अमरकंटक के सरस्वती उमावि में संपन्न हुआ होली मिलन समारोह  

अमरकंटक / मां नर्मदा जी की उद्गम स्थली / पवित्र नगरी अमरकंटक में संचालित सरस्वती शिशु विद्या मंदिर / उ मा वि जमुना दादर अमरकंटक में होली मिलन समारोह का कार्यक्रम मंगलवार १८/०३/२०२५ को विद्यालय परिसर में बड़े ही उत्साह और उमंग के साथ मनाया गया ।  फाल्गुन मास के बसंतोत्सव के पावन अवसर पर रंगों का पर्व होली के शुभ दिवसों पर आज होली मिलन समारोह सरस्वती विद्यालय परिसर में रख कर मिलन , भाई चारा , गिले शिकवे भुला कर प्रेम की डोर बाँधे रखना जैसे एक संदेश देने का कार्य भी हुआ साथ ही यह होली मिलन समारोह बड़े आनंद , उत्साह और उमंग के साथ मनाया गया ।  इस होली मिलन समारोह में अमरकंटक के अनेक शिक्षण संस्थानो को भी आमंत्रित किया गया था , साधु संत , स्कूली बच्चे , पूर्व छात्रगण , गणमान्य नगरवासी , स्कूल के सभी शिक्षक कर्मचारी सम्मिलित हुए । कार्यक्रम के शुभारंभ अवसर पर सर्वप्रथम साधु संतों को मंचासीन बिठाकर विद्यालय के प्राचार्य ब्रजकिशोर शर्मा की उपस्थिति में विद्यालय प्रबंधन समिति के व्यवस्थापक योगेश राजपूत द्वारा आज के मुख्य अतिथि संत स्वामी नर्मदानंद गिरी जी को अबीर गुलाल का तिलक लगाकर शाल श्रीफल भेंट बाद अन्य उपस्थित सन्तों को भी तिलक बाद शाल श्रीफल भेंट उपरांत प्रणाम नमन किया गया । समिति के अध्यक्ष योगेश दुबे ने उपस्थित शिक्षकजनों को अबीर गुलाल लगाकर आत्मीयता से गले मिले । विद्यालय के आचार्यगणों ने उपस्थित अन्य सभी को अबीर गुलाल लगाकर ठंडाई,पकौड़ी , हलुआ खिला कर उत्साह को दुगुना किया । सभी उपस्थित जनों ने होली के फाग गीतों का भरपूर आनंद उठाया गया साथ ही उपस्थित बच्चों ने भी डीजे के म्यूजिक झंकार के बीच होली फाग के गीतों पर खूब झूमे नाचे गायें । 
इस होली मिलन समारोह उत्सव के बीच स्वादिष्ठ ठंडई , पकौड़ी , गाजर का हलुआ जैसे स्वादिष्ट व्यंजन का वितरण भी किया गया । सरस्वती शिशु मंदिर / उच्चतर माध्यमिक विद्यालय अमरकंटक के प्राचार्य ब्रिजकिशोर शर्मा ने कहा कि यह उत्सव एक संदेश भी है कि त्योहारों को  मिलजुलकर मनाये जैसे हमारी परंपरा है । होली पर्व आपसी मिलन और दुर्ब्योहार को हटाकर आपसी प्रेम बढ़ाने का पर्व है । जवाहर नवोदय विद्यालय अमरकंटक के प्राचार्य डॉ एस के राय ने कहा कि होली का त्यौहार मनमुटाव को दूर भगाकर आपसी सौहार्द्र बनाए रखने का कलरफुल त्यौहार है । 
संत स्वामी नर्मदानंद गिरी जी महाराज गीता स्वाध्याय मंदिर और परमहंस धारकुंडी आश्रम के स्वामी लवलीन महाराज ने बताया कि होली भक्त प्रहलाद की याद में  जलाई जाती है । बसंत ऋतु के आगमन का प्रतीक है साथ ही बुराई पर अच्छाई की जीत का पर्व मनाया जाता है । होली फूलों के रंगों से खेलना स्वास्थ के लिए अच्छा है ।
इस होली मिलन अवसर पर गीता स्वाध्याय आश्रम के श्रीमहंत स्वामी नर्मदानंद गिरी जी, परमहंस धारकुंडी आश्रम से स्वामी लवलीन महाराज जी, कामद कल्प तरुवन आश्रम के संत अखिलेश्वर दास जी , श्री श्री धुना जी से स्वामी नीलम भगत जी , झूलेलाल आश्रम के राजेश आजाद जी , नवोदय प्राचार्य डॉ एस के राय , डी एस सेंगर , शिक्षक , कल्याणिका बी एड कॉलेज के शिक्षक ब्रजेश मिश्रा , सरस्वती विद्यालय के प्राचार्य ब्रिजकिशोर शर्मा , व्यवस्थापक योगेश राजपूत , अध्यक्ष योगेश दुबे , कोषाध्यक्ष अनिल कुर्मी , पूर्व अध्यक्ष अंबिका प्रसाद तिवारी , प्रांत प्रमुख जन जातीय शिक्षा देवेंद्रनाथ चतुर्वेदी , प्रकाश द्विवेदी  (विक्की) , रामगोपाल , दिनेश साहू , शिव खैरवार , डॉ संतोष तिवारी , अंकित साहू , रामू बंजारा , हरि सिंह उइके, धीरेन्द्र सोनवानी , रजनीश सिंह (नंदू) , पंडित लखन द्विवेदी , राममिलन सिंह , बच्चें , आचार्यगण , पत्रकार धनंजय तिवारी , श्रवण कुमार उपाध्याय आदि भारी संख्या के बीच होली फाग मिलन उत्सव मनाया गया ।