अडानी की कोयला खदान में रोजगार उपलब्ध कराने की मांग को लेकर चक्का जाम कंपनी द्वारा रोजगार उपलब्ध कराने के लिखित आश्वासन पर समाप्त हुआ आंदोलन

अडानी की कोयला खदान में रोजगार उपलब्ध कराने की मांग को लेकर चक्का जाम
कंपनी द्वारा रोजगार उपलब्ध कराने के लिखित आश्वासन पर समाप्त हुआ आंदोलन
उदयपुर। सरगुजा जिले के विकासखंड उदयपुर अंतर्गत आने वाले ग्राम परसा स्थित राजस्थान राज्य विद्युत उत्पादन निगम लिमिटेड की अदानी कंपनी द्वारा संचालित परसा ईस्ट एवं केते बासेन कोयला खदान परियोजना के मुख्य चेक पोस्ट के सामने मंगलवार को सुबह 6ः00 बजे से स्थानीय बेरोजगार युवकों ने रोजगार उपलब्ध कराने की मांग को लेकर चक्का जाम कर दिया तथा सुबह की शिफ्ट में काम करने जाने वाले लोगों को अंदर नहीं जाने दिया। लोगों की सिर्फ एक मांग रोजगार उपलब्ध कराना रहा। आंदोलनकारियों में ग्राम परसा साल्ही और अन्य आसपास के ग्रामीण शामिल रहे। ग्राम परसा स्थित राजस्थान राज्य विद्युत उत्पादन निगम लिमिटेड की पीईकेबी कोल माइंस के सामने दर्जन भर से अधिक ग्राम परसा साल्ही तथा अन्य ग्राम के लोगों स्थानीय लोगों को नौकरी पर रखने की मांग को लेकर सालही से खदान परसा जाने वाले मार्ग को बंद कर दिया। चक्काजाम की सूचना पर उदयपुर पुलिस उप निरीक्षक समरेंद्र सिंह के नेतृत्व में मौके पर पहुंची तथा तहसीलदार मनीष सूर्यवंशी भी पहुंचे। सामान्य बातचीत से ग्रामीण चक्का जाम हटाने को तैयार नहीं हुए। चार से पांच घंटे तक इन लोगों की बातचीत चलती रही। कंपनी के वरिष्ठ अधिकारी संजय श्रीवास्तव और अन्य स्टाफ द्वारा नौकरी उपलब्ध कराने के लिखित में आश्वासन दिए जाने के बाद सुबह 11 बजे करीब ग्रामीण बेरोजगारों ने अपना आंदोलन समाप्त किया।उल्लेखनीय है की उदयपुर सरगुजा अंचल के ग्रामीण काफी समय से इन कोयला खदानों का विरोध करते आ रहे है. उनकी जायज मांग की ओर मैनेजमेंट ने कभी ध्यान नहीं दिया ऐसा ग्राम वासियों का आरोप है अडानी द्वारा संचालित इन कोयला खदानों का मुद्दा अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर उठ चूका है. मामला भुविस्थापन काम के बदले रोजगार और विषम पर्यावरण की परिस्थितियों का है. सर्वोच्च सत्ता इस मुद्दे को लेकर पुरे रिपोर्ट के साथ अपने सुधि पाठकों के समक्ष आएगी. इस दौरान स्थानीय ग्रामीणों सहित काम करने वाले कर्मचारियों और वाहनों की काफी लंबी कतार कोयला खदान जाने वाले मुख्य मार्ग में लगी रही।