जनपद से लेकर जिलापंचायत तक अगर कोई पढ़ा लिखा हो तो पढ़ कर बताएं,भृष्टाचारियों का जिम्मेदारों के मुह पर झन्नाटेदार तमाचा 
अनूपपुर - पंचायतों में फैले भृष्टाचार के आगे सब नतमस्तक है और जिले की किसी एक जनपद में नही जिले की चारो जनपद कोतमा,पुष्पराजगढ़,जैतहरी,अनूपपुर इन चारों जनपद के भृष्टाचारी सचिव सीधे सीधे सरकार की मंशा पर पानी फेर रहे है सरकार ने पंचायत दर्पण के नाम से एक एप्प बनाया जहां और इसके बनाने के पीछे का सबसे बड़ा उद्देश्य यह था कि पंचायती राज में हो रहे काम और भुगतान सीधे आम आदमी की नजर में रहे कि किस काम का किस सामग्री का पंचायत ने भुगतान किया पर भृष्टाचारी सचिव सरकार की मंशा पर पानी फेर रहे है और इस पर रोक लगा पाने में चाहे वो जनपद के सीईओ हो या जिला पंचायत के सीईओ साहब पूरी तरफ फेल साबित हो रहे है और उसके पीछे की सबसे बड़ी वजह यह सामने आई कि इन्ही फर्जी भुगतानों से कइयों के जेब भर रहे है सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक जनपदों में विराजमान कुछ ऑपरेटर जिनको जनपद के काम के लिए रखा गया है सचिव से सांठगांठ कर कुछ चढ़ोत्तरी ले कर बिलों को या तो ब्लर कर देंगे या ऐसा कर देंगे जिसको आम आदमी क्या क्या हम क्या और कोई जिला पंचायत से लेकर जनपद तक के जिम्मेदार पढ़ कर बता दें क्या लिखा है या फिर अपने आप को अनपढ़ समझ लें चूंकि आप इस पर रोक तो लगा नही पा रहे और मीटिंग के नाम पर खाना पूर्ति करते अक्सर सुनाई दे रहे है आज जो बिल हम खबर में समिट कर रहे है एक भी बिल जिला पंचायत से लेकर जनपद के जिम्मेदार पढ़ कर बता दें कि आखिर इनके अधीनस्थ काम करने वाले सचिव ने क्या खरीदा और किस बात का भुगतान किया है पढ़ लें तो हमे जरूर बता दें मामला महज पंचायत दर्पण का नही है यहां तो चौदहवें वित्ति,पंद्रहवें वित्त में भुगतान ok के नाम पर,पंचायत वर्क के नाम पर,आदर एक्सपेंसेज के नाम पर,अन्य सामग्री के नाम पर ऐसे भुगतान किए जाते है और अगर इस तरह से भुगतान किए जा रहे है तो इसके पीछे की मंशा क्या है स्पष्ट हो जाती है,ऐसा नही है कि जनपद के जिम्मेदारों को नही पता है कि ये क्या चल रहा है पर एसडीओ,उपयंत्री,से लेकर बाबू,बिल फीड करने वाला ऑपरेटर सब को पैसा चाहिए फिर भला कौन देखेगा,सूत्रों की माने तो भृष्टाचार को बढ़ावा देने में जनपदों का सबसे बड़ा योगदान है 
जिला पंचायत के सीईओ तन्मय वशिष्ट साहब अगर आप भी पढ़ सके तो जरूर अवगत कराइयेगा की आखिर ये बिल किस चीज के है और क्या भुगतान आपकी पंचायतो में हो रहा है और इनको छिपाने के पीछे मंशा क्या है