छठी माई की उपासना के साथ डूबते सूर्य को भक्तों ने दिया अर्घ्य सामतपुर अनूपपुर मढ़फा तालाब घाट पर भक्तों का उमडा जन सैलाब

छठी माई की उपासना के साथ डूबते सूर्य को भक्तों ने दिया अर्घ्य
सामतपुर अनूपपुर मढ़फा तालाब घाट पर भक्तों का उमडा जन सैलाब
अनूपपुर। सूर्य उपासना के पर्व छठ पूजा को लेकर सामतपुर अनूपपुर मढ़फा तालाब में छठी मैया के पूजन में आज दिनांक 19 नवम्बर को भगवान भास्कर को सूर्यास्त में अर्ग देते हुए का पूजा तलाब घाट पर छठी माई की कठिन पूजा उपासना के पश्चात भक्तों ने डूबते सूर्य की पूजा कर अर्घ्य दिया। इस अवसर पर क्षेत्र से छठ तलाब घाट पर भक्तों का भारी जनसैलाब उमडा, सभी लोगों ने एक दूसरे को छठ पर्व की शुभकामना देते हुए आशीर्वाद प्राप्त किया। इस अवसर पर भगवा पर्टी के जिला अध्यक्ष कमलेश द्विवेदी वार्ड क्रमांक 7 की पार्षद डॉक्टर प्रवीण आशीष त्रिपाठी पार्षद गणेश रौतेल रेलवे मेंस कांग्रेस के जोनल महामंत्री लक्ष्मण राव जिला कांग्रेस से कार्यवाहक अध्यक्ष करतार सिंह, समिति के संयोजक एडवोकेट अक्षयवट प्रसाद, आर.के.सिंह, चन्द्रशेखर सिंह, संदीप गर्ग, प्रमोद गौर, चैतन्य मिश्रा, शिवाशू रंजन बैठा और राहुल प्रसाद प्रमुख रूप से उपस्थित रहे, साथ राज्य आपदा प्रबंधन केन्द्र अनूपपुर के जिला कामान्डेट जेपी उइके, अपनी टीम के सदस्य भी सुरक्षा व्यवस्था का जयजा लेते हुए, पुलिस सुरक्षा, अलावा क्षेत्र के प्रमुख निर्वाचित पाषर्द एवं जनप्रतिनिधि उपस्थित रहे सभी लोगों ने भक्तों से मिलकर आशीर्वाद लिया। नगर पालिका परिषद अनूपपुर के अध्यक्ष के द्वारा के छठ तलाब घाट पर साफ सफाई व्यवस्था से लेकर उपासक के लिए टेंट लाइट की व्यवस्था नगर पालिका परिषद अनूपपुर के माध्यम से की गई। 19 नवंबर 2023 को छठ पूजा में शामिल उपवास रखने वाले भक्त डूबते सूर्य की उपासना की।एवं 20 नवंबर 2023 को उगते सूर्य की उपासना की जाएगी। छठ पूजा हिंदू त्योहार है जो चार दिनों तक चलता है और सूर्य देवता की पूजा करता है। इसमें भक्त उपवास, प्राकृतिक तत्वों का समर्थन, और पर्यावरण की सफाई का महत्वपूर्ण रोल निभाते हैं। छठ पूजा का हिंदू त्योहार चार दिनों तक चलता है और अनुष्ठान, भक्ति और गहन आध्यात्मिक अर्थ से भरा होता है। इस पर्व में भगवान सूर्य के साथ छठी माई की पूजा-उपासना विधि-विधान के साथ की जाती है। यह सबसे कठिन व्रतों में से एक माना जाता है। इस पर्व में आस्था रखने वाले लोग सालभर इसका इंतजार करते हैं। धार्मिक मान्यता है कि छठ का व्रत संतान प्राप्ति की कामना, संतान की कुशलता, सुख-समृद्धि और उसकी दीर्घायु के लिए किया जाता है। समिति के संयोजक एडवोकेट अक्षयवट प्रसाद ने बताया की 20 नवम्बर को सूर्योदय के साथ पूजा की समाप्ति पर समस्त उपस्थित श्रद्धालु एवं व्रत धारी माता और बहनों को पारण हेतु व्यवस्था की गई है। और शिव मारुति सेना के साथ साथ मड़फा तलाब छठ पूजा समिति के द्वारा समस्त तैयारी मे महत्वपूर्ण योगदान देते हुए ऐतिहासिक छठ मैया के पूजा मे किसी प्रकार का समस्या उत्पन्न ना हो इस हेतु सुरक्षा की गई। मड़फा सामतपुर तालाब के आयोजक मंडल में प्रमुख रूप से पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष प्रेम कुमार त्रिपाठी समिति के संयोजक एडवोकेट अक्षयवट प्रसाद, कमलेश द्विवेदी, राजीव शुक्ला, लक्ष्मण राव, चैतन्य मिश्रा, आशीष त्रिपाठी, पार्षद गणेश रौतेल, आर के सिह, प्रमोद गौर, चन्द्रशेखर सिंह, अजय कुमार प्रसाद, शिवांशु रंजन, वरुण चटर्जी, सुजीत कुमार मिश्रा, श्रीमती संतोष दुबे, संदीप गर्ग, राहुल कुमार, समस्त शिव मारुति सेना के सदस्य, आरके सिंह, डीएन यादव, विनोद सिंह, विजय राठौर, गणेश राठौर, अनिल सिंह, प्रमोद गौर, बद्रीनाथ तिवारी, रविंद्र प्रताप यादव के साथ पूर्वांचल के सभी व्रत धारी के सहयोग से कार्यक्रम हर्षोल्लास के साथ संपन्न हुआ।