एसडीएम राजस्व भरतपुर ने कंपकपाती ठंड में आधीरात को छापा मारकर जप्त किया एक ट्रक अवैध लकड़ी
राजस्व विभाग कर रहा वनो कि रखवाली और वन विभाग जंगलो से गायब
मनेंद्रगढ़। ऐसा लगता है कि वन मंडल मनेन्द्रगढ़ के कार्यालय में एक बोर्ड और लगा देना चाहिये की हम नहीं सुधरेंगे। भ्रष्टाचार का ऐसा गहरा तानाबाना मनेन्द्रगढ़ वन मण्डल में फैल चूका है कि जल्दी ही सारा मनेन्द्रगढ़ जिला वन विहीन हो जायेगा। छत्तीसगढ़ के मनेंद्रगढ़  जिले के वनांचल क्षेत्र में सक्रिय वन माफियाओं पर अंकुश नहीं लग पा रहा है। मनेंद्रगढ़ वन मंडल के अंतर्गत आने वाले बहरासी परिक्षेत्र में शनिवार की दरमियानी रात राजस्व अमले ने अवैध लकड़ियों से लदा एक ट्रक जब्त किया है। वहीं कार्यवाही होने की भनक लगते ही ट्रक में मौजूद तीन-चार लोग मौके से फरार हो गए। दरअसल, बहरासी वन परिक्षेत्र में आने वाले सेरी गाँव से से जोलगी गाँव जाने वाले रास्ते में भूमका डोल के पास आधी रात को अवैध रूप से लकड़ी काटने और उसका परिवहन किए जाने की शिकायत मिल रही थी। सूचना पर अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व) मूलचंद चोपड़ा, तहसीलदार शशीकांत तिवारी शनिवार की आधी रात लगभग 3 बजे क्षेत्र का निरीक्षण कर रहे थे। इस दौरान भूमका डोल में लकड़ियों से लदा एक ट्रक सड़क पर खड़ा दिखाई दिया। संदेहास्पद परिस्थितियों में खड़े ट्रक को देखकर अधिकारी जैसे उसके पास गए वहां मौजूद तीन-चार लोग मौके से फरार हो गए। इसके बाद भरतपुर एसडीएम ने एसडीओ फॉरेस्ट पैकरा को बुलाकर ट्रक को उनके सुपुर्द कर मामले की जांच के निर्देश दिए।
वन अधिनियम के तहत होगी कार्यवाही
इस मामले में भरतपुर एसडीएम का कहना है कि मामले की जांच के बाद ही वह इस बारे में कुछ बता पाएंगे। यदि लकड़ियां अवैध पाई जाती हैं तो वन अधिनियम के तहत कार्यवाही होगी। जिस ट्रक को राजस्व अमले ने जब्त किया है, उसमें यूकेलिप्टस की लकड़ी ऊपर लदी दिखाई पड़ रही है, लेकिन ट्रक खोलकर पूरी जांच की जाएगी तो इमारती लकड़ियों के छुपा के रखने की भी संभावना है। बिना वन विभाग के अधिकारियों की मिलीभगत से तस्करी संभव ही नहीं है,उल्लेखनीय है कि इसके पहले भी कई बार अवैध रूप से इमारती लकड़ियों का परिवहन करते हुए वाहनों को जब्त किया गया है, लेकिन वन अमले की मिलीभगत के चलते लकड़ियों का अवैध परिवहन बदस्तूर जारी है। रात के अंधेरे में वन अमले की मिलीभगत से बेशकीमती लकड़ियों को मध्य प्रदेश ले जाया जाता है। इसकी पुष्टि इस बात से भी होती है कि अभी कुछ दिनों पहले मध्यप्रदेश के व्योहारी में अवैध लकड़ियों से भरा एक ट्रक जब्त वन विभाग मध्यप्रदेश ने किया गया है। इसमें वन मंडल मनेंद्रगढ़ से काट कर ले जाई जा रही लकड़ियां बरामद की गई थी। उस समय आनन फानन में उस मामले को बड़ी कार्यवाही के नाम पर दबा दिया गया था।वहीं बड़ा सवाल यह भी है कि वनों की सुरक्षा का जिम्मा वन अमले के ऊपर है, लेकिन कार्यवाही राजस्व विभाग के अधिकारी कर रहे हैं। फिलहाल सभी को वन विभाग की जांच की प्रतीक्षा है, जिसके बाद पूरा मामला साफ हो जाएगा। मगर इस जाँच में क्या बाहर आएगा सब जानते हैं। क्योंकि जैसा कि सर्वोच्च सत्ता ने पहले भी लिखा है कि ये विभाग ही अंधेर विभाग चैपट अधिकारी कूड़े में फेंक दिये सारे नियम सरकारी हो गया है