हड़ताल शुरू, अनिश्चितकालीन के लिए बंद करेंगे कोयला खदान, किसानों ने दी चेतावनी ’जीएम सहित आला अधिकारी मौके पर पहुँचे, समझाने का किया प्रयास, नही माने किसान’

हड़ताल शुरू, अनिश्चितकालीन के लिए बंद करेंगे कोयला खदान, किसानों ने दी चेतावनी
’जीएम सहित आला अधिकारी मौके पर पहुँचे, समझाने का किया प्रयास, नही माने किसान’
अनूपपुर। शहड़ोल जिले के रामपुर बटुरा खदान आज से बंद करेगें किसानों ने दी है चेतावनी लंबे समय से समस्याओं को झेल रहे हैं रामपुर के किसान शर्त तो यह हुआ था डीआरसीसी के बाद 3 महीने के अंदर मुआवजे का भुगतान उसके तुरंत बाद 1076 रोजगार रामपुर 261 रोजगार बेलिया के किसानों को उपलब्ध कराया जाएगा, लेकिन डाक का तीन पात,अंधेर नगरी चैपट राजा टके सेर भाजी टके से खाजा वाली कहावत चरितार्थ हो रही है। समस्या में किसान उलझे हुए हैं अपनी पुस्त दर पुस्त संपूर्ण संपत्ति को सहजता के साथ एसईसीएल एवं जिला प्रशासन के कहने पर सौप दिया। रामपुर के किसानों के साथ आंख मिचैली खेला गया और किसानों को खुलेआम कागजी कार्यवाही के नाम पर बेवकूफ बनाया। वर्ष 2010-11 में अधिग्रहण की गई रामपुर बेलिया गांव की भूमि शासन और एसईसीएल के कागजी कार्यवाही में खेलते खेलते 2016 में मुआवजे का प्रथम भुगतान किया गया फिर नाटक शुरू हुआ रोजगार देने का तो उसके बाद लगातार ग्रामीणों के अथक प्रयास से लड़ाई लड़ते-लड़ते 2022-23 से रोजगार की प्रक्रिया प्रारंभ की गई। वरिष्ठ सामाजिक कार्यकर्ता सर्व सेवा संघ के युवा सेल के राष्ट्रीय संयोजक किसान नेता भूपेश शर्मा कहते हैं की हम किसानों के साथ लगातार छलावा किया जा रहा है। इस मामले में केवल एसईसीएल दोषी नहीं है बल्कि उससे कहीं ज्यादा जिला प्रशासन भी दोषी है कोयला खदान खोलकर तेजगति से कोयले का भंडारण एवं डिस्पैच का काम हो रहा है और किसानों की समस्या बढ़ती जा रही है कुछ मुख्य मुद्दे हैं जिनको लेकर किसान अब एकजुट होकर 15 दिसंबर से आह्वान कर दिया है किसी तरह से सुनवाई नहीं होते देख कल से बंद करेगें खदान अब हम आश्वासन पर बात नहीं मानेंगे मौके पर आए किसानों की समस्या का समाधान करें और खदान चालू करें समस्या का समाधान नहीं होगा तो खदान अनिश्चितकाल के लिए बंद रहेगा जिसकी समस्त जवाबदारी एसईसीएल और जिला प्रशासन की होगी।
’ये है प्रमुख मांगे’
धारा 9, 1 अन्तिम नोटिफिकेशन 21 जनवरी 2016 आदेश की प्रति उपलब्ध कराया जाए और उसके कारण रुके फाइल में तत्काल रोजगार उपलब्ध कराई जाए। आर एंड आर की राशि 10 लाख प्रति परिवार के हिसाब से भुगतान किया जाए। पुनर्वास हेतु जमीन चिन्हित कर कार्यवाही शुरू किया जाए रोजगार की रूकी फाइल जैसे गुप्ता परिवार को 2 वर्षो से रोका गया है इसके साथ अन्य रोजगार में समय निश्चित किया जाए क्वारी कम से कम निकाला जाए देरी करने वाले अधिकारियो को उपास्थित कर राजस्व विभाग के जिम्मेदार अधिकारियो के साथ बैठक कर निराकरण किया जाए। प्राइवेट कंपनियों जो रामपुर भटूरा प्रोजेक्ट में काम कर रहें उन्हें 70ः स्थानीय लोगों को प्राथमिकता देते हुए तत्काल भर्ती कराया जाए। रुके मुवावजा पेड़, पौधे, जमीन, मकान, अन्य परिसंपत्ति का भुगतान किया जाए। कोयले लोडिंग अनलोडिंग से लगे आदि का काम स्थनीय ग्राम पंचायत समिति को दी जाए। छोटे, छोटे काम की जिम्मेदारी गांव रामपुर, खाड़ा, बेलिया के ठेकेदारों को दिया जाए। विसंगति में लंबे समय से जिन लोगो के जमीन के मुआवजे का भुगतान नहीं हो सका उसे तत्काल कराया जाए बल्कि मुआवजा न दे कर किसानों के शेष जमीन बची को दवाब बना कर सरेंडर कराया गया हैं उसे वापस कराया जाए। कुछ किसानों को मुवावजा मिल गया जमीन अधिग्रहण नहीं हुआ अधिग्रहण करते हुए रोजगार उपलब्ध कराई जाए। इस मामले में जीएम, सवेरिया मैनेजर अनुरुद्र सिंह, टी आई अमलाई सहित किसानों से बात करने पहुंचे लेकिन किसान अपने मांगो पर अड़े रहे बोले मांग पूरा हो तभी उठेगे नहीं तो आन्दोलन प्रारम्भ रहेगा।