धर्मांतरण के मामले को लेकर की गई मारपीट, दर्ज कराई गई शिकायत
कोतमा। कोतमा थाना अंतर्गत धर्मांतरण का एक मामला सामने आया हैं। जनपद उपाध्यक्ष अभिषेक सिंह पर एक महिला ने मारपीट का आरोप लगाया हैं। उधर जनपद उपाध्यक्ष ने कहा कि ग्राम निगवानी में कुछ लोगो के द्वारा एक धर्म विशेष की किताब बांटे जाने की सूचना उन्हें मिली थी और वह इसकी जानकारी लेने वहां पहंुचे थे। मारपीट जैसा कोई मामला नही हुआ है धर्म विषेष की किताब बांटने वालो के द्वारा मामले से बचने को लेकर झूठी षिकायत कराई गई है। उधर घटना क्रम बताते हुये थाना पहंुचकर रानी कोल ने षिकायत की। षिकायत के संबंध में पुलिस ने जानकारी देते हुए बताया कि रानी कोल पति कन्हैयालाल कोल उम्र 28 वर्ष निवासी ग्राम चकेठी थाना चचाई की रहने वाली है। अपने ससुराल चकेठी से अपने मायके निगवानी अपने पति बच्चों, देवर राकेश, देवरानी रीनू कोल के साथ आई थी। फरियादिया के परिवार में मम्मी, सास, ससुर व पति धर्म विशेष में आस्था रखते हैं। हम लोग उनके चरित्र से प्रभावित होकर वर्ष 2016 से प्रेयर करते आ रहे हैं। बुधवार 22 मार्च को करीब 2.30 बजे निगवानी के आकाश सोनी, अभिषेक सिंह सारंगगढ़, सुनील वर्मा, गणेश गुप्ता, एवं अन्य लोग घर के अन्दर घुसकर आंगन में आ गए और अभद्र भाषा का प्रयोग कर गाली गौलज करने लगे। मना करने पर आकाश सोनी और सुनील वर्मा मेरी बड़ी मां सुशीला को धक्का मुक्की कर गिरा दिए। जिससे उनके पैरों में सूजन आ गया है। तभी अभिषेक सिंह, गणेश गुप्ता और अन्य लोग भी आ गए। पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुये मारपीट करने वालो के खिलाफ भारतीय दण्ड संहिता की धारा 452, 294, 323, 506 व 34 अपराध दर्ज कर लिया है। उधर लोगो ने कहा कि पुलिस ने भारत धर्म निरपेक्ष देष है सबको स्वतंत्रता का मौलिक अधिकार है फिर यह बात क्यों कही जब धर्मांतरण का कोई मामला नही था तो। कुल मिलाकर पुलिस ऐसे लोगो को बचा रही है।