उमरियाजिले के हितगा्रही शासकीय योजनाओं से हो रहे लाभान्वित

जिले के हितगा्रही शासकीय योजनाओं से हो रहे लाभान्वित
राष्ट्रीय स्काउट गाइड जंबूरी मे भाग लेकर कृति उरमलिया ने किया जिले का नाम रोषन
उमरिया। राजस्थान प्रदेश के पाली जिले मे 18 वीं राष्ट्रीय स्काउट गाईड जंबूरी का आयोजन 4 जनवरी से 10 जनवरी तक किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ देश की राष्ट्रपति महामहिम द्रोपदी मूर्मू द्वारा किया गया। कार्यक्रम में राजस्थान के राज्यपाल कलराज मिश्रा ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की, राजस्थान की मुख्यमंत्री अषोक गहलौत तथा भारत के स्काउट गाईड के अध्यक्ष अनिल जैन विषिष्ट अतिथि रहें। राष्ट्रीय जंबूरी मे देश के 35 हजार स्काउट और गाईड तथा 400 विदेशियो ने भाग लिया। शांति के साथ प्रगति की थीम पर जंबूरी का आयोजन किया गया। जिसका उद्येष्य स्काउट एवं गाईड को कैंप के माध्यम से प्रषिक्षण देना और सेवा के लिये सदैव सजग रहना था। 7 दिवसीय जंबूरी मे देष भर की विभिन्न संस्कृतियो की झलक देखने को मिलीं। उमरिया जिले की पाली जनपद पंचायत की कृति उरमलिया ने इस राष्ट्रीय जंबूरी में भाग लेकर जिले का नाम रोषन किया। कृति के पिता बृजेन्द्र उरमलिया जिले के पाली थाने म सहा उप निरीक्षक के पद पर पदस्थ है।
म्ुाख्यमंत्री ग्रामीण कामगार योजना ने शंभू नाथ को आजीविका की दिखाई राह
प््रदेश के मुख्यमंत्री की मंशानुसार ग्रामों में ऐसे ग्रामीण पथ विक्रेता जिनका व्यवसाय कोविड 19 महामारी के दौरान लॉकडाउन के कारण उन्हें आर्थिक तंगी का सामना करना पडा तथा उनके व्यवसाय भी प्रभावित हुए उनकी आर्थिक रूप से सहायता करने हेतु प्रदेश के मुख्यमंत्री द्वारा 10 जुलाई 2020 को ग्रामीण पथ विक्रेता योजना का शुभारंभ किया गया जिसका उद्देश्य छोटे स्तर के व्यापारियों एवं पथ विक्रेताओं की आर्थिक रूप से सहायता कर उनका व्यवसाय जो लॉकडाउन होने के कारण बंद हो गया था उसे पुनः प्रारंभ कराया जा सके।योजना में सरकार द्वारा बैंक के माध्यम से हितग्राहियों को 10000 रूपये का ऋण प्रदान कराया जाएगा। इस योजना में हितग्राहियों का ब्याज स्टाम्प ड्यूटी या अन्य कोई भी शुल्क नहीं लगेगा। हितग्राहियों का ब्याज सरकार द्वारा बैंक को दिया जावेगा। हितग्राही शम्भूनाथ प्रजापति द्वारा बताया गया कि मैं पहले जिले से बाहर आजीविका एवं परिवार के पालन पोषण करने हेतु कार्य करता था परन्तु शासन के निर्देशानुसार कोविड 19 महामारी के दौरान लॉकडाउन हो जाने के कारण मुझे अपने निज निवास ग्राम घुनघुटी में वापस आना पडा। लॉकडाउन के दौरान परिवार का भरण पोषण करना कठिन हो गया था। तथा 03 महीने मुझे मेरे परिवार को आर्थिक तंगी का सामना करना पडा। आजीविका मिशन अंतर्गत मिशनकर्मियों द्वारा मुझे शासन की महत्वाकांक्षी योजना (मुख्यमंत्री ग्रामीण पथ विक्रेता योजना) के बारे में बताया गया। मैं सिलाई का कार्य करने में दक्ष् था। मेरे द्वारा मुख्यमंत्री ग्रामीण पथ विक्रेता योजना से 10000 ऋण प्राप्त कर सिलाई मशीन क्रय कर सिलाई की दुकान का संचालन कर अपना रोजगार स्थापित किया गया। जिससे आज मेरे परिवार का भरण पोषण सुचारू रूप से हो रहा हैं। सिलाई कार्य से मेरे द्वारा प्रतिदिन लगभग 350 से 500 तक की आय अर्जित की जाती हैं। इस योजना से लाभान्वित करने हेतु मैं म।प्र।डे। राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन का धन्यवाद देता हूं जिसने मुझे मुख्यमंत्री जी द्वारा शुभारंभ हुई ग्रामीण पथ विक्रेता योजना के बारे में बताया गया। मैं मुख्यमंत्री का सह्दृय से धन्यवाद करता हूं आपकी इस योजना से मेरे जैसे लाखों पथ विक्रेताओं को आजीविका एवं परिवार के भरण पोषण करने में आर्थिक सहायता दी गई।