धुरवासिन रेल्वे स्टेशन में टिकट काउंटर से लेकर यात्रीयो के बैठने के सीठ तक में गंदगी ही गंदगी की दुर्गंध से यात्री है परेशान 

अनूपपुर/मौहरी और हरद के बीच धुरवासिन रेल्वे स्टेशन में गंदगी से यात्री है परेशान एक तरफ देश के प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी जी बोल रहे है की स्वच्छ भारत स्वच्छ प्रदेश मगर यहां तो हजारों यात्रियों के रेल्वे स्टेशन के जगह पर चारो गंदगी से गन्दगी प्रधान मंत्री जी के मेहनत में पानी फेरते नजर आ रहा है 

रेल्वे स्टेशन धुरवासिन स्टेशन की हाल तो यह है की  बड़े बड़े खास गाजर कचरों से भरा है जहा यात्रियो को खतरा बना रहता है क्षेत्र के ग्रामीणों के बात माने तो और धुरवासिन रेल्वे स्टेशन की स्थिति को देखा जाए तो कई वर्षो से साफ सफाई ही नही कराई गई है जिससे  बड़े  बड़े घास गाजर तैयार हो गए है जिसमे जहरीले जीव जंतुयो का ढेरा जमा हुआ है

 जिसमे मरसत सूखे सीजन में सर्प बिच्छू छिपे रहते है जिससे यात्रीगढ़ के साथ हो सकता है अप्रिय घटना एक तरफ देखा जाए तो जहा पर से कोतमा बिजुरी चिरमिरी क्षेत्र से कोयला से शासन को लाखो करोड़ों की फायदा हो रहा है वहीं रेल्वे स्टेशन का हाल को बा से बत्तर बना दिया गया इसके पूर्व में भी बड़े बड़े अखबार खबर के माध्यम से पत्राचार कर अवगत कराया गया है 

 अधिकारी कर्मचारीयो को अवगत कराने के बाद भी तथा जानते हुए भी खबर को अनदेखा कर दिए जिसका परिणाम है की रेल्वे स्टेशन के चारो तरफ गंदगी ही गन्दगी है आस पास के क्षेत्र के दर्जनों  गांव के रेल्वे स्टेशन नजदीक धुरवासिन रेल्वे स्टेशन है जहा पर ग्रामीणजन यात्राए करने आते है
 
यात्रियों को सुविधा न मिलने से परेशानियों से गुजरना पड़ रहा है पहला रेल्वे स्टेशन है जहा इतनी गंदगी देखा जा सकता है और गंदगी की दुर्गध में रेल्वे स्टेशन में यात्रीगढ़ बैठना तो दूर खड़ा होना भी पसंद नहीं करते मगर मजबूर होकर इन सभी मुश्किल से गुजरना पड़ रहा है 

जिस क्षेत्र से कोयला से करोड़ो रुपया का शासन को फायदा हो रहा है वहीं रेल्वे स्टेशन में गन्दगी की दुर्गन्ध से यात्रीयो  का बना परेशानियो का घर क्षेत्र के जनाताओ के माने तो जहा सांसद  मंत्री विधायक जी के ग्रह ग्राम में धुरवासिन रेल्वे स्टेशन की ए हाल है तो देश का क्या होगा विकास  जबकि सांसद मंत्री विधायक महोदय जी के एक पत्र लिखने से रेल्वे स्टेशन हो सकता है चामा चाम और साफ सफाई मगर पत्र लिखने को फुर्सट ही नहीं है