रेत के अवैध उत्खनन व परिवहन पर पुलिस की कार्यवाही, खनिज विभाग की उदासीनता से शासन को करोड़ो का नुकसान रेत चोर माफियाओं के हौसले बुलंद पसला व चोरभठी से बेखौफ की जा रही रेत की चोरी @राज नारायण द्विवेदी

रेत के अवैध उत्खनन व परिवहन पर पुलिस की कार्यवाही, खनिज विभाग की उदासीनता से शासन को करोड़ो का नुकसान
रेत चोर माफियाओं के हौसले बुलंद पसला व चोरभठी से बेखौफ की जा रही रेत की चोरी
(राज नारायण द्विवेदी)
इन्ट्रो-खनिज संपदा से परिपूर्ण अनूपपुर जिले के महत्वपूर्ण रेत खनिज की चोरी इन दिनों चोर माफिया गिरोह बनाकर करने में डटे हुये है। पिछले कई दिनों से ग्राम पंचायत पसला व चोरभठी से रेत खनिज की चोरी हो रही है। गाहे-बगाहे पुलिस ट्रैक्टरो को पकड़कर कार्यवाही कर अपनी पीठ थप-थपा लेती है, तो खनिज विभाग मौके पर भौतिक सत्यापन करने नही पहुंचता कि कितना रेत का अवैध उत्खनन कर परिवहन किया गया है। रेत की अवैध चोरी से मध्यप्रदेष शासन को जिले से अनुमानतः करोड़ो का नुकसान हो रहा है, लेकिन विभागीय अमला है कि कोरम पूरा करने मैदान पर कभी-कभार पहंुचता है जिससे रेत चोर माफियाओ के हौसले बुलंद है और वह दिन दूनी रात चैगुनी गति से खनिज रेत की चोरी को अंजमा दे रहे हैं।
अनूपपुर। प्रदेष के मुखिया षिवराज सिंह चैहान शायद ही ऐसा कोई मंच होगा जहां वह यह न कहे कि खनिज की चोरी करने वाले माफियाओ व अपराध करने वाले माफियाओं को नेस्तानाबूत किया जायेगा। इतना ही नही मुख्यमंत्री ने साफ शब्दो में प्रषासन के आलाधिकारियो को निर्देष दिया कि अखबारों में छपने वाली खबरों को संज्ञान पर लेकर अधिकारी कार्यवाही करें। लेकिन मुख्यमंत्री के तमाम आदेष-निर्देष अनूपपुर जिले के प्रषासन पर शायद लागू नही होते, तभी तो यहां खुले-आम महत्वपूर्ण रेत खनिज की चोरी गिरोह बनाकर किये जाने के बावजूद भी विभागीय अमला मौकाये स्थल पर कार्यवाही के लिये नही पहंुचता। जिससे यह रेत चोर माफिया अपने मंसूबो को कारगर कर रहे है। कभी कभार पुलिस के गस्तीदल द्वारा रेत चोरी में लगे टैªक्टर वाहन को पकडकर मामला पंजीबद्ध करते हुये खनिज विभाग की ओर अग्रेसित करता है, लेकिन उदासीन खनिज विभाग वैसे ही फाइल को आगे बढाकर कलेक्टर के सामने चालान के लिये प्रस्तुत कर देता है। ऐसे में रेत चोर माफिया जान गये कि महज जुर्माना के अलावा कुछ और नही होगा, जिससे वह दिन दूनी रात चैगुनी गति से खनिज रेत की चोरी को अंजाम देने में डटे है।
पसला व चोरभठी निषाने मंे
