मुख्यमंत्री के अमरकंटक आने के पहले लिखी जा चुकी थी कलेक्टर के स्थानांतरण की पटकथा कलेक्टर का तबादला बना चर्चा का विष

मुख्यमंत्री के अमरकंटक आने के पहले लिखी जा चुकी थी कलेक्टर के स्थानांतरण की पटकथा
कलेक्टर का तबादला बना चर्चा का विषय
इन्ट्रो-अनूपपुर कलेक्टर सुश्री सोनिया मीना का मध्यप्रदेष के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चैहान के अमरकंटक आगमन के बाद भोपाल से हुआ स्थानांतरण पूरे जिले में चर्चा का विषय बना हुआ है। कोई इसे अपनी वाह-वाही बता रहा है तो कोई नुक्कड और चैराहे पर खडा होकर पीठ थपथपा रहा है। परंतु इस विषय में सर्वोच्च सत्ता ने जब विशेष पड़ताल की तो चैकाने वाले तथ्य निकलकर सामने आ रहे है। भोपाल सूत्रो का दावा है कि मुख्यमंत्री के भोपाल से अमरकंटक रवाना होने के पहले ही सुश्री सोनिया मीना के स्थानांतरण की पटकथा लिखी जा चुकी थी, लेकिन दिव्य और भव्य नर्मदा महोत्सव का सफल संयोजन करने के बाद कलेक्टर अनूपपुर का एका-एक स्थानांतरण और महोत्सव के दौरान हुए जनअभियान परिषद के हितग्राही सम्मेलन में मंच पर आये उतार-चढ़ाव को जोडकर देखा जा रहा है। फिलहाल स्थानांतरण की कहानी इस समय चर्चा में है।
अनूपपुर। रविवार की रात 10 बजे के आस-पास अनूपपुर के सोषल मीडिया पर भोपाल में जारी अनूपपुर कलेक्टर के स्थानांतरण के आदेष की खबरें वायरल होने लगी। कुछ घंटे पहले मध्यप्रदेष के मुख्यमंत्री षिवराज सिंह चैहान अमरकंटक में आयोजित नर्मदा महोत्सव के साथ-साथ मुख्यमंत्री जन अभियान हितग्राही पात्रता सम्मेलन स्वीकारोक्ती पत्र प्रदान करने कार्यक्रम में यहां आये थे। अमरकंटक में राम घाट मंे आयोजित हितग्राही सम्मेलन में मंच से मुख्यमंत्री ने अनूपपुर कलेक्टर से कई सवाल किये थे, जिसके कारण स्थानांतरण आदेश के बाद जनता में चर्चा का विषय बन गया कि अनूपपुर कलेक्टर के किसी जवाब से शायद मुख्यमंत्री संतुष्ट नही हुए और भोपाल पहंुचकर उन्होंने स्थानांतरण कर दिया। वहीं मंच पर अनूपपुर के विधायक कैबिनेट मंत्री बिसाहू लाल सिंह के 10 हजार करोड़ के स्वीकृत कार्यो के पूर्ण न होने के मामले सेे भी जोडकर देखा जा रहा है। कुछ लोग तो यह भी कह रहे है कि नर्मदा जयंती के दिन नर्मदा कुण्ड में मुख्य पूजन के समय प्रोटोकाल का पालन नही हुआ जिसके कारण कलेक्टर को हटाया गया।
रूटीन स्थानांतरण प्रक्रिया के तहत हो चुका था निर्णय
यहां पर यह बता दिया जाये कि मध्यप्रदेश शासन सामान्य प्रषासन विभाग द्वारा 29 जनवरी को जारी आदेश में मध्यप्रदेश के ग्यारह जिलो के कलेक्टरो के पदो में उलटफेर की गई। जिसमें से मुख्य रूप से मध्यप्रदेश के उज्जैन और ग्वालियर जैसे बडे जिलो का नाम भी शामिल है। ऐसे में इन्हीं जिलो के बीच नौवे नंबर पर कलेक्टर अनूपपुर सोनिया मीना के स्थानांतरण आदेष अंकित है, वहीं दसवें नंबर पर आषीष वशिष्ठ आयुक्त नगरपालिका निगम जबलपुर को कलेक्टर अनूपपुर बनाये जाने का आदेष है। ग्यारवे नंबर पर क्षितिज सिंघल मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत सागर को कलेक्टर जिला सिवनी बनाया गया है। इन्ही कारणो को आधार बनाकर यह माना जा रहा है कि सुश्री सोनिया मीना को एक रूटीन प्रक्रिया के तहत अनूपपुर से स्थानांतरण किया गया है। वहीं कुछ लोगो का इस तर्क के पीछे यह भी तर्क है कि अगर विकास कार्यो में लापरवाही के कारण स्थानांतरण किया गया होता तो शिवराज सिंह इसकी यही घोषणा करके तब जाते।
आशीष वषिष्ठ ने संभाला पदभार (फोटो क्रमांक 03)
जिले के नवागत कलेक्टर आषीष वषिष्ठ ने सोमवार को जिले के कलेक्टर का पदभार ग्रहण कर लिया। पदभार ग्रहण करने के बाद नवागत कलेक्टर ने प्रशासनिक अधिकारियों से परिचय प्राप्त किया। वर्ष 2014 बैच के भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी आशीष वशिष्ठ इसके पूर्व नगर पालिका निगम जबलपुर के आयुक्त रहे हैं। उन्होंने शहडोल संभाग अंतर्गत उमरिया जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी के पद के दायित्व का भी निर्वहन किया है। यहां पर यह विषेष उल्लेखनीय है कि नवागत कलेक्टर आषीष वषिष्ठ एक तेज तर्रार स्वभाव के अधिकारी माने जाते हैं और जहां भी रहते है अपनी एक अलग पहचान छोड आते हैं।