नाराज किसानों ने धरने पर बैठकर महाप्रबंधक को 24 घंटे का दिया अल्टीमेटम
समस्या का हल नही हुआ तो कोयला खदान को बंद करवाने की दी धमकी
अनूपपुर। सोहागपुर एरिया अंतर्गत रामपुर बटुरा के किसानों के द्वारा पूर्व में कई बार आवेदन ज्ञापन महाप्रबंधक पी कृष्णा साहब को देते हैं। धारा 9,1 अंतिम गाइडलाइन 21 जनवरी 2016 को डीआरसी में माना गया था, जिसको लेकर किसानों के द्वारा लगातार बातचीत की गई, इसके बाद भी मुख्यालय के दौर लगातार फाइलों को वापस किया जा रहा है, साथ में जमीन की विसंगति को लेकर मुआवजा एवं पुनर्वास को लेकर कई तरह की समस्याओं को किसानों के द्वारा सामना किया जा रहा है। शासन प्रशासन एवं जनप्रतिनिधियों के द्वारा लगातार आश्वासन पर आश्वासन दिया गया, लेकिन आज तक कुछ भी नहीं हुआ ग्राम पंचायत सरपंच के अगुवाई में रामपुर के किसानों के द्वारा महाप्रबंधक के मुख्य गेट पर आकर धरने में बैठ गए। एपीएम के द्वारा बातचीत करने की कोशिश की गई सिक्योरिटी ऑफिसर की पूरी टीम के द्वारा गेट पर ही किसानों को रोक दिया गया। किसानों के द्वारा नारेबाजी करते हुए एकता का मिसाल के साथ गेट पर ही बैठ गए, अपने बातों पर अडे रहे जब तक महाप्रबंधक बातचीत कर 24 घंटे के अंदर निराकरण नहीं करेंगे समस्या का समाधान नहीं होगा तब तक सभी लोग धरने पर बैठें रहेंगे, बाद में एसईसीएल के महाप्रबंधक ने सामाजिक कार्यकर्ता व   कृषक नेता भूपेश शर्मा एवं आनंद त्रिपाठी सरपंच सहित कुछ प्रमुख साथियों के साथ बातचीत की गई और गेस्ट हाउस में किसानों को लेकर 1 घंटे तक वार्तालाप हुई, 24 घंटे का अल्टीमेटम महाप्रबंधक को दिया गया। समस्याओं के समाधान को लिखित रूप से हमें 24 घंटे के अंदर उपलब्ध कराया जाए, अगर 24 घंटे के अंदर लिखित पत्र हमारे ग्राम पंचायत सरपंच के माध्यम से जनता को नहीं मिलती है तो हम लोग खदान को अनिश्चितकालीन बंद करेंगे, क्योंकि पूर्व में हम लोग अपने ज्ञापन मांग पत्र शासन एवं महाप्रबंधक को दे चुके हैं इसलिए आचार संहिता का उल्लंघन नहीं होगा। किसानों के अधिकार की बात है किसान अपने लड़ाई के लिए तत्पर है, जिसमें किसानों ने मिलकर जनपद सदस्य सरपंच एवं ग्राम पंचायत के जनप्रतिनिधियों के द्वारा आपसी राय की गई है, कि जिस तरह से कानूनी कार्रवाई शासन प्रशासन एवं महाप्रबंधक को करनी होगी करेंगे हम लोगों को जब तक न्याय नहीं मिलेगी हम लोग खदान बंद करवा देंगे।