मंत्री के करीबियों के इशारे पर बचाया जा रहा 40 लाख के घोटाले बाज चंद्रशेखर तिवारी को
कब होगी एफआईआर पुलिस के पास नहीं है कोई जवाब
इन्ट्रो- धान खरीदी केंद्र कोतमा में लगभग 40 लाख के ऊपर का घोटाला प्रकाश में आने के साथ जिला कलेक्टर और जिला खाद्य अधिकारी ने इस प्रकरण को गंभीरता से लेते हुए कोतमा थाने को मुकदमा पंजीकृत करने के साथ कार्यवाही करने की बात की थी यही नहीं जिला खाद्य अधिकारी ने कोतमा थाने को लिखित शिकायत भी दिया लेकिन कोतमा पुलिस मंत्री दिलीप जायसवाल के करीबियों के दबाव के कारण उक्त घोटाले पर अभी तक मुकदमा पंजीकृत नहीं किया है जो जनता में चर्चा का विषय बना हुआ है।
अनूपपुर। धान खरीदी केंद्र कोतमा में लगभग 5000 बोरी धान कम पाए जाने के बाद इस प्रकरण में अभी तक किसी भी प्रकार की कार्यवाही न किया जाना और इस पूरे प्रकरण में पुलिस की लापरवाही जनता में चर्चा का विषय बना हुआ है। सूत्रों का कहना है कि धान खरीदी केंद्र के प्रभारी चंद्रशेखर तिवारी को बचाने के लिए कोतमा भाजपा विधायक के एक करीबी कोतमा के नेता ने 5 लाख का ठेका लेकर पूरे मामले में चंद्रशेखर तिवारी को बचाकर रवि मिश्रा को फसाने की साजिश की जा रही है यही कारण है कि कोतमा पुलिस इस मामले में जिला कलेक्टर और जिला खाद्य अधिकारी के निर्देश आदेश के बावजूद अभी तक मुकदमा पंजीकृत करके कोई कार्यवाही नहीं की है। इस विषय में यह भी कहा जा रहा है कि जब अन्य धान खरीदी केदो पर छोटी छोटी गड़बड़ियों के प्रकाश में आने के बाद मुकदमा पंजीकृत कर दिया गया तो जिले के सबसे बड़े धान खरीदी घोटाले के प्रति पुलिस क्यों मूकदर्शक बनी हुई है यह जांच का विषय हैस वहीं सूत्रों का यह भी दावा है कि धान खरीदी केंद्र के मुख्य प्रभारी और इस घोटाले के जिम्मेदार माने जाने वाले चंद्रशेखर तिवारी को बचाने के लिए मंत्री के करीबी भाजपा नेता ने जिला मुख्यालय से लेकर भोपाल तक की यात्रा कर ली है और कोतमा की सड़कों पर लाल ठोकर यह कहते घूम रहे हैं कि अब तो वह चंद्रशेखर तिवारी को बचा ही लेंगे देखना है चंद्रशेखर को कौन सजा दिलवा पता है। वही इस पूरे प्रकरण की जब पड़ताल की गई तो कई तथ्य निकाल कर आए उसमें से मुख्य रूप से यही है कि कोतमा धान खरीद केंद्र के प्रभारी चंद्रशेखर तिवारी के ऊपर इसके पहले भी कई घोटालों का आरोप लग चुका है लेकिन अपनी राजनीतिक पहुंच के कारण वह हर बार बचते चले आ रहे हैं। अब यह देखना है कि पुलिस क्या मंत्री के करीबी भाजपा नेता के दबाव में आकर चंद्रशेखर तिवारी को बरी कर देती है या उन पर कार्यवाही करती है।
चंद्रशेखर तिवारी ने गुमराह करके ले ली पावती नहीं जमा किया गोदाम में धान
