कैन्टीन प्रभारी कि उदासीनता के कारण, कैन्टीन में उपजी पानी कि समस्या
बिजुरी। क्षेत्रांतर्गत संचालित भूमिगत खदान बिजुरी काॅलरी द्वारा काॅलरी श्रमिकों के लिऐ काॅलरी समीप कैन्टीन संचालित किया गया था। ताकि चाय-नास्ता आदी समानों के लिऐ कामगारों को यहां-वहां भटकना ना पडे़। लेकिन संचालित कैन्टीन में प्याऊ कि समुचित व्यवस्था नही होने के कारण। काॅलरी प्रशासन के मन्सूबों पर पानी फिरता नजर आ रहा है। और उक्त कैन्टीन में चाय-नास्ता के लिऐ पहुंचने वाले काॅलरी श्रमिक चाय-नास्ता आदी समानों का सेवन पश्चात, पानी कि उपलब्धता नही होने के कारण अन्य दुकानों कि ओर पलायन करने लगे हैं। लिहाजा उक्त श्रमिक खदान भी देर से पहुंचते हैं। ऐसे में श्रमिकों का देर से खदान पहुंचने के कारण काॅलरी का काम काफी प्रभावित हो रहा है।
काॅलरी प्रषासन ले गंभीरता से 
काॅलरी-प्रशासन कि उदासीनता के कारण कैन्टीन में समुचित पानी कि उपलब्धता नही होने के कारण, काॅलरी-श्रमिक चाय नास्ता के लिऐ अन्य दुकानों कि ओर पलायन करते हैं, और मनमुताबिक समय पर वापस अपने कामों के लिऐ लौटते हैं। जिससे काॅलरी का काम प्रभावित होता है। मसलन काॅलरी प्रशासन को समय कि अहमियत समझते हुऐ उक्त कैन्टीन पर पानी कि समुचित व्यवस्था की जानी चाहिऐ। जिससे चाय-नास्ता के नाम पर देर तक बाहर गपशप लडा़ने वाले कर्मचारियों पर अंकुश लग सके। और काम प्रभावित ना हो।
कैन्टीन प्रभारी कि उदासीनता बन रही है बाधक
जानकारों कि मानें तो काॅलरी द्वारा संचालित की जा रही कैन्टीन के लिऐ प्रभारी कि भी नियुक्ती की जाती है। जिनका काम कैन्टीन कि साफ-सफाई सहित आदी कार्यों को दुरुस्त कराना होता है। लेकिन बिजुरी काॅलरी के कैन्टीन प्रभारी द्वारा उक्त कैन्टीन कि देख-रेख, आदी व्यवस्थाओं पर बिल्कुल भी ध्यान नही दिया जाता है। जिस वजह से काॅलरी कैन्टीन में ऐसी स्थिती निर्मित हुयी है। जिस पर काॅलरी प्रशासन को संज्ञान लेकर अव्यवस्थित व्यवस्थाओं को दुरूस्त करने कि आवश्यक्ता है। ताकि समय कि क्षति के कारण हो रही आर्थिक क्षति पर रोक लगाया जा सके।