लंबित पड़े अपनी मांगो को आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सहायिका संयुक्त मंच भरतपुर ने परियोजना अधिकारी को मुख्यमंत्री के नाम सौंपा ज्ञापन
जनकपुर। एमसीबी जिला के जनकपुर आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सहायिका संयुक्त मंच छत्तीसगढ़ के द्वारा अपनी 6 सूत्री मांगों को लेकर परियोजना अधिकारी जनकपुर को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापान के माध्यम से मुख्यमंत्री को याद दिलाते हुए आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सहायिका संघ ने बताया कि 1 लाख आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सहायिका के नेतृत्व करने वाली विभिन्न संगठनों द्वारा समय-समय पर विगत 4 वर्षों से छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा अपने चुनावी घोषणा पत्र में किए गए वादे को पूरा करने और याद दिलाने के लिए मुख्यमंत्री छत्तीसगढ़, विभागीय और मुख्यमंत्री जी से भेंट मुलाकात में अपने अपने स्तर पर निवेदन किया जा चुका है जिसके लिए संघ के द्वारा 1 दिन का 3 दिन का और 7 दिन का ध्यानाकर्षण हेतु धरना प्रदर्शन किया गया है मगर हम आगनबाडी कार्यकर्ता और सहायिकाओं को मात्र आश्वासन ही मिला है। इस संबंध में अब प्रदेश के सभी संगठन एकत्रित होकर आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सहायिका संयुक्त मंच छत्तीसगढ़ प्रांतीय शाखा रायपुर के माध्यम से एक बार पुणे आपको अवगत कराते हुए ध्यानाकर्षण चाहेंगे। कि हमारी निम्न मांगों के प्रति सहानुभूति पूर्वक विचार करते हुए पूरा किया जाए। संघ की आई चाय की वार्ता के माध्यम से कोई उचित हल निकले और समय पर मांगे पूरा हो और विभागीय कार्य किसी भी स्थिति में बाधित ना हो लेकिन इसके बाद भी यदि शासन प्रशासन द्वारा दिनांक 22 जनवरी 2023 तक मांगों की पूर्ति नहीं की जाती है तो हम आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सहायिका संयुक्त संघ द्वारा बाध्य होगें। 7 जनवरी से 22 जनवरी तक कार्यालयीन अवध में काली पट्टी और बैच लगाकर विरोध प्रदर्शन करेंगे। वही दिनांक 9 जनवरी को प्रत्येक जिला मुख्यालय में कलेक्टर कार्यालय के समक्ष नारेबाजी रैली प्रदर्शन कर माननीय प्रधानमंत्री और माननीय मुख्यमंत्री जी के नाम मांगों के संबंध में ज्ञापन और आगामी धरना प्रदर्शन की सूचना कलेक्टर के माध्यम से प्रेषित की जाएगी। दिनांक 23 जनवरी 2023 से 27 जनवरी 2023 तक 5 दिन का रायपुर राजधानी मुख्यालय में क्रांति महापड़ाव किया जाएगा। 
मुख्य 6 मांगे-आंगनवाड़ी कार्यकर्ता सहायिकाओं को शासकीय कर्मचारी घोषित किए जाने तक सरकार द्वारा अपने जन घोषणापत्र में घोषित नर्सरी शिक्षक पर उन्नयन और कलेक्टर दर पर वेतन तत्काल दिया जाए। आंगनबाड़ी सहायिकाओं को कार्यकर्ता के रिक्त पद पर शत-प्रतिशत एवं कार्यकर्ताओं को सुपरवाइजर पद पर शत प्रतिशत पदोन्नति दिया जाए एवं विभागीय सेवा भर्ती नियम में संशोधन किया जाए। आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को प्राइमरी स्कूल में प्राइमरी शिक्षक का दर्जा एवं वेतन दिया जाए। मिनी आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं आंगनबाड़ी कार्यकर्ता के बराबर समान काम का समान वेतन दिया जावे एवं कृष कार्यकर्ताओं को आंगनबाड़ी कार्यकर्ता पद पर समाहित किया जाए। आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को 5 लाख रूपए एवं सहायिकाओं को 3 लाख रूपए रिटायरमेंट के बाद एक मुफ्त राशि दिया जाए और मासिक पेंशन ग्रेच्युटी व समूह बीमा योजना लागू किया जाए। प्रदेश स्तर में आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं एवं सहायिकाओं के रिक्त पदों को तत्काल भरा जाए और पोषण ट्रैक और अन्य कार्य के लिए मोबाइल नेट रिचार्ज नहीं दिया जाता तब तक मोबाइल पर कार्य का दबाव न दिया जाए।