मछली विक्रय तथा सिंघाडा उत्पादन से जगन्नाथ ढीमर के जीवन मे आया बदलाव

मछली विक्रय तथा सिंघाडा उत्पादन से जगन्नाथ ढीमर के जीवन मे आया बदलाव
उमरिया। मानपुर जनपद पंचायत के ग्राम पंचायत चिल्हारी निवासी जगन्नाथ ढीमर जो कि मां दुर्गा म0स0स0 चिल्हारी समिति के अध्यक्ष है, के जीवन में मछली विक्रय एवं सिंघाड़ा उत्पादन से बदलाव आया है। जगन्नाथ ढीमर अध्यक्ष मां दुर्गा मसस चिल्हारी ने बताया कि उनकी समिति में 22 सदस्य है। जगन्नाथ ढीमर एवं समूह के अन्य 6 सदस्यों को मत्स्य कृषक विकास अभिकरण योजना अंतर्गत बड़का तालाब स्वामित्व ग्राम पंचायत चिल्हारी मत्स्यपालन हेतु 10 वर्षीय लीज पर वर्ष 2008-09 मे दिलाया गया। इसी वर्ष इन्हें मत्स्यपालन हेतु क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक चिल्हारी से 0.50 लाख ऋण राषि एवं 0.10 लाख रूपये का अनुदान की राषि शासन द्वारा निर्धारित पौण्ड कल्चर योजना अंतर्गत उपलब्ध कराई गई। उनके द्वारा बड़का तालाब मे मछली पालन के साथ साथ सिंघाड़ा उत्पादन का व्यवसाय प्रारंभ किया गया। शासन से प्राप्त ऋण एवं अनुदान का सही उपयोग करते हुए तालाब में मत्स्य पालन कर तालाब से प्रतिवर्ष 5.20 मे0टन मत्स्योपादन एवं सिंघाड़ा उत्पादन से प्रति वर्ष 03.00 मी टन सिंघाड़ा प्राप्त किया जा रहा है। उनके द्वारा बैंक बैंक ऋण की किष्तों का समय पर भुगतान किया जा रहा है। मत्स्य तथा सिंघाड़ा विक्रय से प्राप्त आय से उनके परिवार का भरण पोषण एवं जीवन स्तर में बलदाव आया है। जगन्नाथ को आर के व्ही वाई योजना से 10 दिवसीय उन्नत तकनीक का प्रषिक्षण प्रदाय किया गया। समूह का 9 नवंबर को विधिवत पंजीयन कराया गया। समिति को 2016 मे सिंचाई जलाषय चंदवार ग्राम चंदवार जलक्षेत्र 19.400 मत्स्यपालन हेतु 10 वर्षीय पट्टे पर आवंटित किया गया है जिससे समिति द्वारा नियमित रूप से मत्स्य बीज संचयन किया जाता है साथ ही मत्स्याखेट का कार्य भी समिति के सदस्यों द्वारा किया जा रहा है। आखेटित मछलियो को स्थानीय स्तर पर लगने वाले बाजारो में समिति के सदस्यो द्वारा विक्रय किया जाता है जिससे की स्थानीय लोगो को प्रोटीन युक्त आहार आसानी उपलब्ध हो सके। समिति के सदस्यो का प्रधानमंत्री मछुआ दुर्घटना बीमा योजना के तहत मत्स्य विभाग द्वारा पंजीयन किया गया है साथ ही प्रधानमंत्री किसान क्रेडिट कार्ड का लाभ सदस्यों को दिया जा रहा है जिससे वे मत्स्यपालन मे उपयोग आने वाले नांव, जाल, मत्स्यबीज, मत्स्य आहार, दवाईयां आदि क्रय कर सके। वर्ष 2021-22 में सिंघाड़ा उत्पादन से 1.50 लाख रूपये तथा मत्स्य उत्पादन से 5.20 लाख रूपये की आय प्राप्त हुई है। उन्होने एवं उनके सदस्यो ने प्रदेश के मुख्यमंत्री चैहान, जिला प्रशासन को धन्यवाद ज्ञापित किया है।
सामूहिक विवाह योजना के तहत दीपा के हाथ हुए पीले
गरीब घर के परिवार में जब बेटी का जन्म होता है, तो उसके मां बाप उसकी पढ़ाई, लिखाई, एवं शादी में आने वाले खर्च की व्यवस्था करने में जुट जाते है। हर मां बाप का सपना होता है कि उसकी बेटी की शादी धूमधाम से हो, लेकिन आर्थिक मजबूरियो की वजह से कभी कभार यह सपने पूरे नही हो पाते हैं। अब उनके सपने मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना से पूरे हो रहे है। दीपा अगरिया की मां सुषीला अगरिया ने बताया कि बेटी के पिता राजमन मजदूरी का कार्य करते है। बेटी की शादी उम्र होने के बाद उसकी शादी की चिंता सता रही थी। बेटी की शादी के लिए जनपद पंचायत कार्यालय में संपर्क किया जहां से मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना