नई दिल्ली । लोकसभा सांसद शशि थरूर ने कहा है कि 2024 के आम चुनाव में कांग्रेस वास्तव में वह आधार होगी, जिसके चारों ओर अन्य पार्टियां जुटती हैं। उन्होंने कहा, ‘‘लेकिन यदि मैं पार्टी नेतृत्व में होता, तो इस बात को लेकर ‘शेखी बघारने के बजाय 2024 के आम चुनाव में भाजपा से मुकाबला करने के लिए किसी छोटे दल को विपक्षी गठबंधन के संयोजक की भूमिका निभाने के लिए प्रोत्साहित करता। मेरे नजरिये से ऊंचे ओहदे की अपेक्षा एकता ज्यादा जरूरी है।
मीडिया में चल रही ख़बरों के अनुसार  पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि यदि ज्यादातर विपक्षी दलों को एकजुट होने के लिए नया कारण मिल गया और उन्होंने एक-दूसरे के वोट काटना बंद कर दिया, तो भाजपा के लिए 2024 के चुनाव में बहुमत हासिल करना बहुत मुश्किल हो सकता है।
राहुल गांधी को लोकसभा की सदस्यता के अयोग्य ठहराए जाने का ‘संज्ञान लेने के लिए जर्मनी को धन्यवाद देने संबंधी कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह के ट्वीट के बारे में पूछे जाने पर थरूर ने कहा कि वह अपनी पार्टी के वरिष्ठ नेता को ऐसा न कहने की सलाह देते।
शशि थरूर ने कहा, ‘‘अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ध्यान आकर्षित करना और भारत के लिए प्रेस में नकारात्मक खबर (नरेन्द्र) मोदी और उनकी सरकार के लिए हैरानी की बात नहीं होगी। इस (मोदी) सरकार की लोकतांत्रिक साख को लेकर शंकाएं कुछ साल से बढ़ रही हैं, जैसा वैश्विक मीडिया में नजर आता है।
कांग्रेस नेता ने कहा, ‘‘इसके बावजूद, मैं अत्यंत सम्मानित अपने वरिष्ठ पार्टी सहयोगी एवं मित्र को ऐसा न कहने की सलाह देता। कांग्रेस दृढ़ता से हमेशा यह बात मानती आई है कि 200 वर्ष तक औपनिवेशिक शासन के अधीन रहने के बाद हमें अब किसी विदेशी संरक्षण की न तो आवश्यकता है और न ही हम इसे स्वीकार करते हैं। उन्होंने कहा कि यह गर्व की भावना हर भारतीय के मन में गहरी समाई हुई है। उन्होंने कहा, ‘‘हम अपनी समस्याओं को सुलझाने में पूरी तरह सक्षम हैं।
तिरुवनंतपुरम से सांसद थरूर ने कहा, ‘‘मुझे भरोसा है कि भारत के लोग लोकतंत्र और यह तय करने के अधिकार के लिए वोट करेंगे कि उनका शासन कौन संभालेगा।