दिव्यांग सुरेंद कौर को मिला ट्राईसाइकिल का सहारा

दिव्यांग सुरेंद कौर को मिला ट्राईसाइकिल का सहारा
शहडोल। शहडोल के वार्ड नं 21 निवासी सुरेंद कौर जो अस्थिवाधित दिव्यांग थी उन्हें चलने फिरने एवं दैनिक कार्यों में परेशानी होती थी। साथ ही दूसरों का आश्रय भी लेना पड़ता था। अपनी व्यथा लेकर श्रीमती कौर उप ंसंचालक सामाजिक न्याय के कार्यालय पहुंची और अपनी परेशानी बताई। तत्काल कलेक्टर श्रीमती वंदना वैद्य के निर्देशानुसार, उपाध्यक्ष जिला पंचायत शहडोल श्रीमती फूलवती सिंह की पहल पर, उप संचालक सामाजिक न्याय शिवेन्द्र सिंह एवं नायब तहसीलदार केएल पनिका ने श्रीमती सुरेंद्र कौर को ट्राइसाइकिल प्रदान किया गया। श्रीमती सुरेंद्र कौर प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चैहान, जिला प्रशासन एवं सामाजिक न्याय विभाग शहडोल को धन्यवाद ज्ञापित करते हुए कहा कि उन्हें ट्राइसाइकिल मिली जिससे अब उन्हें चलने फिरने एवं दैनिक कार्यों में किसी भी प्रकार की परेशानी नही होगी और दूसरों का सहारा भी नही लेना पडेगा।
दशोदा की जिंदगी में राशन आपके द्वार योजना से आई खुशहाली
जिले के जनपद पंचायत सोहागपुर के ग्राम अंतरा निवासी दशोदा कोल उम्र 34 वर्ष मजदूरी कर अपने परिवार का पालन पोषण करती थी, राशन दुकान से जब राशन मिलता था तो उसे घर से दूर राशन दुकान जाकर राशन लेना पड़ता था जिसमें दशोदा का एक दिन लग जाता था। प्रदेश के मुख्यमंत्री ने राशन आपके द्वार योजना का संचालन किया तो दशोदा को उसके घर में ही राशन पहुंचाकर दिया जाने लगा। दशोदा का कहना है कि इस योजना से अब मेरे में ही राशन उपलब्ध कराया जाने लगा है जिससे मुझे राशन लेने के लिये घर से दूर नही जाना पड़ता और हमारे समय तथा दूर से लाने की समस्या खत्म हो गई है। उस समय का अब मै अपने अन्य कामों में उपयोग कर लेती हूं। मुख्यमंत्री ने इस योजना को लाकर गरीबों को घर-घर राशन पहुंचाने से अब हम जैसे सभी राशनधारी हितग्राहियों को लाभ मिलने लगा है। दशोदा ने प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चैहान एवं जिला प्रशासन को इस कार्य के लिये दिल से धन्यवाद ज्ञापित किया है।
मोतीलाल को अब आवास की समस्या से मिली निजात
जिले के जनपद पंचायत सोहागपुर के ग्राम अंतरा निवासी मोतीलाल ढीमर उम्र 60 वर्षीय पहले अपने कच्चे मकान में परिवार के साथ गुजर बसर करते थें। हर साल बरसात में कच्च्ेा मकान में आये दिन ऊपर से पानी ठपकता रहता था तथा इसी तरह ठंड के सीजन में भी ठंडी हवाए घर के अंदर घुसती थी जिससे उन्हें और उनके परिवार को परेशानियां झेलनी पड़ती थी। कम आमदनी से उनके मन में पक्के आवास का सपना कौसों दूर दिखता था दूसरों के पक्के घर को देखकर रामसहान सोचते थें कि इस जीवन में क्या मै भी पक्का मकान बनाकर कभी रहुंगा उनके इस सपने को प्रधानमंत्री आवास योजना ने मूर्त रूप देकर पूरा कर दिया। इस योजना के तहत मकान स्वीकृत हो जाने से उनका पक्का मकान बनकर तैयार हो गया है जिसमें मोतीलाल ढीमर ने कुछ अपने पैसे और लगाकर अपने मकान को बढ़िया ढंग से बनवा लिया अब वे पूरे परिवार के साथ खुशियों से रहने लगे है। मोतीलाल ढीमर को अब घर की उन समस्याओं से निजात मिल गई है और वर्षा तथा ठंडी की दिक्कते उनके परिवार को नही उठानी पड़ती। मोतीलाल ढीमर ने प्रदेश शासन और मुख्यमंत्री तथा प्रधानमंत्री को आवास दिलाये जाने पर धन्यवाद दिया है।