बिना इश्तिहार प्रकाशन राघव बिंदल ने आनंद अग्रवाल के नाम निष्पादित कराया विक्रय पत्र षडयंत्र के घेरे में अचंभित हैं जिम्मेदार, एसडीएम ने टीम गठित कर जल्द जांच कराने की कही बात - विजय उरमलिया की कलम से

बिना इश्तिहार प्रकाशन राघव बिंदल ने आनंद अग्रवाल के नाम निष्पादित कराया विक्रय पत्र षडयंत्र के घेरे में अचंभित हैं जिम्मेदार, एसडीएम ने टीम गठित कर जल्द जांच कराने की कही बात
नगर परिषद जैतहरी के मुख्य बाजार एरिया स्थित खसरा नंबर 733 के अंश रकवा की नजूल भूमि का राघव बिंदल व आशा सराफ के द्वारा भाजपा नेता आनंद अग्रवाल के नाम विक्रय रजिस्ट्री पत्र का प्रकरण बिना नजूल की अनापत्ति के षडयंत्र के घेरे में दिखाई पड रहा है। विधि-वेताओ का कहना है कि ऐसे मामले में सार्वजनिक सूचना का इश्तिहार प्रकाशन कराया जाना चाहिये जिसमें आपत्ति अनापत्ति का स्पष्ट उल्लेख हो कि यदि कोई वारिशदार य अन्य को किसी भी प्रकार की आपत्ति हो तो वह दर्ज कराये और उसके निराकरण के बाद ही नजूल भूमि स्थित स्ट्रेक्चर को किसी और के नाम शपथ पूर्वक दिया जा सकता है।
अनूपपुर - नजूल भूमि का विक्रय वह भी रजिस्ट्री पत्र के माध्यम से कैसे निष्पादित रजिस्ट्रीकरण अधिकारी के द्वारा करा दिया गया यह सोचकर समस्त जिम्मेदार विभागीय अधिकारी rkexpose की खबर देखने के बाद हैरान है। मंगलवार को विभिन्न्ा विभागो के अधिकारियो ने इस विषय पर अपनी राय स्पष्ट की है। गौरतलब है कि राघव बिंदल द्वारा जालसाजी दस्तावेज कैसे नकल शाखा से सांठ-गांठ कर तैयार करवाये गये यह विषय अपने आप में तो गंभीर है ही लेकिन राघव बिंदल व आशा सराफ के द्वारा नगर परिषद जैतहरी के रसूखदार भाजपा नेता आनंद अग्रवाल को शायद इसलिये रजिस्ट्री विक्रय पत्र निष्पादित कराकर जमीन बेंची गयी कि कार्यवाही व जांच करने से अधिकारी कतरायेंगे। सामने आ रहे दस्तावेजो में पहले तो यह स्पष्ट है कि राघव बिंदल का उक्त नजूल भूमि से पूर्व में कोई नाता नही रहा है नाता रहा है तो लक्ष्मी नारायण के पुत्र सत्य नारायण व उनके वारिशदारों का लेकिन तैयार दस्तावेजो में राघव बिंदल के पिता भीखम सराफ के पिता नत्थूलाल के पिता लक्ष्मी नारायण को बताते हुये वारिशदार दर्शाया गया। और नजूल की भूमि का रजिस्ट्री विक्रय पत्र कराया गया। इस मामले की जांच के बाद कौन सही कौन गलत सामने आ सकेगा।
नही ली नजूल शाखा से अनापत्ति
इस पूरे प्रकरण को लेकर जब हमारे द्वारा नजूल शाखा के प्रभारी रहे जी.एस. पैकरा से जानकारी ली गयी तो उन्होंने कहा कि सबसे पहले तो नजूल की भूमि किसी भी भूस्वामी के द्वारा किसी दूसरे व्यक्ति को रजिस्ट्री विक्रय पत्र के माध्यम से नही हस्तांतरित की जा सकती यह धोखाधडी का मामला है। इसके बाद उन्होंने साफ कहा कि नजूल शाखा से किसी भी प्रकार की राघव बिंदल के द्वारा विक्रय की अनापत्ति नही ली गयी है और न ही आनंद अग्रवाल ने उक्त भूमि को क्रय करने के लिये अनापत्ति ली। इस मामले में क्रेता व विक्रेता दोनो बराबर के दोषी हैं।
सीएमओ भी षडयंत्र के घेरे में
नगर परिषद जैतहरी के मुख्य नगरपालिका अधिकारी भूपेन्द्र सिंह ने राघव बिंदल के द्वारा भाजपा नेता आनंद अग्रवाल को नजूल भूमि बेंचने के लिये नगर परिषद से किसी भी प्रकार की अनापत्ति नही लेने की जानकारी दी। लेकिन उन्होंने यह जरूर कहा कि नजूल की भूमि में आनंद अग्रवाल के द्वारा भवन निर्माण की अनुमति ली गयी है। विधिवेताओ का कहना है कि बिना नजूल शाखा की अनापत्ति के नजूल भूमि में निर्माण की अनुमति मुख्य नगरपालिका अधिकारी के द्वारा दिया जाना अपने आप में षडयंत्र से कम नही। कुल मिलाकर मुख्य नगरपालिका अधिकारी ने इस पूरे मामले को जानने के बाद यदि निर्माण की अनापत्ति नजूल भूमि के क्रेता को दी है तो इसका जवाब वह खुद जिम्मेदारों को देंगे हमारे सूत्र तो यहां तक बताते है कि इस पूरे खेल में नगरपरिषद के कई जिम्मेदार भी शामिल है जिसका खुलासा हम जल्द करेंगे।
नही मालूम कौन-कौन से दिये दस्तावेज
रजिस्ट्रीकरण अधिकारी संत कुमार कुशवाहा से राघव बिंदल द्वारा बेंची गयी नजूल की भूमि की रजिस्ट्री कराने के दौरान कौन-कौन से दस्तावेज प्रस्तुत किये गये इस संबंध में जब बात की गयी तो उन्होंने कहा कि मुझे नही मालूम कौन-कौन से दस्तावेज प्रस्तुत किये गये। क्रेता-विक्रेता कार्यालय में उपस्थित होकर संपूर्ण मूल्य का निर्धारण होने के पश्चात आये और हमारे द्वारा रजिस्ट्री विक्रय पत्र निष्पादित कराया गया। यहां पर रजिस्ट्रीकरण अधिकारी के द्वारा एक बार भी यह जानने का प्रयास नही किया गया और शायद पूरे समय उपस्थित रहने वाले विधिवेताओ से जानकारी लेना उचित नही समझी कि नजूल की भूमि की रजिस्ट्री निष्पादित करायी जा सकती है कि नही उन्हंे खुद सवालो के कटघरे में खडा करती है।
इनका कहना है
समाचार पत्र के माध्यम से व आपसे जानकारी मिलने के पश्चात नजूल भूमि के विक्रय किये जाने के मामले की जांच के लिये जल्द हमारे द्वारा आरआई व पटवारी की टीम का गठन किया जायेगा और निष्पक्ष जांच की जायेगी जो भी दोषी होगा उसके विरूद्ध विधि सम्यक कार्यवाही की जायेगी।
सुश्री अंजली द्विवेदी
एसडीएम जैतहरी