसम्बर को हमने rkexpose में एक खबर का प्रकाशन किया था कि पिटती पुलिस,पुलिस की दरख्तों दीवार पवार के पावर में होती धरासाई,भालूमाड़ा थाना अपराधों का बन रहा गढ़ खबर का शिर्षक था और उस पूरी खबर में लगातार सोशल मीडिया में भालूमाड़ा पुलिस पर उठ रहे सवाल के साथ साथ जुआ के कार्यवाही में पार्षद को छोड़ने को लेकर भी सोशल मीडिया में खूब पोस्ट को गई थी पर कार्यवाही क्या हुई किसी से छिपा नही यही आज rkexpose को एक नोटिस कार्यालय अनुविभागीय अधिकरी (पुलिस) अनूपपुर ,जिला अनूपपुर म0प्र0 के क्रमांक /अनु.अधि.(पु.)/अनूप/1445-बी/2023 दिनांक 4/2/2023 को जारी किया गया जो हमे आज दिनांक 6 फरवरी को प्राप्त हुआ और आज ही बयान दर्ज कराने को कहा गया,नोटिस में लिखा गया जरिये नोटिस सूचित किया जाता है,सोशल मीडिया व्हाटसअप के माध्यम से आर.के. एक्सपोज द्वारा वेब पोर्टल पर थाना प्रभारी भालूमाड़ा द्वारा जुएं में कथित कार्यवाही में जप्ती की रकम कम लेख करने एवं पसान नगर परिषद के पार्षद के संल्पित होने पर कार्यवाही न कर छोड़ने के संबंध में वायरल समाचार में थाना प्रभारी थाना भालूमाड़ा के विरुद्ध संस्थित प्राथमिक जांच में जांचकर्ता अधिकारी मुझ अधोहस्ताक्षरकर्ता को नियुक्त किया गया है | उक्त ससम्बन्ध में आप के कथन लेखबद्ध किया जाना है
तो मेरा बयान खबर के माध्यम से ही लिख लीजियेगा पहले तो जिनकी आप जांच कर रही है तत्काल वहां से उन्हें हटाकर जांच करें और संबंधित मामले में सभी की सडीआर निकाल कर जांच की जाए कौन कहाँ था चूंकि ये भी सामने आया कि पार्षद महोदय वहां मौजूद नही थे और पुलिस ने उन्हें नही पकड़ा जबकि हमारे पुष्ट सूत्रों ने बताया कि पार्षद महोदय को भी पुलिस ने पकड़ा था अब इसकी पुष्टि तो सीडीआर से ही होगी की जब पुलिस ने  जुआं में ग्रिफ्तारी की उस वक्त पार्षद महोदय का लोकेशन क्या था और उस दिन उनकी पूरे दिन की लोकेशन क्या थी दूसरी बात आप मुझे नोटिस किस बात के लिए दे रहे है समझ के परे है ,मैं रोज खबरों का प्रकाशन करता हूँ और अगर इस तरह से जांच में मैं अगर हर खबर पर अपना बयान दर्ज कराने लगूंगा तो मैं सिर्फ बयान दर्ज करता रहूंगा,फिर आप जांच करिये पर जांच के पहले संबंधितों को उस थाने से हटा कर बाहर करिये फिर जांच कीजिये न,साथ ही घटना दिनांक की सीसीटीवी थाने से लेकर घटना स्थल के बीच जितने पड़ते उन सभी की फुटेज जांच की जाये दूध का दूध पानी का पानी होने में देर नही लगेगी अगर पुलिस ने पार्षद को पकड़ा था तो फिर कार्यवाही क्यों नही ?