सावधान अगर श्रीराम फाइनेंस से अपने गाड़ी फाइनेंस कराया है ,तो आप के साथ कंपनी कर सकती है धोखधड़ी,कुसमहाई का गणेश चौधरी हुआ इनके धोखाधड़ी का शिकार- विजय उरमलिया की कलम से

सावधान अगर श्रीराम फाइनेंस से अपने गाड़ी फाइनेंस कराया है तो आप के साथ कंपनी कर सकती है धोखधड़ी
अनूपपुर - लोग बड़ी उम्मीदों के साथ जब रोजगार सृजन करना चाहते है और उनको आर्थिक मदद की जरूरत होती है तो बैंकों के पास जाते है पर जब यह बैंक धोखाधड़ी पे उतर जायें तो उपभोक्ता तो घर के न घाट का हो जाता है
अनूपपुर श्रीराम फाइनेंस ट्रांसपोर्ट का कमाल
दरसल जैतहरी कुसमहाई के निवासी गणेश प्रसाद चौधरी ने एक ट्रक जिसका नंबर mp18ga1859 श्रीराम फाइनेंस से फाइनेंस कराया था पर किसी कारण बस बैंक की क़िस्त समय पर अदा नही की ऐसे में बैंक गाड़ी सीज कर लेते है और करना भी चाहिये चूंकि आपने लोन लिया है तो पटाना भी चाहिए पर यहां तो श्रीराम फाइनेंस ट्रांसपोर्ट ने सारी हदें पार करते हुए उपभोक्ता के साथ धोखाधड़ी करते हुए पहले तो गाड़ी सीज की और फिर जो किया और और भी चौकाने वाला है चूंकि गणेश प्रसाद चौधरी की गाड़ी चार साल पहले बिना कोई नोटिस जारी किए पुष्पराजगढ़ से गाड़ी उठा ली गई बाद में जब गणेश चौधरी बैंक स्व गाड़ी के बारे में बात की तो उसको बैंक द्वारा कोई जानकारी उपलब्ध नही कराई गई
गाड़ी मालिक कोई और बैंक ने किसी और को सुपुर्द कर दी गाड़ी
चलिए मान भी लें कि बैंक ने सारी प्रक्रिया पूर्ण करते हुए गाड़ी सीज की पर चार सालों के दरमियान गाड़ी बैंक ने किसको नीलाम कर के दी कौन है वर्तमान मव गाड़ी मालिक इसका कोई रता पता नही है चूंकि आज चार साल भी यह ट्रक बाकायदा गणेश चौधरी के नाम पर रजिस्टर्ड है और गाड़ी का रोड टेक्स की रिकवरी भी गेणश चौधरी के ऊपर बकाया है जबकी जब से बैंक ने गाड़ी सीज की है गाड़ी कोई तीसरा व्यक्ति स्तेमाल कर चला रहा है और बाकायदा दो नंबर की गाड़ी से मोटी कमाई की जा रही है अब सवाल यह उठता है कि जब गाड़ी ट्रांसफर नही हुई तो बैंक ने किसको गाड़ी दी ये बैंक बताने को तैयार नही जब हमने श्रीराम फाइनेंस के बैंक मैनेजर से बात की तो आज चार दिनों से घुमा रहे है और आज जब हम बैंक पहुंच कर जानकारी चाही तो कोई भी ये बताने को तैयार नही की आखिर गाड़ी किसको और क्यों दी गई बिना ट्रांसफर के,अब सवाल यह उठता है कि बैंक प्रबंधन खुद इस धोखाधड़ी में शामिल होते हुए किसी अपने व्यक्ति को सड़क पर गाड़ी चलाने को दे दिया और दोनों मिल कर इस ट्रक की कमाई से ऐसो आराम कर रहे है
दुर्घटना का कौन होगा जिम्मेदार
मान लीजिये इस ट्रक से अभी कोई बड़ी दुर्घटना घट जाए तो इसकी जिम्मेदारी किसकी होगी और आप जान लीजिए अगर ऐसी कोई घटना घट जाये तो आज गणेश प्रसाद चौधरी हवालात में चले जायेंगे जबकि इस पूरे धोखाधड़ी में सबसे बड़ा जिम्मेदार अगर कोई है तो श्रीराम फाइनेंस ट्रांसपोर्ट जिसने गाड़ी सीज की थी
इस मामले में हमने श्रीराम फाइनेंस कंपनी के मैनेजर से बात की तो उनका कहना था कि हमने गाड़ी श्रीराम के ऑटो मॉल को हैंडओवर किया था उन्होंने किसको बेंचा हमे जानकारी नही है अब सवाल यह उठता है कि जब गाड़ी तीसरे व्यक्ति को बैंक ने दे दिया तो उसको अब तक चार साल में ट्रांसफर क्यों नही कराया आज पीड़ित ने पुलिस अधीक्षक अनूपपुर को लिखित शिकायत देते हुए न्याय की गुहार लगाई है अब देखना होगा अनूपपुर पुलिस क्या इस गरीब को न्याय दिलवा पाती है या पीड़ित बैंक की धोखाधड़ी का शिकार ही रह जाता है