हाई कोर्ट की नोटिस के बाद  जिला पंचायत सी ई ओ ने निकाली चपरासी पर भड़ास 

अनूपपुर / जिला पंचायत प्रशासन अनूपपुर वर्तमान में अपने असंवेदनशील और कर्मचारी विरोधि नीतियों के वजह से समाचारों में बना हुआ है।कोर्ट की अवमानना प्रकरणों के अंतर्गत आवेदक श्री विनोद कुमार पाटकर को ,मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत द्वारा धमकाने का मामला तूल पकड़ता हुआ दिखाई दे रहा है।श्री विनोद जब अपना वेतन ना मिलता देख ,हाई कोर्ट में याचिका दायर कर, नब्बे दिवस में भुगतान का आर्डर प्राप्त किए इसके बावजूद भी जब भुगतान ना हुआ तो इन्होने अवमानना प्रकरण लगाया ,इसके बाद दिनांक 03/05/2024 को पत्र क्रमांक 304/जिला पंचायत/स्थापना/2024 द्वारा श्री  विनोद को अवमानना प्रकरण के संदर्भ में जिला पंचायत में उपस्थित होने को कहा गया था पत्रानुसार दिनांक 04/05/2024 को जब वह  निर्धारित समय पर जिला पंचायत कार्यालय अनुपपूर पुहंचे तो जिला पंचायत सी.ई.ओ. साहब उन उपर भड़क गये और बोले "मैनें तुम्हें नौकरी पर रखा था क्या जो मेरे खिलाफ मुकदमा लगाते हो, एक रुपया नहीं मिलेगा तुम्हें जो करना है कर लो तुम तो फीस देकर मुकदमा करते हो हमारी तरफ से शासन के लोग लड़ लेंगें ऐसे कोर्ट के आर्डर बहुत देखा हूँ मैं जाओ अब कोर्ट से ही तुम्हारा पैसा मिलेगा, ज्यादा नौटंकी करोगे तो अंदर करवा दूंगा अभी हमारी ताकत जानते नहीं हो एक भी कर्मचारी तुम्हारा साथ नहीं देंगें मैं जैसा चाहूंगा वैसा रिपोर्ट बनाकर देंगें तुमने कभी कोई काम नहीं किया है"और जब वह  डर के मारे जाने लगा तो बोले कोरे कागज पर दस्तखत करके जाओ । श्री विनोद एक वरिष्ठ अधिकारी के सामने निः सहाय थे उन्होंने अपने साथ हुए व्यवहार के विरूद्ध  दिनांक 13/05/240को अनुपपुर कलेक्टर कार्यालय में आवक जावक शाखा में शिकायत की प्रति दी है और मुख्य सचिव महोदय ,कमिश्नर महोदय,मुख्य मंत्री, पुलिस अधीक्षक अनुपपुर, पुलिस महानिरीक्षक शहडोल को आवेदन कर न्याय की गुहार लगाई है। उच्च न्यायालय में विचाराधीन अवमानना प्रकरण में सभी शिकायती पत्र प्रस्तुत करने हेतु जबलपुर भेजा है, एक वरिष्ठ अधिकारी द्वारा किसी गरीब भृत्य को धमकाने का यह पहला मामला जिले में सामने आया है, दरअसल प्रदेश में प्रशासन को दूरस्त करने के लिए भले ही लाख प्रयास किए जाएं पर अधिकारियों के आचरण पर कोई लगाम नहीं है, जिला पंचायत की कार्यप्रणाली से पूरे प्रशासनिक व्यवस्था पर प्रश्न चिन्ह लग गया है, जब कर्मचारियों के साथ अधिकारी द्वारा ऐसा व्यवहार तो आम आदमी के साथ क्या होता होगा,