मंत्री ने कहा था बंद करो कबड्डी अध्यक्ष ने नई पीआईसी से भाजपाईयो ंकेा बाहर करके दिया मुंहतोड़ जवाब पीआईसी में कंांग्रेसियों को आना बना चर्चा का विषय @विजय उरमलिया

मंत्री ने कहा था बंद करो कबड्डी अध्यक्ष ने नई पीआईसी से भाजपाईयो ंकेा बाहर करके दिया मुंहतोड़ जवाब
पीआईसी में कंांग्रेसियों को आना बना चर्चा का विषय
विजय उरमलिया
अनूपपुर। दो दिन पहले एक व्यावसायिक कांम्पलेक्स के उद्घाटन समारोह में प्रदेश सरकार के केबिनेट मंत्री विसाहू लाल ने वहां पर मौजूद नगर पालिका के पार्षदों को हो हल्ला छोड़कर नगर के विकास के लिए कार्य करने की नसीहत दी थी। यहीं नही विवाद का अखाड़ा बना नगर पालिका अनूनपुर को बिसाहू लाल ने कबड्डी बंद करके विकास कार्यों में जुट जाने का निर्देश दिया था। फिलहाल पीआईसी कमेटी को भंग करके भाजपाईयो के मुंह पर तमाचा मारने का कार्य करने वाली नगर पालिका अध्यक्ष अंजुलिका शैलेन्द्र सिंह ने नई पीआईसी मंे तीन कांग्रेसी नेताओं को शामिला करके कबड्डी तो बंद करनी चाही लेकिन संभावना है कि अब यह है कि नगर पालिका का परिसर कहीं कुश्ती का अखाड़ा न बन जाये।
पीआईसी से बाहर हुए भाजपाई मंत्री के खास चहेते
यहां पर यह बता दिया जाये कि पीआईसी कमेटी के बैठक के दौरान हंगामा और तत्कालीन नगर पालिका अधिकारी ज्योति सिंह से दुव्र्यवहार का आरोप झेल रहे पार्षद अनिल पटेल, प्रवीण सिंह और गणेश रौतेल को नई पीआईसी कमेटी में जगह नहंी दी गई है। उनकी जगह कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़कर पार्षद बने रेनू सोनी, दीपक शुक्ला और निर्दलीय रियाज अहमद को जगह दी गयी है। यहां पर यह भी बता दिया जाये कि शेष पीआईसी मेंबर सुनीता बियानी, मुन्नी कोल, संजय, संध्या को अपने पुरानी जगह पर बहाल कर दिया गया है। जो इस समय में अनूपपुर की राजनीति में चर्चा का विषय बना हुआ है। यहां पर यह भी बता दिया जाये कि नई पीआईसी से बाहर होने वाले अनिल पटेल मंत्री बिसाहू लाल के खासमखास माने जाते हैं और नई पीआईसी से बाहर होने के बाद यह तय है कि अध्यक्ष ने अपनी ताकत का अहसास मंत्री के दम पर राजनीति करने वालों को अहसास करा दिया है।
महत्वपूर्ण विभाग निर्दलीय पार्षद को मिलना बना चर्चा का विषय
यहां पर यह बता दिया जाये कि नगर पालिका का सबसे महत्वपूर्ण विभाग लोकनिर्माण, उद्यान एवं यांत्रिकी विभाग निर्दलीय पार्षद रियाज अहमद को दिया गया है। वहीं जल कार्यों सीवरेज विभाग कांग्रेस के चुनाव चिन्ह पर जीते दीपक शुक्ला को दिया गया है। वहीं नगर की स्वच्छता एवं ठोस अपशिष्ट प्रबंधन विभाग कांग्रेसी पार्षद रीनू सोनी को लिा है। वहीं राजस्व, वित्त एवं लेखा विभाग मुन्नी बाई कोल को मिला है। जिनके बारे में कहा जाता है कि इन्हे कुछ भी पढ़ना-लिखना नहीं आता केवल यह अध्यक्ष की रबर स्टाम्प हैं। वहीं भाजपा के दिग्गज प्रत्यासी को हराकर निर्दलीय चुनाव जीतीं सुनीता बियानी को नगर पालिका का सबसे महत्वपूर्ण विभाग सामान्य प्रशासन विभाग दिया गया है। जबकि योजना, यातायात परिवहन संजय चैधरी को वहीं शहरी गरीबी उपशमन विभाग संध्यार राय को दिया गया है।
एक हफ्ते सूची का प्रकाश में आना कहीं मंत्री सहमति तो नहीं
बताया जाता है कि नई पीआईसी का गठन 26 दिसंबर को ही कर दिया गया था। जिस पर सीएमओ स्नेहा मिश्रा का हस्ताक्षर भी है। इसी हस्ताक्षर के बाद स्नेहा मिश्रा ने छुट्टी लेकर यहां से चलीं गईं। जबकि अनूपपुर आने पर प्रदेश सरकार के मंत्री बिसाहू लाल ने जब इसव विषय पर अध्यक्ष को सीधे-सीधे विवाद खत्म करने का अल्टीमेटम दिया तो अध्यक्ष ने बिसाहू लाल से नई पीआईसी को लेकर सहमति प्राप्त करने की कोशिश की या नहीं इस बात का तो नहीं पता परंतु एक हफ्ते पूर्व की सूची को बुधवार के दिन जारी करके नगर पालिका को अब अपनी मनमर्जी से चलाने का संकेत जरूर दे दिया है।
न घर के रहे न घाट के अनिल पटेल अब किस काम के
यहां पर यह बता दिया जाये कि वार्ड नं 9 के भाजपा पार्षद चुनाव जीतने के बाद मंत्री का नाम लेकर अपनी ऐसी हनक बनाने की कोशिश की जिससे लगता था कि यही नगर पालिका के अध्यक्ष हैं। यही नहीं जगह-जगह खड़े होकर इस बात की भी डींगे हांकते सुने गए कि वह जो चाहेंगे वही होगा। पीआईसी भंग होने के बाद भी इनका गुरूर बना रहा और मंत्री का नाम ले-लेकर अध्यक्ष को पानी पी-पी कर कोसते रहे। अब जब नई पीआईसी की सूची सामने आ ही गई तो मोबाईल बंद करके किसी कमरे में नई रणरनीति बनाने में जुटे हैं।
गणेश करते रहे गणेश परिक्रमा अब लटका चेहरा
यहां पर यह भी बता दिया जाये कि वार्ड नं 6 के पार्षद गणेश रौतेल अपने भाजपाई होने का दम भरके भाजपा नेताओं और मंत्री के यहां गणेश परिक्रमा करते रहे परंतु नई पीआईसी में जगह न मिलने के कारण उनके सारे बड़बोलेपन की हवा निकल गई है। कल तक इस बात का दावा करने वाले गणेश रौतेल का यह बड़बोलापन आज उनके लिए भारी पड़ रहा है और वह सूची के जारी होने के बाद अनूपपुर की सड़कों से नदारद दिख रहे हैं।