1 चिकित्सक के भरोसे लाखों की आबादी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में उन्नयन की आस अधूरी

1 चिकित्सक के भरोसे लाखों की आबादी
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में उन्नयन की आस अधूरी
बिजुरी । प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बिजुरी में वर्तमान समय में एक चिकित्सक के भरोसे चिकित्सालय का संचालन किया जा रहा है। जिसके कारण इलाज में तैनात चिकित्सक सहित मरीजों को भी हर समय चिकित्सा सुविधा का लाभ नहीं मिल पा रहा है । एक चिकित्सक को दिन और रात्रि दोनों के समय मरीजों को देखने की व्यवस्था विभाग द्वारा दी गई है । जिससे हर कोई परेशान हैं।
दो थाना क्षेत्र चिकित्सालय पर निर्भर
प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बिजुरी में प्रतिमाह पांच पोस्टमार्टम एवं 30 एमएलसी केस बिजुरी एवं रामनगर थाना क्षेत्र से आते हैं। इसके साथ ही प्रतिदिन प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बिजुरी में 50 मरीज ओपीडी के समय इलाज के लिए पहुंचते हैं । ऐसे में पोस्टमार्टम तथा एमएलसी के केस पहुंचने पर इलाज करें छोड़कर इन कार्यों को भी समय पर चिकित्सक को करना पड़ता है।
उन्नयन का वादा अब तक अधूरा
प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बिजुरी का उन्नयन सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के रूप में यह जाने के लिए पूर्व में मुख्यमंत्री के द्वारा घोषणा की गई थी । जिसके पश्चात खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री बिसाहूलाल सिंह ने भी उन्नयन का दर्जा जल्द से जल्द प्रदान किए जाने का आश्वासन स्थानीय लोगों को दिया था। जो कि अभी तक पूरी नहीं हो पाई है ।