मनेंद्रगढ़ में प्रस्तावित मेडिकल कालेज के लिये चैनपुर इलाके में फिर हुआ जमीन का निरीक्षण

मनेंद्रगढ़ में प्रस्तावित मेडिकल कालेज के लिये चैनपुर इलाके में फिर हुआ जमीन का निरीक्षण
मेडिकल कालेज अम्बिकापुर की 4 सदस्यीय टीम ने ली जानकारी, मेडिकल कालेज के लिये 10 साल में नही हो पाया जमीन का चयन
मनेन्द्रगढ़। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की घोषणा के अनुरूप नवीन जिले मनेंद्रगढ़ चिरमिरी भरतपुर के जिला मुख्यालय मनेंद्रगढ़ के नजदीक मेडिकल कालेज खोले जाने को लेकर कवायद चल रही है। शासन के निर्देश पर जमीन के चिन्हांकन हेतु मनेंद्रगढ़ से लगे चैनपुर इलाके में खाली पड़ी जमीन का निरीक्षण किया गया। यहाँ अम्बिकापुर मेडिकल कालेज से आई चार सदस्यीय टीम ने प्रशासन के साथ भौगोलिक परिस्तिथि और मेडिकल कालेज के मापदंड के अनुसार जमीन का निरीक्षण किया। संचालनालय चिकित्सा शिक्षा के द्वारा मनेंद्रगढ़ में नवीन चिकित्सा महाविद्यालय की स्थापना को लेकर एक पत्र भी जारी किया गया है इस पत्र के बाद प्रस्तावित चिकित्सा महाविद्यालय की स्थापना निर्धारित मापदंडों के अनुरूप किये जाने को लेकर निरीक्षण किया गया। मेडिकल कालेज अम्बिकापुर के डीन डाक्टर रमणेश मूर्ति ने बताया कि जगह फाइनल होने के बाद पूरी प्रक्रिया होने में समय लगेगा । जमीन सम्बंधित सभी जानकारीयों का अध्ययन करने के बाद रिपोर्ट शासन को भेजी जाएगी।पाठकों कि जानकारी के लिए बता दें कि सबसे पहले मेडिकल कॉलेज खोलने की घोषणा केंद्र की यूपीए सरकार में मंत्री रहें कोरबा सांसद डॉ चरण दास महंत ने कोलइंडिया के सहयोग से की थी।इसके लिए कोल इंडिया ने राशि भी भेज दी थीं और नोएडा से एक कन्सल्टेंसी फर्म ने सर्वे भी किया था इसके साथ ही 2013 में तत्कालीन स्वास्थ्य मंत्री गुलाम नबी आजाद ने मनेन्द्रगढ़ में सर्वसुविधा युक्त कैंसर हॉस्पिटल के निर्माण की भी घोषणा की थीं और मनेन्द्रगढ़ के साथ साथ बिलासपुर में भी कैंसर हॉस्पिटल के निर्माण की घोषणा की थीं मजे की बात तो यह है की बिलासपुर में कैंसर हॉस्पिटल बन कर तैयार हो गया है मगर मनेन्द्रगढ़ में राजनैतिक इच्छाशक्ति और अधिकारीयों की लापरवाही के चलते अभी तक इस दिशा में कोई प्रगति नहो हो पायी है। मगर इसबार लग रहा है की मनेन्द्रगढ़ की किस्मत जागेगी और यहां मेडिकल कालेज की स्थापना अंततः हो पायेगी। ताकी इस धुर आदिवासी क्षेत्र के लोग एक बेहतर सस्ती चिकित्सा सेवा प्राप्त कर सकें।