तो क्या रामदासपुरी विधान सभा की दौड़ से बाहर,आखिर कब तक नंगे पैर तपस्या करवाएगी भाजपा - विजय उरमलिया की कलम से

तो क्या रामदासपुरी विधान सभा की दौड़ से बाहर,आखिर कब तक नंगे पैर तपस्या करवाएगी भाजपा - विजय उरमलिया की कलम से
अनूपपुर - कई कयासों के दौर के बाद भाजपा ने एक बार फिर रामदासपुरी को भाजपा जिला अध्यक्ष बना कर खाना पूर्ती कर दी है उम्मीद थी किसी ऐसे चहरे को अध्यक्ष बनाया जाएगा जो कम से कम ब्रजेश गौतम की अध्यक्षी को आगे बढ़ा सके चूंकि रामदासपुरी पहले भी भाजपा के जिला अध्यक्ष रह चुके है और भाजपा अध्यक्ष रहते हुए रामदासपुरी का कार्यकाल भाजपा संगठन के लिए अच्छा नही था और भाजपा जैसी पार्टी का जिला अध्यक्ष होना मतलब संगठनात्मक बड़ी जिम्मेदारी होती है जो रामदासपुरी जैसे नेता के बस की बात नही चूंकि हमने करीब से इनकी जिला अध्यक्षी देखी है अब सब कुछ मंत्री जी के भरोशे हो जायेगा चूंकि रामदासपुरी का पिछला कार्यकाल किन किन बातों के लिए जाना जाता है लिखने की बात नही है पर संगठन को चलाना और संगठन में रहना दोनो में बहोत अंतर है
आखिर कब तक नंगे पैर
भाजपा जिला अध्यक्ष रामदासपुरी के बारे में जो हमारे सूत्र बताते है कि उन्होंने विधायक का चुनाव लड़ने के लिए अपने पैरों में जूते चप्पल पहनना छोड़ दिये पर अब तो भाजपा ने जिला अध्यक्षी का ताज दे कर विधानसभा की दावेदारी से बाहर कर दिया है और अब ये भी कहा जा रहा है कि रामदासपुरी शायद ही दोबारा कभी जूते चप्पल पहन सकेंगे बहरहाल जो भी हो भाजपा की कमान कम से कम ऐसे।व्यक्ति के कंधों पर देनी थी जिसकी कम से कम संगठन में सुनवाई हो लोग सुन कर अनसुना न करें और ये रामदासपुरी से बेहतर कोई नही जान सकता चूंकि उनका जिला अध्यक्षी का कार्यकाल उनसे बेहतर किसको पता होगा