जनपद पंचायत जैतहरी की ग्राम पंचायत पसला से गुजरी सोन नदी व ग्राम पंचायत चोरभठी की तिपान नदी इन दिनों खनिज रेत चोर माफियाओ के निषाने पर है। जहां इनके द्वारा रात का अंधेरा गहराते ही विभिन्न प्रकार के माल वाहक वाहनो को नदी में उतारकर मजदूरों के माध्यम से रेत का अवैध उत्खनन कर उसे बाजार में रातो-रात पहंुचा दिया जाता है, कई वाहनों के पकड़े जाने के बाद चालक व वाहन मालिक पर खनिज रेत चोरी का प्रकरण भी दर्ज होता है। लेकिन खनिज विभाग द्वारा मौकाये स्थल पर पहंुचकर कितनी मात्रा में खनिज रेत की चोरी की गई है उसका प्रकरण पंजीबद्ध न कर कलेक्टर के समक्ष प्रस्तुत न करने से इनके हौसले बुलंद है और वह लगातार खनिज रेत की चोरी करने पर आमादा है। ऐसा लगता है अब इन्हें प्रषासन व पुलिस का कोई खौफ नही।
निगवानी में धमकी देकर चोरी
विकास खण्ड कोतमा क्षेत्र के निगवानी में खनिज रेत चोर माफिया खुले-आम धमकी देकर रेत की चोरी रोकने की प्रषासन को चुनौती दे रहे है। सोषल मीडिया पर बाकायदे खनिज रेत चोर माफियाओ का वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें वह साफ शब्दो मंे धमकी भरे लहजे में कह रहे है कि हम तो खुले-आम रेत की चोरी करेंगे जिसे जो करना है कर ले। इन सब के बावजूद भी प्रषासन की कार्यवाही के हाथ उनके गिरेबां तक न पहंुचना या तो उनके संलिप्तता है या फिर पुलिस को कार्यवाही के बाद कानूनी पचडो का भय है। बहरहाल यंू ही चलता रहा तो मध्यप्रदेष शासन को खनिज रेत चोरी के माध्यम से करोड़ो का नुकसान उठाना पड़ेगा और खनिज विभाग बंद कमरे से अपना कार्य करता रहेगा।
नदियों तक चोर माफियाओं ने बनायी सड़क
खनिज रेत चोर माफियाओ के द्वारा नदियों तक पहुंचने के लिये बाकायदे इस तरह सड़क बना रखी है जैसे की जिले की खनिज रेत खदानो का इनके द्वारा शासन को करोड़ो रूपये देकर ठेका लिया गया हो। खनिज रेत चोर माफियाओं के द्वारा नदियों में रेत की चोरी करने के दौरान वाहन लगाये जाने की सूचना स्थानीयजनों के द्वारा खनिज अधिकारी सहित पुलिस विभाग को दी जाती है। लेकिन मौकाये स्थल पर पहुंचकर रेयर ही जिम्मेदारों के द्वारा कार्यवाही की जाती है। यही कारण है कि रेत माफिया पुलिस व खनिज विभाग की मुस्तैदी जान गये है और वह रेत चोरी कैसे करनी है इसको लेकर पूरी तरह से नदियों में रास्ता बनाकर रेत चोरी की वारदात को हर दिन अंजाम देने में तुले हुये है।
नेतागिरी की धौंस पर चोरी
चोरभठी में रेत की चोरी नेतागिरी की धौंस पर खुलेआम की जा रही है इतना ही नही एक बार पुलिस के द्वारा रेत की चोरी के मामले में प्रकरण भी पंजीबद्ध किया गया। इसके बाद खनिज विभाग द्वारा ठोस कार्यवाही न किये जाने से नेता के रेत चोरी को लेकर हौसले बुलंद है। ग्रामीणो की माने तो सत्ताधारी दल से ताल्लुकात रखने वाले नेता के द्वारा पार्टी के महामंत्री से अपनी करीबियां बताकर पुलिस को कार्यवाही न करने की हमेषा धौंस दी जाती है। या यंू कहें पुलिस को कार्यवाही से परहेज हो गया है, जिस कदर यहां से रेत चोरी हो रही है उससे लगता है कि यहां पर खनिज विभाग ने रेत की चोरी का ठेका दे रखा है।