सांसद की उदासीनता पर पार्टी के झुग्गी झोपडी प्रकोष्ठ के मीडिया प्रभारी खड़े किये सवाल
पत्राचार तक उपलब्ध रही कोयलांचल वासियों को रेल सुविधा 
इन्ट्रो-जनप्रतिनिधि के कार्य व्यवहार का आंकलन तो जनता करती ही है और विपक्ष हमेषा उसे घेरने का कार्य करता है, लेकिन जब सत्ताधारी दल के नेता अपेन जनप्रतिनिधि पर सवाल खड़े करने लग जाये तो यह स्पष्ट होता है कि वास्तव मंे उसके द्वारा जनहित के मुद्दो पर कार्य नही किया जा रहा है। भारतीय जनता पार्टी के झुग्गी झोपडी प्रकोष्ठ के मीडिया प्रभारी अरविंद साहनी के द्वारा अमलाई रेलवे स्टेषन में रेल सुविधाएं उपलब्ध न कराने को लेकर सांसद की उदासीनता पर सवाल खडे किये गये है। ऐसे में स्पष्ट होता है कि सांसद ने कोयलांचल वासियो को पत्राचार तक रेल सुविधाएं उपलब्ध कराने का कार्य किया है। बहरहाल एक साल बाद लोकसभा के चुनाव होने है ऐसे में जनता के हितों की बात न करने पर पार्टी कार्यकर्ताओ के बयानबाजी सांसद के लिये कतई हितकर नही हो सकती।  
अमलाई/अनूपपुर। संसदीय क्षेत्र शहडोल रेल मंडल बिलासपुर को प्रतिमाह यात्री किराये व माल भाडे से करोड़ो की आय प्रदान करता है, लेकिन रेल सुविधाओ को लेकर क्षेत्र के रहवासी हमेषा अपने आप को ठगा महषूस करते रहे है। भारतीय जनता पार्टी से हिमाद्री सिंह के सांसद बनने के बाद लोगो को उम्मीद थी कि यह युवा ऊर्जावान सांसद होगी और संसदीय क्षेत्र के रहवासियों की नागपुर तक की रेल सुविधा की मांग को रेल मंत्रालय से पूरा कराने का कार्य करने के साथ ही विभिन्न ट्रेनो के स्टापेज बहाल करा पायेंगी। लेकिन समय-समय पर सोषल मीडिया में रेल यात्रियो की सुविधाओ को लेकर उनके द्वारा लिखे गये पत्र ही सामने आये लेकिन यात्रियो को सुविधाएं रेलवे की ओर से नही मिल सकी। अमलाई रेलवे स्टेषन कोयलांचल क्षेत्र कहलाता है जहां विभिन्न औद्योगिक कल कारखानें संचालित है और यहां पर विभिन्न प्रांतो के रहवासी निवास करते है। लेकिन उन्हें एक्सप्रेस ट्रेनो की सुविधाएं यहां से नही मिल पाती है जिसको लेकर क्षेत्रवासियो ने कई मरतबां विभिन्न कार्यक्रमों में पहंुची सांसद से रूबरू होकर उन्हें याद दिलाया। इतना ही नही उनके निवास स्थल पर पहंुचकर पत्र देकर भी अपनी जिम्मेदारियो का निर्वहन किया, लेकिन उनकी मांग अब तक अध्ूारी है। ऐसे में वरिष्ठ अधिवक्ता व पार्टी के झुग्गी झोपडी प्रकोष्ठ के मीडिया प्रभारी का सांसद की उदासीनता पर सवाल खडा करना कोई अतिसंयोक्ति नही है।
अमलाई के साथ सांसद ने किया छलावा
भारतीय जनता पार्टी झुग्गी झोपड़ी प्रकोष्ठ के मीडिया प्रभारी व वरिष्ठ अधिवक्ता अरविंद साहनी ने एक पे्रेस विज्ञिप्त जारी करते हुये स्पष्ट किया कि संसदीय क्षेत्र शहडोल में लगभग 20 साल से लगातार भारतीय जनता पार्टी का जनता सांसद चुनते आ रही है। फिर भी अमलाई में विभिन्न ट्रेनों की मांग को पूरा कराने में सांसद विफल रहे हैं उन्होंने अपनी बात रखने में कोई गुरेज और लाग लपेट नही किया। साफ शब्दो में लिखा कि इस क्षेत्र की जनता ने अपना अमूल्य मत देकर हिमाद्री सिंह को सांसद चुना और पिछले 4 साल में कम से कम 10 बार लिखित ज्ञापन अमलाई चचाई के कार्यक्रम में दिया गया है, तो उसके बाद भी उनके द्वारा क्षेत्र की जनता कि समस्या को नजर अंदाज किया गया। जनता इस मामले में सवाल भाजपा कार्यकर्ताओं से करती है, जिसका जवाब वह नही दे पाते है। और उन्हें विभिन्न तरह के अनर्गल आरोपो का सामना करना पड़ता है और जनता कहे भी क्यों न उसे कुछ और नही केवल रेल सुविधाओ की यहां चाहत रही।
यह है क्षेत्रवासियों की महत्वपूर्ण मांग
अमलाई यहां के क्षेत्रवासियो के लिये प्रमुख रेलवे स्टेशन है। यहां पर औद्योगिक क्षेत्र के अलावा आस-पास के लाखों लोग उत्तर भारत की इस स्टेषन से यात्रा करते हैं, जिसमें दुर्ग गोरखपुर और जबलपुर अंबिकापुर की ट्रेन का स्टॉपेज अत्यंत आवश्यक है। भारतीय जनता पार्टी झुग्गी झोपडी प्रकोष्ठ के मीडिया प्रभारी अरविंद साहनी ने कहा कि यदि सांसद सिर्फ एक बार ज्ञापन वहां रेल मंत्रालय में दे दे तो वह अपने भाजपा की टीम के माध्यम से दिल्ली में उत्तर भारत के सांसद और मंत्री लोगों से भी चर्चा हुई है प्रयास करेंगे कि मार्च-अप्रैल के सत्र में कम से कम 2 ट्रेनों का स्टॉपेज हो जाए। वर्तमान में इस क्षेत्र के नेताओं का फोन सांसद नहीं उठाती हैं ना ही कोई व्हाट्सएप में जवाब देती हैं जो कि लगातार उनको लिखित ज्ञापन दिया जा रहा है। और अगर इस सत्र में यह दोनों ट्रेनें नहीं रुकती हैं तो विभिन्न राजनीतिक दलों के अलावा क्षेत्र की जनता और भाजपा के कार्यकर्ता ही इनका विरोध करेंगे कि इनको टिकट ही न दिया जाए प्रदेश संगठन टिकट देता है तो खुलकर विरोध किया जाएगा। ऐसे में इस क्षेत्र की जनता के साथ भाजपा कार्यकर्ता अभी भी सांसद से मांग कर रहे हैं कि उक्त दोनों ट्रेनों का स्टॉपेज अमलाई रेलवे स्टेशन के लिए तत्काल रेल मंत्रालय को ज्ञापन लिखकर दें।