जनपद जैतहरी में क्या है सतीश विश्वकर्मा, अधिकारियों के पास नही जवाब, कैसे परवान चढे़गा विकास मनरेगा के बिल भुगतान में सचिवो से तीन प्रतिशत की खुली लूट,पंचपरमेश्वर के ब्लर बिल लगाने में भी अहम योगदान - राज नारायण द्विवेदी की कलम से

जनपद जैतहरी में क्या है सतीश विश्वकर्मा, अधिकारियों के पास नही जवाब, कैसे परवान चढे़गा विकास
मनरेगा के बिल भुगतान में सचिवो से तीन प्रतिशत की खुली लूट,पंचपरमेश्वर के ब्लर बिल लगाने में भी अहम योगदान - राज नारायण द्विवेदी की कलम से
जनपद पंचायत जैतहरी में बीते एक दशक से सेवाएं दे रहे सतीश विश्वकर्मा किस पद में है और उसकी पद स्थापना कब और कैसे हुई उसका यहां मूल कार्य क्या है जिम्मेदार अधिकारियों के पास इसका कोई जवाब नही है। सूचना अधिकार अधिनियम के तहत दी गई जानकारी में भी अलग-अलग जवाब अधिकारियों द्वारा दिये गये। यहां पंचायतों में मनरेगा के तहत हुये कार्यो का बिल भुगतान करने के नाम पर सचिवो से तीन प्रतिशत की खुली लूट हो रही है। फिर भला पंचायतो में विकास कैसे परवान चढे़गा यह तो जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी व नवागत कलेक्टर को देखना होगा।
जैतहरी - शासकीय या निजी संस्थानो में अपनी सेवाएं दे रहे व्यक्तियो की अपने नियत स्थान पर जवाबदेही व जिम्मेदारी तय होती है। जिले की जनपद पंचायत जैतहरी में इस मामले में सतीश विश्वकर्मा को लेकर उहा-पोह की स्थिति बीते एक दशक से बनी हुई है कि सतीश विश्वकर्मा यहां किस हैसियत से क्या कार्य कर रहा है और किस अधिकारी ने उसे क्या जिम्मेदारी सौंपी हुई है यह मुख्य कार्यपालन अधिकारी को ही नही पता। फिर भी सतीश विश्वकर्मा सरपंच व सचिवो के डिजिटल हस्ताक्षर अपने थैले में रखे हुये है और मनरेगा के बिल प्रस्तुत करने के दौरान वह तीन प्रतिशत प्रति बिल कमीशन मांग कर खुली लूट कर रहा है। फिर भी जिम्मेदार अधिकारी जान कर भी अंजान बने है। कुल मिलाकर इस मामले में सबकी अपनी भागीदारी है इसलिये तो अपनी ढपली अपना राग जानकारी देने पर अलापा जा रहा है।
कैसे जनपद जैतहरी पहुंचे सतीश
सतीश विश्वकर्मा जनपद जैतहरी के लिये एक ऐसा नाम है शायद ही पंचायत का कोई सरपंच सचिव और रोजगार सहायक न जानता हो, क्योंकि बगैर इसके कोई भी बिल भला पास हो जाये। सतीश विश्वकर्मा जनपद जैतहरी में कैसे पहुुंचा इस संबंध में जानकार सूत्र बताते हैं कि मनरेगा प्रारंभ होने के दौरान एमआईएस फीडिंग का कार्य निजी व्यक्ति या संस्था को दिया जाता था, जिसके द्वारा कम्प्यूटर ऑपरेटरों के माध्यम से कार्य को संपादित किया जाता था। उसी दौरान सतीश विश्वकर्मा यहां किसी संस्थान व व्यक्ति के माध्यम से कम्प्यूटर ऑपरेटर का कार्य करने के लिये भेजे गये। उसके बाद में उसके बंद होते ही अधिकारियों द्वारा मनरेगा के मद से ही कलेक्ट्रेट दर पर ऐसे ऑपरेटर रखे गये, जो कार्य कर सकें उसके बाद अब ऐसे ऑपरेटर स्थायी तौर पर किस माध्यम से सेवाएं दे रहे हैं। यह किसी जिम्मेदार अधिकारी को नही मालूम, लेकिन सतीश विश्वकर्मा बखूबी मनरेगा का कार्य करते हुये सरपंच, सचिवो की समय-समय पर क्लास ले रहा है।
