एतेशाम अंसारी पूरे सडयंत्र के साथ बनाये गये 307 के आरोपी,मामला राजनैतिक दबाव का,पूरे मामले में rkexpose का बड़ा खुलासा - विजय उरमालिया की कलम से

एतेशाम अंसारी पूरे सडयंत्र के साथ बनाये गये 307 के आरोपी,मामला राजनैतिक दबाव का,पूरे मामले में rkexpose का बड़ा खुलासा
अनूपपुर - कोतमा थाना अंतर्गत एक अजीबो गरीब कहानी पूरे सडयंत्र के साथ रची गई और एक निर्दोष को फसाने में कोतमा के भाजपाइयों ने स्वास्थ्य विभाग से लेकर पुलिस तक दबाव बनाने में कोई कोर कसर नही छोड़ी,और दबाव में किसी ने एमएलसी गलत बनाई तो किसी ने बिना जांच के 307 का आरोपी बना दिया,दरसल चोरी की शिकायत करने वाले एतेशाम अंसारी जो केशवाही रोड में गैराज डाल कर गाड़ियों का काम कर अपने परिवार का भरण पोषण कर अपने परिवार को पालते है उन्होंने पहले कोतमा थाने में 2 मार्च को गैराज में चोरी होने की शिकयत दर्ज कराई उसके बाद रंगे हांथो रात दस बजे के आस पास चोरी करते हुए विष्णुदयाल द्विवेदी निवासी कोतमा को पकड़ा और कोतमा थाने पहुंच कर लिखित शिकायत के साथ आरोपी को पुलिस के हांथो सौंप दिया चूंकि उक्त युवक का भाई भाजपा का कार्यकर्ता है दबाव बस उक्त युवक को छोड़ दिया गया और यही से एतेशाम अंसारी को फंसाने के सडयंत्र शुरू हुआ और इस सडयंत्र में सडयंत्रकारी सफल भी हो गये दरसल सुबह चोरी के आरोप में पुलिस को सौंपा गया विष्णुदयाल द्विवेदी अपने भाई के साथ गैराज पहुंच गया जहां दोनों को पकड़ कर रखने के लिए पुलिस ने गैराज मालिक को कहा और इसी दरमियान विष्णुदयाल द्विवेदी का भाई रवि दयाल द्विवेदी भागने का प्रयास किया और इसी दरमियान रवि द्विवेदी को मामूली सी चोंट आ गई फिर भाजपाइयों को जिन्होंने पूरा सडयंत्र रचा था मौका पाते ही एमलसी के दौरान महिला डॉक्टर एकता अग्रवाल पर इतना दबाव बनाया की महिला डॉक्टर एकता अग्रवाल ने बिना जांच रिपोर्ट आये ही एमलसी रिपोर्ट में ऐसा कुछ लिख दिया जिसको देखते ही पुलिस ने बिना किसी क्वयरी के 307 का मुकदमा पंजीबद्व कर दिया तो वही कोतमा में पदस्थ महिला डॉक्टर एकता अग्रवाल ने पूरे एमलसी में कही भी जिक्र नही किया कि चोट कितने पुराने या कितने समय की है बाकायदा उसमे पूरी डिटेल लिखी जानी चाहिए थी पर दोनों एमलसी में कही भी टाइमिंग का जिक्र नही है
सबसे बड़ा खुलासा
महिला डॉक्टर एकता अग्रवाल ने पुरानी एमलसी को फाड़ कर दूसरी एमलसी ऐसी तैयार की जिससे 307 का मामला बनता हो पहली एमलसी में महिला डॉक्टर ने रिपोर्ट आने का भी इंतजार नही किया और जानकारी के लिये बता दें कि एमलसी में 10 तरीके केंरिपोर्ट होती है जिमसें नौ रिपोर्ट साधरणतय सामान्य होती है एक ऐसी होती है जिसमे डॉक्टर को ये लगे कि इसकी वजह से मरीज की जान जा सकती है और उसके तहत बनी एमलसी में 307 का मामला बन जाता है,परन्तु महिला डॉक्टर एकता अग्रवाल ने भाजपा नेताओं के दवाब में आ कर आनन फानन में गलत एमलसी रिपोर्ट बना दी उस रिपोर्ट में न तो टाइम का जिक्र है औ न चोंट का कही विवरण की किस स्तर की चोट है कितने घाव है किसी स्थिति है पेशेंट की और अगर गंभीर है तो उसको कहाँ कितने समय के लिये ऑब्जर्वेशन में रखा जाये जब महिला डॉक्टर एकता अग्रवाल को समझ आया कि रिपोर्ट गलत बन गई तो अपने वरिष्ट डॉक्टरों कि सलाह पर पुरानी एमलसी को फाड़ कर नई एमलसी बना दी हमारे पास दोनों एमलसी है जिनका खुलासा हम जल्द करेंगे आखिर कैसे एक बेगुनाह को फंसाने के लिए चंद लोगों ने सडयंत्र रचा और इस सडयंत्र का हिस्सा महिला डॉक्टर एकता अग्रवाल भी हो गई कल हम पुरानी और नई दोनों एमलसी को सब के सामने रखेंगे चूंकि हमने कोतमा बीएमओ वर्मा से बात की तो जहां उन्होंने इस महिला डॉक्टर की गलती को स्वीकार करते हुए कहा कि हमारे वरिष्ठ अधिकारी इस पूरे मामले से अवगत है और जो डॉक्टर ने ऐसा किया है वरिष्ठ अधिकारी इस मामले को देखेंगे वही मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ अशोक अवधिया ने कहा कि जिस महिला डॉक्टर ने ऐसा किया है वो उनकी जिम्मेदारी है और हमारे पास शिकायत मिलने पर जांच कर कार्यवाही की जायेगी अरे साहब आप की जांच कब होगी कैसी जांच जिस लापरवाही के चलते एक पूरा परिवार बर्वादी की कगार पर खड़ा हो गया उसकी भरपाई आप की महिला डॉक्टर कैसे करेंगी आज 307 के आरोपी बने एतेशाम अंसारी का पूरा परिवार जिसमें उनकी पत्नी और तीन बेटियां न्याय के लिए दर दर की ठोकरें खाने को मजबूर कर दिया है क्या राजनीति लोग इसीलिए करते है कि किसी को भी अपना राजनैतिक हितलाभ साधने के लिए 307 जैसे मामले में फंसा कर पूरे परिवार को तहसनहस कर दें,हमने दोनों एमलसी रिपोर्ट कई वरिष्ठ डॉक्टरों को भेज कर बात की तो साफ पता चला कि दोनों एमलसी रिपोर्ट में कई खामियां है ऐसा लगता है कि उक्त महिला डॉक्टर पहली बार एमलसी की हो अगर ऐसा हुआ है तो ऊतक महिला डॉक्टर को अपने वरिष्ठ डॉक्टरों से सलाह लेकर एमलसी रिपोर्ट तैयार की जानी थी पर उक्त महिला डॉक्टर ने किस दबाव में ऐसा किया ये समझ से परे है