नरैनी बीजेपी विधायिका ओम मणि वर्मा की शह पर दिव्यांग के साथ मारपीट और प्रताड़ना, मुकदमा ,दिया ज्ञापन,एएसपी से मुलाकात कर बतायी आपबीती, मिला न्याय का भरोसा,, रिपोर्ट @ अजय यादव बांदा

नरैनी बीजेपी विधायिका ओम मणि वर्मा की शह पर दिव्यांग के साथ मारपीट और प्रताड़ना, मुकदमा ,दिया ज्ञापन,एएसपी से मुलाकात कर बतायी आपबीती, मिला न्याय का भरोसा
बांदा। एक दिव्यांग और उसके परिजनों के उपर नरैनी विधायक की शह पर कुछ गुर्गे और तथाकथित प्रतिनिधि बनकर लोग न केवल परेशान कर रहे हैं बल्कि विकलांग को देखकर अनर्गल शब्दों का प्रयोग कर चिढ़ाते हैं और उल्टी पुलिस को शिकायत कर फसाने का कुचक्र रचते हैं। इस मामले को लेकर पीड़ित परिवार ने जदयू की महिला नेता शालिनी पटेल की अगुवाई में अपर पुलिस अधीक्षक से मुलाकात कर आपबीती बतायी। जिस पर आननफानन मामले की गंभीरता को परखते हुए एएसपी ने नरैनी सीओ को फोन कर न्यायिक कार्रवाई करने को कहते हुए पीड़ित पक्ष को आश्वस्त किया कि अन्याय नहीं होगा। आप जांच कर दोषियों को दंडित कराने की कानूनी कार्यवाही की जाए।
मामला खास नरैनी कस्बे के जवाहर नगर निवासी बुद्धविलास तिवारी से संबंधित है। यह दिव्यांग है। मामला एसपी कार्यालय पहुंचा तो वहां पर एएसपी लक्ष्मीनिवास मिश्र से मुलाकात कर उन्होंने ज्ञापन दिया। पत्र में कहा गया है कि विधायक का तथाकथित प्रतिनिधि बताकर कुछ और गुर्गे आए दिन विधायक की शह पर गाली-गलौज करते हैं। दिव्यांग की पत्नी प्रमिला के मुताबिक पति को अमर्यादित शब्द कहकर कभी लूला-लंगड़ा कह चिढ़ाती हैं। बीती 28 जनवरी को घटी सुबह लगभग दस बजे की घटना का हवाला देते हुए पत्र में साफ किया गया है कि पति जब दरवाजे पर बैठे पड़ोसी से बात कर रहे थे तो कुछ लोग आए और चिढ़ाकर गाली-गलौज करने लगे। मारपीट भी की जिससे अंदरुनी चोटें आयीं। पति को बचाने पहुंची तो पत्नी की पिटाई करने पर जिक्र करते हुए धमकाया। जदयू की महिला नेता शालिनी पटेल और उनके समर्थकों के साथ पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंचे पीड़ित पक्ष ने पत्र में कई लोगों को नामजद करते हुए कहा है कि पूर्व में भी मारपीट की घटनाएं की गई हैं। रानी दुर्गावती मेडिकल कालेज में भर्ती भी रहे हैं। सीटी स्कैन भी हुआ है। पत्र में बताया गया कि डाक्टर ने कहा है कि कोई मानसिक तनाव न पड़े वर्ना हार्टबीट की समस्या बढ़ सकती है। मामले की शिकायत मुख्यमंत्री हेल्पलाइन में की गई थी पर जांच में न्याय नहीं मिला। शुक्रवार को अपर पुलिस अधीक्षक ने पत्र पाकर बातचीत के दौरान मामले की गंभीरता को समझा और पीड़ित पक्ष को न्याय दिलाने के लिए आश्वस्त करने के साथ नरैनी पुलिस को दूरभाष के जरिए निर्देश भी दिए। हालांकि पीड़ित पक्ष बेहद परेशान और हताश है। लेकिन एएसपी के आश्वासन पर उसे भरोसा बंधा है। वह कहते हैं कि नरैनी जाता हूं देखता हूं क्या होता है। ज्ञापन देते वक्त उनके साथ उषा, सीता, रवींद्र कुमार भारतीय सहित आधा सैकड़ा जेडीयू कार्यकर्ता शामिल थे