बरगवां मेले में कहां और कैसे लगेगी आस्था की डुबकी, ओपीएम की मनमानी से आक्रोष
सीएमओ के पास नही है समय दागियांे के हाथ में मेले की कमान
बरगवां। आस्था की डुबकी लगाने का स्थान हुआ नदारद जिम्मेदार कौन मकर संक्रांति के पावन पर्व पर लगने जा रहा बरगवां अमलाई नगर परिषद का ऐतिहासिक मेला नवसीखियो के सहारे हो रही व्यवस्थाएं महज आधा अधूरा साफ सफाई सुविधा का अभाव कोरोना गाइड लाइन से परे अव्यवस्थाओं के बीच मेला मैदान में सिर्फ और सिर्फ कुछ फर्जी भर्ती कर्मचारियों की निगरानी में इतनी बड़ी जिम्मेदारी का दायित्व सौंप कर नगर परिषद की मुख्य नगर पंचायत अधिकारी दो जगहों का प्रभार लेकर स्थाई तौर पर व्यवस्थाओं के प्रति सजग नहीं। मेला मैदान में भरी पड़ी समस्याओं से अवगत कराने के बावजूद भी अनजान अनभिज्ञ जनप्रतिनिधि होने वाले अपार भीड़ को नियंत्रण करने की व्यवस्था सुचारू रूप से नहीं की गई है। अभी भी हनुमान मंदिर के आसपास मेला मैदान एवं मुख्य मार्ग पर बड़े-बड़े ठूठ निकले हुए हैं जो परेशानी का सबब बना है।
सीएमओ के पास नही मेले के लिये समय
ज्ञात हो कि मुख्य नगर पंचायत अधिकारी का अलग-अलग जगहों में प्रभार होने की वजह से बरगवां अमलाई नगर परिषद अंतर्गत शासन के द्वारा संचालित हितग्राही मूलक योजनाओं के लाभ से यहां के गरीबी रेखा के नीचे जीवन यापन करने वाले बीपीएल परिवार उज्जवला योजना आयुष्मान कार्ड एवं अन्य जन कल्याणकारी योजनाओं के लाभ से वंचित हो रहे हैं नगर परिषद कार्यालय मैं अपनी मर्जी के मुताबिक कर्मचारियों का चयन कर भर्ती किया गया है जिन्हें शासन की योजनाओं के विषय में एवं उनके क्रियान्वयन की जानकारी नहीं है ऐसे लोगों के द्वारा हितग्राहियों को गुमराह किया जा रहा है।
ओपीएम प्रबंधन अटका रहा रोड़ा
सनातन धर्म प्रेमियों एवं पुरातन रीति-रिवाजों एवं परंपराओं के बीच मकर संक्रांति के पावन पर्व पर जब श्रद्धालुओं भक्तों के द्वारा नदियों में आस्था की डुबकी लगाने के लिए स्थान ढूंढ रहे हैं। ज्ञात हो कि ओरिएंट पेपर मिल कागज कारखाना के द्वारा सोन नदी में बैराज बांध निर्माण कर एवं स्टॉप डेम बनाकर सोन नदी तक जाने वाले मुख्य मार्ग को बाधित कर दिया गया जहां पर आने-वाले लोगों के द्वारा स्नान पूजा व्रत जैसी धार्मिक अनुष्ठानों का पालन किया जाता रहा है। वही आस्था की डुबकी लगाकर ख्याति प्राप्त सिद्ध दक्षिण मुखी हनुमान जी महाराज की पूजा अर्चना की जाती रही है अब उससे वंचित हो गए, क्योंकि ओरियंट पेपर मिल के द्वारा उस स्थान को और मार्ग को पूर्ण रूप से लुप्त और बाधित करने का प्रयास किया गया है।
दागी के हाथ में मेले की कमान
बरगवां अमलाई नवीन नगर परिषद के गठन उपरांत नगर परिषद कार्यालय में नगर परिषद के अंदर पूर्व पंचायत चपरासी एवं स्वयं का सेवा केंद्र चलाने वाला कंप्यूटर ऑपरेटर अपने आप को परिषद का कर्मचारी बताता है इनके रुतबे ऐसे हैं कि आने वाले हितग्राहियों बीपीएल कार्ड धारियों गरीबों और इस क्षेत्र की भोली-भाली जनता के साथ धोखाधड़ी की जा रही है इन्हीं के मार्गदर्शन में मेला का आयोजन कार्यक्रम निर्धारण साफ सफाई वसूली नीलामी का कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है। क्या नगर परिषद के जनप्रतिनिधि संपूर्ण दायित्व इन्हें सौप दिए हैं अपनी अनुभव से परे इन अकुशल लोगों के सहारे इतने बड़े दायित्व से मुंह मोड़ कर चुपचाप बैठे हुए हैं।