शिवराज के विकास को सच का आईना दिखाकर फिर चर्चा में आ गये बिसाहू लाल 
दस हजार करोड़ के स्वीकृत कार्यो के सवाल पर मौन रह गये शिवराज
(राज नारायण द्विवेदी)
इन्ट्रो-यंू ही नही बिसाहू लाल को विकास पुरूष कहा जाता है यह बात एक बार फिर उन्हांेने बडे साहस के साथ बेबाकी से मुख्यमंत्री षिवराज सिंह चैहान के सामने 3 साल पहले स्वीकृत हुये 10 हजार करोड के कार्यो के पूर्ण न होने का सच कहते हुये अपने स्वभाव के साथ-साथ षिवराज सिंह को इस बात की नसीहत दे दी कि जनता को और कुछ यहां बताने की आवष्यकता न पडती। इतना ही नही बिसाहू लाल ने खुले शब्दो में कांग्रेस नेता राहुल गांधी को आदिवासियों का हक दिलाने के मामले में अभी तक मौन रहने के लिये कोसते हुये भाजपा सरकार की तारीफ तो की। लेकिन मुख्यमंत्री षिवराज सिंह को उनके द्वारा की गई घोषणाओं की याद कराते हुये एक बार फिर विकास के मुद्दे पर वह चर्चा में आ गये।
अनूपपुर। वैसे तो अनूपपुर के भाजपा विधायक और प्रदेष सरकार में कैबिनेट मंत्री बिसाहू लाल सिंह आये दिन अपने बेबाक बोलो को लेकर चर्चा में रहते हैं, लेकिन इस बार उन्होंने चर्चा में रहने के लिये कोई बात नही बोली बल्कि सच को सामने रखते हुये विकास कार्यो की घोषणा ही नही बल्कि उसे पूर्ण करने का साहस दिखाने की बात मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चैहान से सीधे तौर पर कही। वाक्या रविवार का है जहां अमरकंटक स्थित राम घाट में लगे मंच से मुख्यमंत्री जनसेवा के लाभार्थी हितग्राहियों को स्वीकारोक्ती पत्र देने मुख्यमंत्री षिवराज सिंह पहंुचे थे। उनके स्वागत भाषण के लिये खडे हुये मंत्री बिसाहू लाल सिंह ने 10 हजार करोड का ऐसा सवाल खडा किया कि एक बार पूरे पंडाल में खामोषी छा गई। कुछ देर तक तो खुद मुख्यमंत्री षिवराज सिंह चैहान भी नही समझ पाये कि ये क्या हो रहा है। ठीक इसके बाद मुख्यमंत्री षिवराज सिंह चैहान ने कलेक्टर को करीब बुलाया और जब 10 हजार करोड का सच जाना तो खामोश हो जाना ही बेहतर समझा जो इस समय अनूपपुर के राजनैतिक गलियारो में सबसे बडा सवाल बना है।
क्या है 10 हजार करोड का सच
खुले मंच से प्रदेष के मुख्यमंत्री षिवराज सिंह के सामने प्रदेष सरकार के खाद्य एवं नागरिक उपभोक्ता संरक्षण विभाग के मंत्री व अनूपपुर विधायक बिसाहू लाल सिंह ने जब यह कहा कि तीन साल पहले उप चुनाव के दौरान आपने जो दस हजार करोड के विकास कार्यो की घोषणा की थी उसका सच बहुत खराब है। कुछ कार्य तो अब तक शुरू ही नही हुए और शुरू हुए कार्य पूर्ण नही हो रहे। वैसे देखा जाये तो बिसाहू लाल के चेहरे पे अपने क्षेत्र के विकास कार्य न होने का दर्द झलक रहा था, लेकिन यह सच है कि प्रदेष के मुखिया के सामने ऐसा सच कहने का साहस बहुत कम ही लोग जुटा पाते है जो मंत्री बिसाहू लाल सिंह ने जुटाया। बिसाहू लाल के दस हजार करोड की बात सुनते ही मंच पर राजनैतिक और प्रषासनिक सरगर्मी सभी को दिख रही थी। अमरकंटक के रामघाट से आ रही सर्द हवाओं में भी प्रषासनिक अधिकारियों के माथे पर पसीने और उनके चलते हाथ बता रहे थे कि कुछ न कुछ बडी उठा-पटक होने वाली है। लेकिन 10 हजार करोड़ के सच का आईना जब मुख्यमंत्री ने देखा तो उनके पास भी बिसाहू लाल के सवाल का जवाब नही था।
साहस होता तो सामने रखे जाते आंकड़े
सर्वोच्च सत्ता ने जब इस विषय में विशेष पडताल की तो 10 हजार करोड का जो सच निकलकर सामने आया उससे यह बात एक दम साफ हो गयी कि आखिर क्यों षिवराज सिंह चैहान मौन हो गये। यहां पर यह बता दिया जाये कि इसमें से 50 प्रतिषत से ज्यादा काम इसलिये नही शुरू हो पाये कि घोषणा के बाद उनका बजट विभागो में नही भेजा गया। कुछ योजनाएं इसलिये बंद कर दी गयी कि वहां पर जमीनों को लेकर छोटा-छोटा विवाद था, जो प्रषासन सुलझा नही पाया। वहीं कुछ विभाग ने तो मुख्यमंत्री के यहां योजनाओं को चालू करने के लिये प्रस्तावित बजट तैयार करके भेजा। परंतु वहां से उसका कोई जवाब नही आया। बताया जाता है कि जिला प्रषासन को इस बात का अनुमान था कि ऐसा कोई सवाल खडा हो सकता है इसलिये वह एक-एक योजनाओ का पूरा चिट्ठा मुख्यमंत्री के सामने रख दिया फिर अब मुख्यमंत्री बोलें तो क्या बोलें।
घोषणाओं तक सिमटी 660 मेगाबाट इकाई की स्थापना
जिस तरह से मंत्री बिसाहू लाल सिंह ने 10 हजार करोड की घोषणा के कार्यो को पूर्ण न होने का आईना मुख्यमंत्री को दिखाना चाहा उसी तरह अनूपपुर विधानसभा स्थित अमरकंटक ताप विद्युत गृह चचाई में स्वीकृत 660 मेगाबाट की नवीन इकाई के स्थापना के फाइल से धूल उठाने की उम्मीद थी। लेकिन शायद बिसाहू लाल इसके बाद कुछ और अपने आप में सोचने लगे और वह नही बोल पाये। गौरतलब है कि मुख्यमंत्री षिवराज सिंह चैहान के द्वारा सांसद दलपत सिंह परस्ते के निधन पष्चात लोकसभा उप चुनाव के दौरान जनदर्षन कार्यक्रम में चचाई पहंुचने पर 660 मेगाबाट इकाई के स्थापना की घोषणा की गई थी। उसके बाद तत्कालीन विधायक रामलाल रौतेल के द्वारा कई मर्तबा स्मरण पत्र मुख्यमंत्री षिवराज सिंह चैहान को विधानसभा चुनाव 2018 के पहले दिया गया उसके बाद भारतीय जनता पार्टी में शामिल होते ही बिसाहू लाल सिंह ने मंत्री पद की शपथ लेने के बाद पत्र दिया और फाइलो को आगे किया। लेकिन यह मामला फिलहाल ठंडे बस्ते में है जो कि हजारो लोगो को रोजगार से जोड सकता है और विधानसभा 2023 के चुनाव में अनूपपुर विधानसभा क्षेत्र का चुनाव परिणाम प्रभावित कर सकता है।