पलटती बाजी डैमेज कंट्रोल में जुटी भाजपा, झोंकी ताकत कांग्रेस की एकजुटता के आगे आ रहा पसीना 
बदलते परिणामो की ओर इषारा करती मतदाताओं की खामोषी
(राज नारायण द्विवेदी)
इन्ट्रो-नगर परिषद जैतहरी के चुनाव प्रचार थमने के पहले पलटती बाजी देख भाजपा के दिग्गज नेताओं सहित मंत्री बिसाहू लाल सिंह डैमेज कंट्रोल में जुट गये हैं,जहां उन्होंने वार्ड क्रमांक 1 से निर्दलीय प्रत्याशी कमलेश पटवा का भाजपा प्रत्याशी के पक्ष में समर्थन हासिल किया,वहीं सालों बाद कांग्रेस से दूर रहे पूर्व जिलाध्यक्ष भूपेन्द्र सिंह के मैदान में आ जाने के बाद कांग्रेस को ताकत मिल गई है,बहहराल ऊंट किस करवट बैठेगा यह तो वक्त बतायेगा, लेकिन इतना जरूर है कि कांग्रेस की एक जुटता ने भाजपा के माथे पर कड़ाके की ठंड में पसीना ला दिया है,फिर अनिल गुप्ता व विजय शुक्ला की आपसी खींचतान क्या रंग लायेगी यह भी रोमांचक होगा।
जैतहरी/अनूपपुर। विधानसभा 2023 के पहले हो रहे नगरीय निकाय चुनाव को भारतीय जनता पार्टी सेमीफाइनल के तौर पर देख रही है, लेकिन नेताओ की आपसी खीचतान से उसे नुकसान उठाना पड सकता है। जिले के जैतहरी नगर परिषद के चुनाव में भाजपा की गुटबाजी बुधवार को खुलकर दिखाई पडी जहां एक ओर मंत्री बिसाहू लाल सिंह के करीबी माने जाने वाले विजय शुक्ला है तो दूसरी ओर दिग्गज नेता अनिल गुप्ता दोनो के अलग-अलग बयान भाजपा को नुकसान पहंुचा सकते हैं। वहीं अगर कांग्रेस पार्टी की बात की जाये तो उसके पास खोने के लिये कुछ भी  नही है पाने की सोच को लेकर यहां कांग्रेस एक जुट दिखाई पड रही है और कांग्रेस को तब मजबूती मिल गई जब सालो से पार्टी से दूर रहे पूर्व जिलाध्यक्ष भूपेन्द्र सिंह प्रचार प्रसार में निकल पडे। भाजपा के बिगडते हालातो को देख प्रचार प्रसार के अंतिम दिन भाजपा ने जिले भर के तमाम नेताओ को उतारकर पूरी ताकत झोंक दी। वह कितना कुछ मतदाताओ को समझा पाने में सफल होगे यह तो परिणाम ही बतायेगा।
पहले दिन से भाजपा में द्वंद
भारतीय जनता पार्टी मंे नगर परिषद जैतहरी के चुनाव को लेकर नेताओ में टिकट वितरण दिन से ही द्वंद शुरू हो गया था जिसे चुनाव प्रचार के अंतिम दिन तक समाप्त कर पाने में दिग्गज नेता सफल नही दिखाई पडे। यहां तक कि चुनाव प्रभारी श्रीमति अमिता चपरा व भाजपा जिला प्रभारी राजेष चंद्र मिश्रा पूरे समय तक जैतहरी मे डटे रहे और वार्डाे का भ्रमण भी किया। लेकिन दो नेताओ के बीच टिकट वितरण को लेकर हुई अनबन को वह भी समाप्त नही करा सके। नतीजा नेता गली-चैराहो में अपनी ढपली अपना राग अलापने लगे ऐसे मंे भाजपा को यहां नुकसान उठाना पड सकता है।
मतदाताआंे को कैसे आये आनंद
सालो साल से मूल का ब्याज और ब्याज का साज वसूल कर जनता के सामने भोला चेहरा लेकर घूमने वाले एक बार नही हर बार मैदान में रहकर मतदान की अपील करने लग जायेगे तब भला मतदाताओं को कैसे आनंद आयेगा। यहां मतदाताओ की खामोषी बयां कर रही है कि जब उसके मतदान का महत्व नही समझा जाता तो भला वह इस बार कैसे साथ देंगे। हलांकि मतदान के लिये अभी चैबिस घंटे बांकी है ऐसे में धन-बल और बाहुबल का भी प्रयोग होने की संभावना है अब इसमें मतदाता प्रभावित होते है या फिर वह अपने मतदान की असली कीमत पहचान कर विकास की सोच रखने वाले प्रत्याषी पर मुहर लगायेंगे यह उनका स्चयं का निर्णय होगा।
भूपेन्द्र सिंह ने दी कांग्रेस को ताकत
कांगे्रस पार्टी के पूर्व जिलाध्यक्ष भूपेन्द्र सिंह यंू तो सालो से पार्टी की राजनीति से दूर स्वच्छ विचारधारा के बल बूते जनता के बीच में बने रहे है और यही कारण है कि लगातार दो पंचवर्षीय से वह जिलापंचायत के सदस्य निवार्चित होते रहे है। कांग्रेस पार्टी को उनका जैतहरी नगर परिषद के चुनाव में साथ मिलने से एक बडी ताकत मिली और कार्यकर्ताओ व पदाधिकारियो में उर्जा का संचार होने के साथ ही उनका आत्म बल बढा और सब एक जुट होकर पार्टी द्वारा तय किये गये पार्षद प्रतयाषियो के पक्ष में मतदाताओ से मतदान की अपील करने लगे। बहरहाल क्या कुछ परिणाम होगा यह तो मतगणना के पष्चात सामने आयेगा।
चाल-चरित्र की मतदाता को पहचान
राजनीति में आरोप स्वभाविक होते है लेकिन जब वह प्रमाणित होने लग जाये तब कुछ छुपा नही रह जाता ऐसा ही हाल यहां पर कलफदार कुर्ताधारी का है। जिन्होंने अपने चाल और चरित्र की पहचान समय अंतराल में करायी है। नियत के मामले में शायद ही ऐसा कोइ्र राजनीति से जुडा नेता होगा जो न जानता होगा और वह जब मतदाता के सामने चाल-चरित्र की बात करे तो जवाब तो मिलता है कि हम पहले से पहचान चुके है। सोषल मीडिया में अष्लील तस्वीर परोसकर अपनी सोच यह कलफदार कुर्ताधारी पहले बता चुका है और चुनाव में हाथ जोडने से पहले उजागर की सोच बदल नही जायेगी यह मतदाताओ को सोचना होगा।