अगर भाजपा को रासुका से इतना ही दर्द है तो केन्द्र से खत्म करवा दें-मुख्यमंत्री भूपेश बघेल
रायपुर। राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (रासुका) को लेकर जारी अधिसूचना पर भारतीय जनता पार्टी के आरोप पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने पलटवार किया है। उन्होंने कहा कि रासुका केंद्र का कानून है, और हर 6 माह में उसे रिनुअल कराया जाता है। इसमें हाय-तौबा क्यों मचाया जा रहा है। रासुका से इतनी ही परेशानी है, तो केंद्र सरकार से कानून खत्म करवा दें। इसे भी पढ़ें रू रासुका अधिसूचना का भाजपा ने किया विरोध, सरकार से श्वेत पत्र जारी कर तत्काल ‘काला कानून’ को वापस लेने की मांग की। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने मीडिया से चर्चा में राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (रासूका) को लेकर भाजपा के आरोपों पर कहा कि भ्रम फैलाने का काम क्यों किया जा रहा है? यह पहली बार नहीं हो रहा है। इनके (भाजपा) पास कोई मुद्दा नहीं रहा। जो गलत करता है राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के तहत कार्रवाई होती है। रासुका से इतनी ही परेशानी है, तो केंद्र सरकार से कानून खत्म करवा दे। मुख्यमंत्री ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि प्रदेश में सभी खुश हैं, ये बात भाजपा को अच्छी नहीं लग रही है। इन्हें ऊपर से फटकार लगती है कि छत्तीसगढ़ में सारी स्थिति अनुकूल कैसे है। आपकी सरकार, आप कर सकते हैं। भाजपा केवल लड़ाने और तोड़ने की बात करती है। वहीं रमन सिंह को दिल्ली भेजने के सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि अभी भी अंगूर खट्टे हैं। दिल्ली में बैठक हुई है, लेकिन उन्हें फिर से कहीं नहीं भेजा जा रहा है। वो पहले केंद्रीय मंत्री थे, तब यहां आए थे। अभी राष्ट्रीय उपाध्यक्ष है, तो केंद्रीय मंत्री ही बन जाओ, पर कहीं नहीं जा पाते। जो प्रदेश उपाध्यक्ष का काम है, उसे राष्ट्रीय उपाध्यक्ष कर रहे हैं। हमें देखकर बुरा महसूस होता है। केंद्रीय मंत्रिमंडल में बदलाव हो रहा, पूरे देश मे चर्चा है। लेकिन इन्हें न ही वहां स्थान मिल रहा, और न ही यहां का चेहरा बनाया जा रहा। पूर्व मुख्यमंत्री कहीं भी चेहरा नहीं बनाए जा रहे। भाजपा के आदिवासी सम्मेलन पर मुख्यमंत्री ने कहा कि भाजपा समाज में विद्वेष फैलाने का काम कर रही है। आदिवासियों को कभी उन्होंने सम्मान नहीं दिया, आदिवासियों के उपज को ही समर्थन नहीं दिया, बल्कि भाजपा ने अपने समय में आय के सभी स्त्रोत को खत्म किया है। आदिवासियों की जमीन हड़पकर उनका हक छीना गया। इन मुद्दों पर बात नहीं करते। सबसे ज्यादा चर्च उनके कार्यकाल में बनाए गए हैं। इनके पास केवल दो हथियार है, माहौल खराब करना और लोगों को भड़काना।