कोतमा धान खरीदी केंद्र के सुरक्षा में तैनात और इस घोटाले के सह आरोपी रविकांत मिश्रा का कहना है कि धन केंद्र प्रभारी ने उनको गुमराह करते हुए बिना गोदाम में जमा किए धान की पावती बनवा ली इस संबंध में रविकांत मिश्रा ने अधिकारियों को एक पत्र लिखकर कहा की गोदाम में धान जमा के उपरांत हैडलिग चलान जारी कर पावती लेना था किन्तु खरीदी प्रभारी चदशेखर तिवारी द्वारा गोदाम में कम धान जमा करा कर अधिक बोरियों का हैण्डलिंग चलान में मेरे से दिनांक 12.01.2024, 15.01.2024 एवं 17.01.2024 को गोदाम प्रभारी की अनुपस्थिति में हैण्डलिंग चालान जारी कर यह कहा गया की खरीदी प्रांगण में रखी हुई समस्थ धान की दोरियो को आपके गोदाम में रखवा कर गिनती पूरी मिलवा दी जाएगी। हैण्डलिगं में हस्ताक्षर करना अनिवार्य है, ऊपर से ए०सी० नोट के लिए बहुत दवाव है। किसानों को समय से पेंमेंट नहीं हो पाएगा इस पर मेरे द्वारा हैण्डलिंग चालान पर हस्ताक्षर किया गया। जबकि मेरे द्वारा खरीदी प्रभारी को दिनांक 12.01.2024 से लगातार यह कहा जा रहा था कि गोदाम में जमा धान एवं उनके द्वारा गोदाम में जारी हैण्डलिंग चलान दोनो की गिनती संख्या कागज एवं भौतिक रूप से यथावत करवा ली जाए। किन्तु तिवारी द्वारा यह कहा जा रहा था कि अभि किसानों की धान खरीदी में बहुत अव्यावस्था है। अंतिम में गिनती मिलवाकर आपका गोदाम एवं हैण्डलिंग चालान दोनो की मात्रा पूरी करवा दी जाएगी। उनके द्वारा संदेहजनक बात कही जाने पर मैंने गोदाम प्रभारी को दिनांक 18.01.2024 को सूचना दिया। गोदाम प्रभारी के द्वारा दिनांक 18.01.2024 को गिनती कराने हेतु चंद्रशेखर तिवारी से कहा तो उपरोक्त दिनांक को गिनती नहीं करागी गई। तत्पश्चात् गोदाम प्रभारी के द्वारा समिति प्रबंधक को पत्र लिखा गया। जिसके उपरात दिनाक 19.01.2024 समय साम 04 बजे श्रीमान जिला विपणन अधिकारी शहडोल, प्रशासक अनुज ओडदार, लैम्स प्रबंधक मोहन लाल द्विवेदी, गोदाम प्रभारी कीर्ति कुमार प्रजापति, खरीदी प्रभारी चंद्रशेखर तिवारी, समिति कर्मचारी नीलू प्यासी, गोदाम सवेयर, खरीदी प्रांगण सरवेयर एवं गोदाम के समस्त सुरक्षा कर्मी के समक्ष गोदाम का पूर्ण रुप से भीतिक सत्यापन किया गया जिराएँ प्राप्त हैडलिंग चलान एवं गोदान में जमा धान गिनती कराने पर 4994 बोरी धान कम पायी गयी थी।
चंद्रशेखर को बचाकर रवि मिश्रा को फसाने की रची जा रही साजिष
इस संबंध में जब पड़ताल की गई तो यह बात निकाल कर सामने आई की खरीदी धन केंद्र प्रभारी चंद्रशेखर तिवारी को बचाने का टीका लिए मंत्री के करीबी भाजपा नेता द्वारा रवि मिश्रा को फसाने की साजिश रची जा रही है यही नहीं इसके लिए उक्त भाजपा नेता ने कोतमा पुलिस के साथ-साथ अनूपपुर के खाद्य विभाग और भोपाल सचिवालय तक में ताना बाना बन रखा है। फिलहाल यह स्पष्ट है कि इस प्रकरण में कोतमा भाजपा विधायक और प्रदेश सरकार में मंत्री दिलीप जायसवाल सीधे-सीधे कहीं इंवॉल्व नजर नहीं आ रहे हैं लेकिन उनके करीबी भाजपा नेता द्वारा जिस तरह से सड़क और बाजार में चंद्रशेखर तिवारी को बचाने के लिए चैलेंज किया जा रहा है उससे कहीं ना कहीं भाजपा विधायक और प्रदेश सरकार में मंत्री दिलीप जायसवाल की छवि पर बट्टा लग रहा है।