सिंधी धर्मशाला में शोकसभा आयोजित कर स्वर्गीय लालचंद थावानी को में दी गई श्रद्धांजलि

सिंधी धर्मशाला में शोकसभा आयोजित कर स्वर्गीय लालचंद थावानी को में दी गई श्रद्धांजलि
अनूपपुर। नगर के मदनलाल थावानी, गोविंद राम थावानी,सुन्दर दास थावानी के बड़े भाई, अशोक, अनिल, राजू , मनोज, सुरेश थावानी के पिता एवं नितिन, कमलेश्वर ,मनीष, मोहित थावानी के बड़े पापा स्वर्गीय लालचंद जी की शोकसभा भारतीय सिंधु समाज अनूपपुर के द्वारा 21 सितंबर गुरुवार को सिंधी धर्मशाला में आयोजित की गई. शोक-सभा में सर्वप्रथम स्वर्गीय भाऊ लालचंद थावानी जी की तस्वीर पर फूल माला अर्पित कर दो मिनट का मौन रखकर उन्हें श्रद्धांजलि दी गई। शोकसभा में अनूपपुर जिला कांग्रेस के अध्यक्ष रमेश सिंह ने उनके जीवन पर प्रकाश डालते हुए उन्हें एक ईमानदार कर्मठ एवं सादगी पुरुष बताया, साथ ही उनके जीवन के कई ईमानदारी पूर्ण पहलुओं की जानकारी दी। संतोष अग्रवाल एडवोके ने कहा कि हमारा उनका संबंध 45 साल से रहा और वे बहुत ही व्यवहार कुशल व्यक्ति थे। अनूपपुर नगर में किसी भी समाज, परिवार में शादी-विवाह होता था तो सिंधी समाज से बर्तन रजाई गद्दा जैसे सामानों की जरूरत होती थी तो वे निस्वार्थ भाव से सहयोग करते थे। भारतीय जनता पार्टी के मूलचंद अग्रवाल जी ने बताया कि सरस्वती शिशु मंदिर आज जिस स्वरुप में खड़ा है उसमें स्वर्गीय लालचंद जी का बहुत बड़ा योगदान रहा उन्होंने आगे कहा कि हमारा 52 साल से अधिक समय का साथ रहा हम लोग अनूपपुर गुरुद्वारे के बरामदे के पिलरो में बाँस की चटाई व बरसाती लगाकर धूप और बरसात में शिशु मंदिर में पढ़ने वाले बच्चों के लिए बचाव कर सरस्वती शिशु मंदिर का संचालन करते रहे द्यवे सरस्वती शिशु मंदिर के लगभग 30 से 40 वर्ष तक कोषाध्यक्ष रहे जिस भूमि पर आज सरस्वती शिशु मंदिर बना है उस भूमि की शहडोल जाकर स्वयं रजिस्ट्री कराई थी। सरस्वती शिशु मंदिर के प्राचार्य ने कहा कि वे भारतीय संस्कृति के उपासक एवं सरस्वती शिशु उच्चतर माध्यमिक विद्यालय अनूपपुर के संस्थापक सदस्य सरस्वती बाल सेवा समिति के प्रथम कोषाध्यक्ष द्वितीय व्यवस्थापक तथा समिति के विभिन्न कार्य कालों में विभिन्न पदों पर रहकर कार्य करने वाले स्वर्गीय लालचंद थावानी जी ने पूर्ण निष्ठा से कार्य सम्पादन करने वाले अनूपपुर शहर के अग्रज सांस्कृतिक व्यक्तित्व के धनी कुशल संचालक चिन्तक एवं वित्तीय पक्ष को प्रथम प्राथमिकता देते हुए विद्यालय के अपव्यय को बचाते हुए थोड़ा थोड़ा धन संचित कर विद्यालय हेतु 5.06 एकड़ भूमि अपने कार्य काल में ही क्रय की गयी। विद्यालय हित के लिए आप सदैव चिंतित रहते थे। आज विद्यालय भवन का जो स्वरूप दिखलाई पड़ता है उसे खड़ा करने और यहाँ तक पहुंचाने में उनकी महत्त्वपूर्ण भूमिका रही, स्वर्गीय लालचंद जीआज हमारे बीच नहीं हैं किन्तु उनके सद्कार्य एवं सद्गुण हमारे पथ-प्रदर्शक के रूप में चिरस्मरणीय रहते हुए सदा हमारे पास रहेगें। किराना व्यापारी संघ के अध्यक्ष राकेश गौतम ने उनके जीवन पर प्रकाश डालते हुए श्रंद्धाजलि अर्पित की। भारतीय सिंधु समाज के अध्यक्ष तेजुमल ने कहा कि भाऊ लालचन्द जी ने समाज के कोषाध्यक्ष पद पर 40 वर्षों तक रहकर अपनी सेवाएं दी। शोकसभा का संचालन दीपक शुक्ला पार्षद ने किया शोकसभा में अनूपपुर जिला कांग्रेस के अध्यक्ष रमेश सिंह, नगर के समाजसेवी एडवोकेट संतोष अग्रवाल, मूलचंद अग्रवाल, राकेश गौतम, राजा बियानी, अरुण सिंह, दीपक शुक्ला पार्षद, पूर्व पार्षद परमानंद नायक, टिंकू अग्रवाल, सुरेश गुप्ता, राकेश गुप्ता, रानू गुप्ता, अनिल गुप्ता, श्रीराम गुप्ता, रामकुमार गुप्ता, विजय ताम्रकार, बीजू थॉमस, राजा ताम्रकार, दीपक राय, गिरीश राठौर, सुशील गुप्ता, अनिल खेमका, संतोष चैधरी, अमित गुप्ता, तेजूमल भोजवानी, भगवान दास ,परसराम वाधवानी ,घनश्याम दास लाहोरानी, अशोक दावरा, रमेश लालवानी, मोतीलाल, दिलीप जगवानी, अमरदास, श्यामलाल साजन दास (पप्पी), करतार केवलानी, अर्जुनदास, जितेंद्र, नरेश सन्नी, अमित, रिंकू, सुमित भोजवानी, प्रदीप, नीरज चंदवानी, किशोर भावनानी, मनीष बजाज, भरत जगवानी, सरस्वती शिशु मंदिर के प्राचार्य एवं शिक्षक गण, नगर के समाजसेवी व्यापारी समाजसेवी एवं सिंधी समाज के लोग मौजूद रहे।