सरस्वती शिशु मंदिर में रानी लक्ष्मी बाई की मनाई गई जयंती  
   मां नर्मदा जी की उद्गम स्थली/ पवित्र नगरी अमरकंटक में सरस्वती उच्चतर माध्यमिक विद्यालय अमरकंटक में रानी लक्ष्मीबाई की जयंती मनाई गई । जिसमे विद्यालय की बहनों ने रानी लक्ष्मीबाई की जीवंत  वीरगाथाओ का व्याख्यान प्रस्तुत कर ओज पूर्ण रूप धारण कर उनके व्यक्तित्व पर प्रकाश डाला । 
रानी लक्ष्मीबाई की जयंती अवसर पर उनके जीवन पर आधारित उनकी शक्ति ज्ञान , अदम्य साहस और अडिग की परिचय देते बच्चियां उनके बलिदान और साहस की वीरगाथा को व्याख्यान करते करते हुए उनके जयंती उपलक्ष्य में कार्यक्रम प्रस्तुत किया गया । 
रानी लक्ष्मीबाई का जन्म 19 नवंबर 1835 काशी के पुण्य व पवित्र क्षेत्र अस्सीघाट में माता भागीरथी बाई और पिता मोरोपंत तांबे घर जन्मी । मोरोपंत एक साधारण ब्राम्हण परिवार से थे । उनकी माता का देहांत बचपन में हो जाने के कारण वे पिता जी के साथ रहती थी । साथ रहते ही उन्होंने घुड़सवारी और शस्त्र विद्याएं सीखी ।
विद्यालय प्राचार्य बी के शर्मा जी ने कहा कि रानी लक्ष्मीबाई की जयंती पर बच्चियों द्वारा उनके जीवन को जीवांतरण रूप को प्रदर्शित कर स्कूल के विद्यार्थी , आचार्यगण की गरिमयी उपस्थिति में संपन्न हुआ ।