शासकीय योजनाओं से जिले के हितग्राही हो रहे लाभान्वित
बेटियो की शादियों में सरकार निभा रही है माता पिता का दायित्व 
उमरिया। सरकार गरीब परिवारों की बेटियों के विवाह का दायित्व स्वयं निभा रही है, इससे गरीब परिवारों में बेटियों के माता पिता की बेटी की शादी करने की चिंता से मुक्ति मिली है। मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना में बेटियो की शादी धूमधाम के साथ संपन्न हो रही है। साथ ही नव वर वधू को अपनी गृहस्थी बसाने हेतु आवष्यक उपहार भी दिए जा रहे है। जिले की पाली जनपद पंचायत के ग्राम महुरा निवासी नीतू सिंह पिता मदन सिंह माता महुराजिया बकेली का विवाह प्रकाश सिंह पिता हीरा सिंह के साथ विगत दिनों पाली जनपद पंचायत मुख्यालय में आयोजित मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना के माध्यम से गाजे बाजे के साथ संपन्न हुआ। वर वधु पक्ष के लोग इस आयोजन से अत्यंत प्रसन्न थे। बेटी के विवाह में जन जातीय कार्य मंत्री स्वयं बारातियों पक्ष में शामिल होकर बारात निकलवाई। प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चैहान की गरीबो के प्रति सोच तथा उन्हें मुख्य धारा मे शामिल करने के लिए बनाई गई नितियों के कारण ही ऐसा संभव हो पाया है। वधु एवं वर भी अत्यंत प्रसन्न था। वधु का कहना था कि सरकार ने गृहस्थी शुरू करने के लिए जिन चीजो की आवष्यकता होती है वह सारी चीेजे सहजता से उपलब्ध करा दी है। उन्हांेने बताया कि मुझे पहनने को चार जोड़ी कपड़े, 32 इंच की टीव्ही, 51 बर्तन, प्रेषर कुकर, पैर चलित सिलाई मशीन,, गद्दा, चादर, तकिया तथा 11 हजार का चेक प्रदान किया गया है। वर वधु तथा उनके माता पिता प्रदेा के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चैहान द्वारा शुरू की गई मुख्यमंत्री कन्या दान योजना के लिए प्रदेश सरकार का धन्यवाद ज्ञापित है।
वन धन समिति के माध्यम से मिट्टी की विभिन्न वस्तुओं का राम रतन प्रजापति कर रहे विक्रय 
उमरिया जिले की चंदिया तहसील के मिट्टी के बने मटके, सुराही फेमस है। जो भी यहां से गुजरता है वो यहां के मटके अपने साथ जरूर लेकर जाता है। चंदिया की मिट्टी से बने मटके एवं सुराही अपनी अलग ही पहचान रखती है। राम रतन प्रजापति निवासी चंदिया मिट्टी की विभिन्न वस्तुओ को बनाकर उनका विक्रय समिति के माध्यम से कर रहे है और अपने परिवार का पालन पोषण कर रहे हैं। राम रतन प्रजापति पिता सुंदरलाल प्रजापति वार्ड क्रमांक 6 चंदिया ने बताया कि उनकी समिति का नाम वन धन केंद्र बिलासपुर है। समिति के माध्यम से मिट्टी से बने गुलदस्ते, बड़े एवं छोटे मिठ्ठू, मिट्टी की बाॅटल सहित अन्य सामग्रियों का निर्माण करते है तथा उन्हें समिति के माध्यम से विक्रय करते है। उन्होंने बताया कि सामग्रियों के निर्माण के लिए खादी ग्रामोद्योग आयोग भोपाल द्वारा ट्रेनिंग प्रदाय की गई थी, जिसके बाद मिट्टी से बनी सामग्रियों का निर्माण करना प्रारंभ कर दिया है। रामरतन प्रजापति को इस व्यवसाय से माह में 6 हजार रूपये तक की आय प्राप्त हो जाती है। उन्होंने प्रदेश के मुख्यमंत्री, जिला प्रशासन, वन विभाग को धन्यवाद ज्ञापित किया है। 
पुलिस की सक्रियता एवं सकारात्मक सोच की बदौलत घर से भागा मासूम अपने माता पिता के पास पहुंच सका
सतना जिले के मझगवां निवासी 11 वर्षीय बालक माता पिता की डांट से नाराज होकर घर से भाग निकला था। वह मासूम ट्रेन मंें बैठकर कटनी में अपनी नानी के घर जाना चाहता था। ट्रेन कटनी से कब गुजर गई उसे पता ही नही चला और वह चंदिया में ट्रेन से उतर गया। अब उसे समझ मे नही आ रहा था कि वह अपने माता पिता एवं नानी के पास कैसे पहुंचे। रात में ट्रेन से उतरकर वह स्टेषन में एक किनारे बैठककर सिसकिया भरने लगा। नगर निरीक्षक चंदिया अरूणा द्विवेदी 21 जनवरी को जब रात्रि कालीन गष्त में थी तो उन्हें एक 11 वर्षीय बच्चा रोता सिसकता हुआ दिखाई दिया। रेल्वे स्टेषन में उन्होंने रेल्वे पुलिस से बच्चे के संबंध में जानकारी हासिल की। बच्चे ने बताया कि घर में माता पिता की डांट से नाराज होकर घर छोड़कर आया हूूं। नगर निरीक्षक ने बच्चे को समझाईष देकर ढाढ़स बंधाया तथा बातों ही बातों में माता पिता के संबंध में जानकारी प्राप्त की, इसके पष्चात उनके माता पिता को सूचित कर बच्चे को आवष्यक कार्यवाही के पष्चात सौंप दिया गया। साथ ही नगर निरीक्षक द्वारा बच्चे का ध्यान रखने तथा ना समझ बच्चे से दुव्र्यवहार नही करने की समझाईश दी गई। इस प्रकार 48 घंटे के भीतर ही पुलिस ने सक्रियता दिखाकर गुमे हुए मासूम बालक को पुनः माता पिता के पास पहुंचा दिया।