घने जंगलों के बीच पालकीमाड़ा तपोभूमि में पहुंचे हजारों श्रद्धाल, जमकर लिया संक्रांति मेले का आनंद
मनेन्द्रगढ़। मकरसंक्रांति का पर्व पूरे देश मे हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। सुबह से ही भक्तों ने मंदिर पहुंच कर देवताओं के दर्शन किये और मेले का आनंद लिया। मकरसंक्रांति के पावन अवसर पर खोंगापानी के पालकीमाड़ा में भी मेले का आयोजन किया गया था। पिछले कई वर्षों की भांति इस वर्ष भी मकर सक्रांति पर मेले का आयोजन किया गया। 2 दिन तक चलने वाले मेले में बच्चे बूढ़े सभी ने मिलकर मेले का आनंद उठाया। इस मेले को देखने के लिए आसपास के क्षेत्रों से अधिक से अधिक संख्या में लोग आ रहे है।पालकीमाड़ा तपोभूमि के मेले की अपने आप में एक अलग ही छवि बनी हुई है।यहां स्थित मंदिर के जाग्रत होने कि अपनी आस्था है  विगत कई दशकों से लगातार इस मेले का आयोजन किया जाता है। यहां बच्चों के लिए झूले, छोटे-छोटे खिलौनों की स्टाल और नाश्ते की कई होटले भी लगाई गई है। मंदिर सेवा समिति के सदस्य और नगर पंचायत खोंगापानी के वार्ड पार्षद जगदीश मधुकर ने बताया की नगर पंचायत खोंगापानी एकतानगर वार्ड क्र 04 क्षेत्र के अंतर्गत पालकीमाड़ा तपोभूमि में मकर संक्रांति मेले के अवसर पर हजारों की संख्या में लोग पहुंचे थे। आने-जाने वाले श्रद्धालुओं को पानी पिलाया गया। पालकीमाड़ा में दर्शन करने के लिये काफी संख्या में भक्त आते है लेकिन पालकीमाड़ा तपोभूमि में पानी की व्यवस्था ना होने के कारण श्रद्धालु प्यासे रह जाते हैं। पिछले 8 वर्ष की भांति इस वर्ष भी हजारो श्रद्धालुओं को पानी के पाऊच का वितरण कर पानी पिलाया गया। उन्होंने बताया की उनके द्वारा मंदिर तक स्वच्छ पेयजल के लिये प्रयास किया जा रहा है। लगभग 35 लाख का प्रपोजल तैयार है जल्दी ही स्वीकृति मिलने के बाद काम शुरू कर दिया जायेगा। मेले में श्रद्धालुओं की प्यास बुझाने में फिरोज सिद्दीकी, लालबाबू,पप्पू, कैलाश सोनी, कमलेश पाठक, अजय कैवर्त्य, किरण कुमार चैधरी, अमर जांगड़े, अमन केंवट का विशेष सहयोग मिला। पुलिस प्रशासन की तारीफ करते हुये जगदीश ने कहा की पुलिस की चाक चैबंद व्यवस्था के कारण ही मेले में किसी प्रकार की कोई अप्रिय घटना नही हुई और श्रद्धालुओं में मेले का आनंद लिया। उन्होंने चैकी प्रभारी कमलेश पाण्डेय, प्रधान आरक्षक अजय पोया, आरक्षक आनंद कुर्रे, साधारण सिंह, सैनिक कमलेश कुमार को भी धन्यवाद ज्ञापित किया है।