आरटीआई में अलग-अलग जानकारी
लोक सूचना अधिकारी जनपद पंचायत जैतहरी को आवेदन देकर सतीश विश्वकर्मा जनपद पंचायत में किस आधार पर और किन नियम और शर्तो के तहत सेवा दे रहे हैं। इसकी जानकारी साल 2019 में मांगी गई तो जवाब में मुख्य कार्यपालन अधिकारी द्वारा बताया गया कि सतीश विश्वकर्मा वर्ष 2010 से जनपद पंचायत मनरेगा की शाखा में कलेक्ट्रेड दर से कार्य कर रहे हैं, जिसमें सितंबर 2010 तक कलेक्ट्रेड दर पर भुगतान किया गया है। अक्टूबर 2017 से शासन स्तर से भुगतान प्रक्रिया लंबित है जिसके लिये वरिष्ठ कार्यालय को लेख किया गया है मार्गदर्शन अपेक्षित है। सतीश कुमार विश्वकर्मा को जनपद से कोई भी नियुक्ति आदेश जारी नही किये गये है। जनपद से कभी भी कलेक्टर दर पर नियुक्त आपरेटर पर नियुक्त आदेश प्रसारित नही किये जाते है। वही सूचना अधिकार अधिनियम के तहत लोक सूचना अधिकारी जनपद पंचायत जैतहरी ने 9 फरवरी 2023 को सतीश विश्वकर्मा के संबंध में जानकारी देते हुये बताया कि सतीश विश्वकर्मा की नियुक्ति आउट सोर्स के माध्यम से सेड मेप भोपाल के द्वारा की गई है और उसके नियुक्ति संबंधी समस्त दस्तावेज सेड मेप भोपाल से प्राप्त करे। कुल मिलाकर सतीश विश्वकर्मा यहां किस आधार पर कैसे कार्य कर रहा है इसकी पुख्ता जानकारी अधिकारियो के पास नही है।
जनपद अध्यक्ष ने भी उठाये सवाल
जनपद पंचायत जैतहरी के नव निर्वाचित अध्यक्ष राजीव सिंह के द्वारा सामान्य प्रशासन सभा की बैठक में सतीश विश्वकर्मा जनपद जैतहरी में किस आधार पर कार्य कर रहा है इसका सवाल उठाया था। तब अधिकारियों ने कहा कि जानकारी लेकर बताते हैं। एक दशक से मनरेगा जैसी महत्वपूर्ण शाखा में सर्वे सर्वा की भांति कार्य कर रहे अस्थाई ऑपरेटर सतीश विश्वकर्मा की जानकारी अधिकारियों का न होना कुल मिलाकर उसे अपना हित साधने के लिये रखा गया है। इतना ही नही शासन के स्थायी कर्मचारी सचिवो को सतीश विश्वकर्मा अधिकारियों की भांति आदेश देने के साथ ही र्दुव्यवहार करता है, जिसको लेकर कई मतर्बा अधिकारी को सचिवो ने बताया। फिर भी किसकी कृपा से उससे सेवाएं ली जा रही है यह जवाब तो देना होगा।
इनका कहना है
सतीश विश्वकर्मा जनपद पंचायत जैतहरी की मनरेगा शाखा में कैसे कार्य कर रहा है इसकी जानकारी मै पता कर जल्द ही बताउंगा, लीगल तरीके से न होने पर मै कार्यवाही भी करूंगा।
बी एम मिश्रा
मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत जैतहरी
जनपद पंचायत में मनरेगा शाखा के कम्प्यूटर आॅपरेटर का कार्य कर रहे सतीश विश्वकर्मा आउटसोर्स के तहत सेड मेप से भेजा गया है, उसके नियुक्ति संबंधी दस्तावेज सेड मेप भोपाल से ही मिल पायेंगे।
अरविंद सिह
सहायक परियोजना अधिकारी
जनपद पंचायत जैतहरी