की जानकारी मिली जिसके बाद बेटी दीपा का पंजीयन कराते हुए पूरे रीति रिवाज के साथ करकेली मे आयोजित सामूहिक विवाह में बेटी का विवाह मजमानी निवासी लड़का रामसूची से संपन्न हुआ है। इसके साथ ही शासन की ओर से 38 हजार रूपये का समान जिसमें दो लोहे के पलंग, गद्दे, तकिया, चादर, टेबिल फैन, 32 इंच की टीव्ही, 51 बर्तन, प्रेषर कुकर, चांदी का सामान जिसमें चांदी का हार, चांदी की पायल, बिछिया, माथे की बेंदी तथा 11 हजार रूपये नगद दिए गये है। उन्होंने मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना के लिये प्रदेश के मुख्यमंत्री जी को धन्यवाद ज्ञापित किया है।
बेटा-बेटी आपका विवाह की व्यवस्था सरकार की
मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना में अब वर वधु को विवाह स्थल तक लाने की जवाबदारी ही अभिभावको के पास रह गई है, शेष सभी व्यवस्थाएं प्रदेश सरकार द्वारा जिला प्रशासन के माध्यम से उपलब्ध कराई जा रही है। सभी विवाह वैदिक रीति से मंत्रोच्चारण एवं अग्नि के सात फेरों के साथ संपन्न हो रहे है। प्रदेश के मुख्यमंत्री द्वारा गरीब परिवारों के बेटियों के विवाह के भव्य आयोजन से वर वधु पक्ष के लोग काफी प्रसन्न रहते है। जिले की करकेली जनपद पंचायत के ग्राम पिनौरा निवासी प्रमिला साहू पिता समयलाल साहू का विवाह रंगराज साहू के साथ विगत दिनों करकेली जनपद पंचायत मुख्यालय में आयोजित मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना के माध्यम से गाजे बाजे के साथ संपन्न हुआ। वर वधु पक्ष के लोग इस आयोजन से अत्यंत प्रसन्न थे। बेटी के विवाह में कलेक्टर स्वयं जिला प्रशासन के अधिकारियों के साथ बारातियों का स्वागत करेंगे तथा विधायक सहित अन्य जनप्रतिनिधि एवं समाज के गणमान्य नागरिक बराती बनकर शामिल होगे, इसकी मुझे कल्पना भी नही थी। प्रदेश के मुख्यमंत्री की गरीबो के प्रति सोच तथा उन्हें मुख्य धारा मे शामिल करने के लिए बनाई गई नितियों के कारण ही ऐसा संभव हो पाया है। वधु प्रमिला एवं वर रंगराज भी अत्यंत प्रसन्न था। वधु प्रमिला का कहना था कि सरकार ने गृहस्थी शुरू करने के लिए जिन चीजो की आवष्यकता होती है वह सारी चीेजे सहजता से उपलब्ध करा दी है। उन्हांेने बताया कि मुझे पहनने को चार जोड़ी कपड़े, 32 इंच की टीव्ही, 51 बर्तन, प्रेषर कुकर, पैर चलित सिलाई मषीन, एक जोड़ी पलंग, गद्दा, चादर, तकिया तथा 11 हजार का चेक प्रदान किया गया है। वर वधु तथा उनके माता पिता प्रदेश के मुख्यमंत्री द्वारा शुरू की गई मुख्यमंत्री कन्या दान योजना के लिए प्रदेश सरकार का धन्यवाद ज्ञापित है।
यशोदा सिंह प्राप्त कर रही मासिक 15 हजार की आय
मढ़ीबाग स्व सहायता की यशोदा बाई पति राकेष सिंह सिलाई एवं खेती से मासिक 15 हजार रूपये की आय प्राप्त कर रही है। उन्होनें बताया कि 10 जून 2018 को मढ़ीबाग स्व सहायता समूह का गठन किया गया है, जिसकी वे अध्यक्ष है। समूह में 13 लोग है, जो विभिन्न गतिविधियां संचालित कर अपने परिवार का भरण पोषण कर रही है। यशोदा बाई ने कहा कि वे स्वयं खेती एवं सिलाई का कार्य कर रही है जिससे उन्हें माह में 15 हजार रूपये प्राप्त हो जाते है। गांव में सीआरपी का कार्य कर रही है। उन्होने बताया कि पिछले वर्ष 25 स्कूलों के गणवेष सिलाई का कार्य मिला था, जिसमें उन्हें 35 हजार रूपये की आय प्राप्त हुई। हाल ही में सेकेण्ड हैण्ड मैजिक वाहन क्रय किया है, जिसमें वे सवारी का परिवहन कर और अधिक आय अर्जित करेंगी। यशोदा ने प्रदेश के मुख्यमंत्री एवं ग्रामीण आजीविका मिशन का धन्यवाद ज्ञापित किया है।